25 सप्ताह गर्भावस्था लक्षण?pregnancytips.in

Posted on Mon 22nd Oct 2018 : 01:24

Pregnancy 25th Week में मनोबल न टूटने दें, हताश न हों

Pregnancy 25th Week मानसिक रूप से आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस समय अवसाद या डिप्रेशन आपको घेर सकता है। गर्भावस्‍था की तीसरी तिमाही के लिए खुद को तैयार रखें।

pregnancy 25th week
अब आप लगभग छह महीने प्रेगेनेंट हैं और गर्भावस्‍था की दूसरी तिमाही लगभग खत्‍म होने वाली है। आप डिलीवरी के लिए शरीर को तैयार करने के लिए योग और मेडिटेशन की मदद ले सकती हैं।

गर्भावस्‍था के 25वें हफ्ते का अर्थ है कि आप गर्भावस्‍था की तीसरी तिमाही में पहुंच चुकी हैं। तमाम बदलावों के बीच यहां तक पहुंचना आपकी उपलब्धि है, जिसके लिए आपको खुद पर गर्व होना चाहिए। आपके बहुत से लक्षण पहले जैसे ही रहेंगे लेकिन इतने लंबे समय से बदलावों को देखते-देखते आप थक गई होंगी।

इन सबका असर आपकी मानसिक स्‍थिति पर भी पड़ रहा होगा। इस हफ्ते आपको अपनी शारीरिक सेहत के साथ मानसिक सेहत पर भी ध्‍यान देना होगा।

प्रेगनेंट महिला के शरीर में बदलाव
इस समय आपकी बॉडी को बदलावों के साथ एडजस्‍ट करने में दिक्‍कत हो सकती है। गर्भावस्‍था की तीसरी तिमाही आते आते आपकी एनर्जी कम हो सकती है।
शिशु के बढ़ने के साथ आपका वजन भी बढ़ने लगेगा। ब्रेस्‍ट के निप्‍पल का रंग गहरा होगा, स्‍ट्रेच मार्क्‍स बढ़ेंगे। इस समय शारीरिक बदलावों का असर आपकी मानसिक सेहत पर भी पड़ सकता है।

ऐसा कोई एक निर्धारित समय नहीं है जब प्रेगनेंसी ग्‍लो आता है। हालांकि, जब शरीर में सबसे ज्‍यादा बदलाव आते हैं, तब इसके शुरू होने की संभावना अधिक हो सकती है। ऐसा खासतौर पर गर्भावस्‍था की दूसरी तिमाही में होता है। डिलीवरी के बाद प्रेगनेंसी ग्लो चला जाता है।

वैसे तो गर्भावस्‍था में हर महिला के शरीर में हार्मोंस में उतार चढ़ाव आते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि हर महिला की स्किन गर्भावस्‍था में चमकेगी। अगर आपके चेहरे पर प्रेगनेंसी ग्‍लो नहीं दिख रहा है तो यह किसी गलत बात का संकेत नहीं है।

माना जाता है कि प्रेगनेंसी में खुश रहने की वजह से चेहरा ग्‍लो करता है। कुछ लोगों का तो यहां तक मानना है कि इससे शिशु के सेक्‍स का भी पता चल सकता है।

गर्भावस्‍था में खुश रहने के अलावा और भी कई मेडिकल कारण हैं जो स्किन को ग्‍लोइंग बनाते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हार्मोंस में उतार चढ़ाव और खून का प्रवाह है, लेकिन प्रेगनेंसी ग्‍लो के और भी कारण हो सकते हैं।

प्रेग्‍नेंसी में हंसने से मां और बच्‍चे दोनों को मिलते हैं इतने फायदे
-

कुछ महिलाओं की सीबम ग्लैंड्स ज्‍यादा तेल बनाने लगती हैं। इसका कारण हार्मोनल बदलाव है। वहीं, तेल ज्‍यादा बनने पर ब्‍लड वॉल्‍यूम भी बढ़ सकता है। अगर आपकी पहले से ही ऑयली या कॉम्‍बिनेशन स्किन है तो इसका खतरा और बढ़ जाता है।

इसकी वजह से एक्‍ने भी हो सकते हैं। एक्‍ने के साथ अधिक ऑयल बनने के कारण भी स्किन ग्‍लोइंग हो सकती है।

रक्‍त प्रवाह बढ़ने और हार्मोनल बदलाव के साथ स्किन स्‍ट्रेच होने यानी त्‍वचा में खिंचाव आने की वजह से भी प्रेगनेंसी में स्किन ग्‍लो करने लगती है।

