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शिशु का 6 महीने पूरे करना, उसके विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस समय बच्चे के काफी स्किल्स डेवलप हो चुके होते हैं।
6 month old baby development : 6 महीने का बच्चा, सीख जाता है ये सब काम, जानिए क्या स्लो हो रहा है उसका विकास
नवजात शिशु के विकास के लिए जन्म के बाद के पहले 6 महीने बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। 6 महीने के बाद शिशु को ठोस आहार खिलाना शुरू किया जाता है और 6 महीने का शिशु कई तरह के स्किल्स सीख रहा होता है।
अगर आपका बच्चा भी 6 महीने का हो गया है या होने वाला है, तो आप जान लें कि इस उम्र तक बच्चे का कितना विकास हो चुका होता है और वो क्या-क्या सीख चुका होता है और अभी क्या सीखना होता है।
6 महीने के शिशु के विकास के बारे में जानकर आप समझ सकते हैं कि आपके बच्चे का नॉर्मल विकास हो रहा है या नहीं।
6 महीने के शिशु का विकास
6-
पिछले कुछ महीनों में शिशु ने कई नए स्किल्स और एबिलिटीज सीखी हैं। जैसे कि अब वो कई फीट की दूरी की चीजों को पहचान सकता है और चीजों को हिला भी सकता है। अब शिशु अपना नाम सुनकर भी रिएक्ट करने लगता है। आपके मना करने पर, बच्चा उस काम को करना बंद कर देता है। अब से बच्चा रोल करना भी सीखना शुरू कर देगा।
दांत आने होते हैं शुरू
जन्म के समय शिशु का जितना वजन था, अब लगभग उसका दोगुना वजन हो गया होगा। इस समय शिशु का आधे से डेढ़ किलो वजन बढ़ सकता है। 7 महीने के होने तक शिशु की लंबाई ½ से ¾ इंच तक बढ़ती है।
6 महीने के शिशु के एक या दो दांत आ सकते हैं लेकिन हर बच्चे में पहले कौन-सा और कितने दांत आते हैं, ये अलग-अलग होता है। इस उम्र से बच्चे के मुंह, मसूड़ों और दांतों की सफाई करना जरूरी होता है।
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दूर की चीजें लगती हैं दिखने
6 महीने का बच्चा दूर की चीजों को देखने लग जाता है। उसे अपने से कई फीट दूर की चीजें भी दिखने लगती हैं। अब बच्चा चीजों पर फोकस भी कर सकता है और रंगों को पहचानना शुरू कर देता है।
अब बच्चे की मांसपेशियां पहले से मजबूत हो चुकी होती हैं और पहले से ज्यादा मूवमेंट करता है। अब बच्चा दोनों तरफ रोल कर पाता है। बच्चे पर नजर रखें कि कहीं वो पलंग से गिर न जाए। शिशु सपोर्ट की मदद से बैठ भी सकता है।
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कितनी नींद है जरूरी
6 महीने का शिशु दिन में लगभग 12 से 16 घंटे सो सकता है। शिशु रात को लगभग 9 घंटे या इससे ज्यादा घंटे की नींद ले सकता है और दूध पीने के लिए बीच-बीच में जागता भी है। दिन में भी बच्चा थोड़ी-थोड़ी देर के लिए दो या तीन बार झपकी लेता है।
आप 6 महीने के शिशु को ठोस आहार खिलाना शुरू कर सकती हैं। दिन में एक बार शिशु को एक चम्मच जितना बेबी फूड खिलाया जा सकता है। इस समय शिशु को स्तनपान करवाना बंद न करें बल्कि फॉर्मूला मिल्क या ब्रेस्टफीडिंग करवाती रहें।
चूंकि, अब आपने बच्चे को ठोस आहार खिलाना शुरू किया है इसलिए उसके मल का रंग अब बदलने लग सकता है। 6 महीने के होने पर आपको शिशु के डायपर का साइज बदलना पड़ सकता है।
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