18 महीने के बच्चे को कितनी बार खाना चाहिए?pregnancytips.in

Posted on Mon 17th Oct 2022 : 12:57

एक से दो साल के बच्चे की ऐसी रखें डायट, बढ़ेगी इम्यूनिटी दूर होंगीं बीमारियां
एक से दो साल के बच्चे मां का दूध पीते हैं, साथ ही इस उम्र में उन्हें ठोस आहार देने की शुरुआत कर दी जाती है।
एक से दो साल के बच्चों की डाइट बहुत अच्छी रखनी चाहिए ताकि भविष्य में उनके खानपान का तरीका सही रहे। सही खानपान की बदौलत बच्चे का इम्यून मजबूत होता है और रोगों के खिलाफ लड़ने में उनका शरीर सक्षम बनता है। इसलिए अपने बच्चे की डाइट ऐसी रखें, जिसमें उन्हें सभी पोषक तत्व मिलें। आइए जानते हैं कि एक से दो साल के बच्‍चे की डाइट कैसी होनी चाहिए।
​बच्चे को क्या खिलाएं
इस उम्र में आपका बच्चा हर चीज खा सकता है। उसे हर वो चीज दें, जो आप लोग खाते हैं। उसकी डाइट में ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक चीजों को शामिल करें जैसे दूध, अंडा, चिकन, मछली, मटर, दाल, बादाम, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।

अपने बच्चे की डाइट में वसा भी शामिल करें। वसा से बच्चों को ऊर्जा मिलती है। इस उम्र में बच्चे को स्नैक्स के तौर पर चाॅकलेट, चिप्स आदि के बजाय ताजे फल आदि दें।
​बच्चे को कितना खिलाएं
इस उम्र के बच्चों को ठोस आहार लगभग एक कटोरी पूरे दिन में तीन से चार बार दें। हर दो मील के बीच स्नैक्स दें। स्नैक्स दिन में दो बार देना पर्याप्त है। अगर आप उसे अपना दूध नहीं पिला रही हैं, तो उसे इससे ज्यादा आहार की जरूरत हो सकती है।

जब आपका एक साल का बच्चा चलने लग जाए तो उसकी डाइट में बदलाव कर दें। उसे तीन से चार की बजाय चार से पांच बार पूरे दिन में खाना खिलाएं और दो बार स्नैक्स खिलाएं। दूध से बने पदार्थ बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी हैं। इन्हें आवश्यक तौर पर दिन में दो बार जरूर दें।
​बच्चे को क्या न खिलाएं
फिलहाल इस उम्र में बच्चे इतने छोटे होते हैं कि उन्‍हें स्नैक्स देने से बचना चाहिए। इन्हें साॅफ्ट ड्रिंक, जंक फूड, कुकीज, केक, सोडा, कैंडी जैसी चीजें बिल्कुल न दें। ये सभी चीजें बच्चे के लिए नुकसानदायक हैं।

इनमें काफी मात्रा में शुगर, नमक, वसा और केमिकल मिले होते हैं। यह बच्चे के पेट के लिए सही नहीं है। इन सबके बजाय पौष्टिक आहार को ही महत्व दें।
​बच्चो को किस तरह खिलाएं
बच्चे को कितना और कब खिलाने के साथ-साथ किस तरह खिलाएं, यह जानना भी जरूरी है। बच्चे की डाइट के लिए एक कटोरी फिक्स कर लें। इससे आपको हर बार समान मात्रा में आहार देने में सुविधा होगी।

खाने में अक्सर बच्चे समय लेते हैं। आप उसे जबरन जल्दी खिलाने की कोशिश न करें। खाना खाने में उसे जितना समय लगे, आप उसे दें। शुरुआती दिनों में बच्चे समय लेकर खाना खत्म करते हैं और काफी बिखेरते भी हैं। आप उन्हें सही तरह खाना सिखाएं।

खाते समय बच्चे को तरह-तरह से प्रोत्साहित करने की कोशिश करें और खिलाते वक्त उसके सामने बैठें। खिलाते वक्त अपने बच्चे के साथ बातचीत करें और बच्चे के लिए खाना खाने का समय मस्ती भरा होना चाहिए।
​जब बच्चा खाना खाने से मना करे
ज्यादातर मांओं की यही शिकायत होती है कि उनका बच्चा खाना नहीं खाता है। उसे सिर्फ स्नैक्स पसंद हैं, वह भी बाहर का। हालांकि, एक से दो साल के बच्चों को मांएं स्तनपान कराती हैं, इसलिए उनकी डाइट की ज्यादा चिंता नहीं करतीं जबकि ऐसा करना सही नहीं है।

इस समय बच्चे को ठोस आहार देना चाहिए। उसके स्वाद को विकसित होने दें। तरह-तरह के आहार खिलाएं। जो उसे पसंद आ रहा है, शुरुआती दिनों में वही दें। अलग-अलग आहार उसकी पसंदीदा आहार के साथ मिलाकर दें।

बच्‍चे के खाने में कई रंगों की चीजों को शामिल करें। रंग हमेशा बच्चों को आकर्षित करते हैं। इससे खाने के प्रति भी उनकी रुचि पैदा हो सकती है।

बच्चा जब कोई चीज खाने के लिए मना करे तो बच्चे पर गुस्सा न करें। न ही उस पर खाने के लिए दबाव डालें। पौष्टिक आहार के बदले बच्चे को स्नैक्स न दें। धैर्य बनाए रखें। जब वह टाल दे तो कुछ देर के लिए खाने की थाली उसके सामने से ले हटा दें। थोड़ी देर बाद फिर वही खाना उसे खिलाने की कोशिश करें।

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