प्रेगनेंसी में गर्मी लगना सामान्‍य बात है। हार्मोंस ही नहीं, बल्कि अधिक वजन के कारण भी गर्भावस्‍था में शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इसकी वजह से हीट रैशेज या हॉट फलैशेज हो सकते हैं। ये दोनों ही स्किन को ग्‍लोइंग बना सकते हैं।

अगर आपको पहले से ही कोई स्किन प्रॉब्‍लम है तो तो गर्भावस्‍था के दौरान लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। इसमें एक्जिमा, रोसेसिया और सोरायसिस शामिल है।

रक्‍त प्रवाह बढ़ने और हार्मोंस के कारण त्‍वचा प्रभावित हो सकती है। कई बार चेहरे की चमक को प्रेगनेंसी ग्‍लो भी समझ लिया जाता है।

आपका बच्‍चा
आपका बच्‍चा आपकी देखभाल में अच्‍छा विकास कर रहा है। अब तक उसका वजन लगभग 700 ग्राम के आसपास हो जाना चाहिए और उसका आकार एक बड़ी फूलगोभी जितना। अब आप महसूस हो रही होंगी कि जब आपके पेट पर तेज रोशनी पड़ती होगी तो आपके पेट में पल रहा बच्‍चा उस पर प्रतिक्रिया देता होगा। इसी तरह वह तेज आपका पर भी चौंक जाता होगा।

गर्भावस्‍था के 25वें हफ्ते के लक्षण
पहली तिमाही की तुलना में आपकी दूसरी तिमाही ज्‍यादा एनर्जी से भरपूर और कम तकलीफों वाली रही होगी। लेकिन अब तीसरी तिमाही में आकर आपकी कुछ परेशानियां बढ़ने लगेंगी। ये शारीरिक भी होंगी मानसिक भी।

डिप्रेशन : लगातार होने वाले शारीरिक प‍रिवर्तनों की वजह से उदासी, डिप्रेशन का होना स्‍वाभाविक है। यह कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकती है। लेकिन यह भी ध्‍यान रखना जरूरी है कि इससे आपको और आपके बच्‍चे दोनों को नुकसान है इसलिए डिप्रेशन या अवसाद से बाहर निकलने के लिए अपने डॉक्‍टर या फिर अपने परिवार और मित्रजनों की मदद लें।
आप खुद को असहाय मसहूस कर रही होंगी। जिन बातों को देखकर आप खुश हो जाती थीं उन्‍हें देखकर भी उदासीनता महसूस होती होगी। मन की एकाग्रता समाप्‍त हो गई होगी। कभी-कभी जीवन से ही निराशा होने लगेगी। लेकिन याद रखें यह सब क्षणिक है। हिम्‍मत से इसका मुकाबला करें।
थकान और नींद की कमी :प्रेगनेंसी में थकान महसूस करना सामान्‍य बात है। इस समय आपको नींद आने में भी दिक्‍कत हो सकती है।
घने बाल : इस सप्‍ताह प्रेगनेंट महिलाओं के बाल घने और भारी हो सकते हैं। ऐसा हार्मोनल बदलाव के कारण होगा।
त्‍वचा का पीलापन : स्किन का पीला पड़ना आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया का संकेत हो सकता है। यह प्रेगनेंसी में अक्‍सर हो जाता है। इस समय आप अपना एनीमिया टेस्‍ट करवा सकती हैं।
अन्‍य लक्षण : इसके अलावा अभी तक मौजूद लक्षण बने रहेंगे जैसे, शरीर में और कमर में दर्द, टखनों में सूजन, पैरों में दर्द और ऐंठन, सीने में जलन, कब्‍ज, सोने में तकलीफ, पेट, कमर और सीने पर स्ट्रेच मार्क्‍स वगैरह।

मॉर्निंग सिकनेस और शरीर के भारीपन को दूर करेगा तानासन

प्रेगनेंट महिलाएं इस समय क्‍या करें
अगर अब तक आपने ग्‍लूकोज टेस्‍ट नहीं करवाया है तो अब करवा लीजिए। इसमें जेस्‍टेशनल डायबिटीज का पता चलता है।

आप डिलीवरी के लिए खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करने के लिए योग और मेडिटेशन की मदद ले सकती हैं। गंभीर ऐंठन, पेट या पेल्विक हिस्‍से में दर्द, सांस लेने में दिक्‍कत, प्रीमैच्‍योर लेबर के सं‍केत, योनि से ब्‍लीडिंग, पेशाब करते समय जलन, फ्लूइड निकलना, पेल्विस या वैजाइना में दबाव महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।

solved 5
wordpress 5 years ago 5 Answer
--------------------------- ---------------------------
+22

Author -> Poster Name

Short info