6 महीने में बच्चा कितना बड़ा रहता है?pregnancytips.in

Posted on Wed 19th Oct 2022 : 11:35

उन संकेतों पर ध्यान दें, जो यह दर्शातें हैं कि शिशु अब ठोस आहार खाने के लिए तैयार है। शिशु के पहली बार भोजन खाने के पल को आप जरुर कैमरे में कैद करना चाहेंगी, इसलिए अपना फोन या कैमरा साथ ही रखें। खाना खाते हुए शिशु का गंदा होना तय है!

आपके शिशु को अब आराम से पलटना आ गया होगा। पलटना आना, चलना-फिरना शुरु करने की दिशा में प्रारंभिक कदम होता है। कुछ ही महीनों में आपका शिशु घुटनों के बल चलना भी शुरु कर सकता है।
क्या इस चरण पर पता चल सकता है कि मेरा शिशु दायां या बायां हाथ इस्तेमाल करेगा?
आप अभी यह नहीं बता सकतीं कि आपका शिशु दायां हाथ इस्तेमाल करेगा या बायां। वास्तव में, शिशु के दो या तीन साल का होने से पहले यह बता पाना मुश्किल है कि वह दाएं हाथ का प्रयोग करेगा या बाएं हाथ का।

हालांकि, यदि आपको लगे कि आपका शिशु किसी एक हाथ का इस्तेमाल दूसरे की तुलना में ज्यादा करता है, तो इस बारे में डॉक्टर को बताएं। डॉक्टर जांच करेंगे कि शिशु का विकास ठीक से हो रहा है या नहीं।

शिशु के हाथ का नियंत्रण तेजी से विकसित हो रहा है और अब वह चीजों को अपनी तरफ खींच भी सकता है। शिशु जब खिलौने का आगे बढ़कर पकड़ना सीख जाता है, तो वह चीजों को एक हाथ से दूसरे हाथ में देने का अभ्यास शुरु करता है।

साथ ही, वह यह भी जानेगा कि किसी चीज को हाथ से छोड़ देना भी उतना ही मजेदार होता है, जितना कि उसे उठाना। ऐसे में शायद आपको इन दिनों बहुत बार चीजों को जमीन से उठाना पड़ेगा।
मेरा बच्चा पीठ से पेट के बल पलटना कब शुरु करेगा?
आपका शिशु इस महीने दोनों दिशाओं में पलटना सीख सकता है। यह एक ऐसी उपलब्धि होगी, जिस पर शायद आप दोनों आनंदित होंगे। निस्संदेह, पलटना आपके शिशु को बहुत मजेदार लगता है, मगर, अचानक शिशु की हिलने-डुलने की यह क्षमता आपके लिए सिरदर्दी का सबब हो सकती है।

शिशु की लंगोट (नैपी) बदलते समय अपना एक हाथ शिशु के ऊपर रखें। बिस्तर या किसी अन्य ऊंची सतह पर शिशु को कभी अकेला न छोड़ें। अगर आप शिशु की नैपी, चेंजिंग टेबल पर बदलती हैं, तो बेहतर है कि अब चेंजिंग मैट को आप जमीन पर बिछाना शुरु कर दें।

जब आप कॉट में सो रहे शिशु को देखने जाएं, तो शायद पाएं कि वह स्वयं पीठ से पेट के बल लेट गया है। यदि पेट के बले लेटे हुए वह सहज लगा रहा है, तो उसे ऐसे ही रहने दें। हालांकि, बहुत से बच्चे रात में सोते हुए पेट के बल हो जाते हैं, और उन्हें इसमें असहजता महसूस होने लगती है। पेट के बल लेटना उनके लिए नया और अजीब सा अनुभव हो सकता है। अगर, आपके शिशु को पेट के बल लेटना अच्छा नहीं लगता, तो वह अवश्य ही इस बारे में आपको बता देगा।

शिशु को दिन के समय पेट के बल लेटने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि उसे इसकी आदत हो सके। अगर, शिशु खुद से पलट जाए, तो जिस तरफ आमतौर पर वह पलटता है, उस तरफ कोई खिलौना हिलाकर उसे फिर से पलटने के लिए प्रोत्साहित करें। सुनिश्चित करें कि जब शिशु पलटे तो आप उसकी खूब तारीक करें। उसके इस नए कौशल पर आपकी खुशी शिशु को आश्वासन देगी।
मेरा छह माह का शिशु अपना संचार कौशल किस तरह विकसित कर रहा है?
छह महीने का हो जाने पर आपका शिशु दुनिया को उतनी ही अच्छी तरह से देख व सुन सकता है, जितना की आप। जैसे-जैसे शिशु बढ़ता और विकसित होता है, वह रोने के साथ-साथ संचार के अन्य तरीके भी सीखेगा ताकि आपकी प्रतिक्रिया हासिल कर सके। इसलिए तैयार रहें कि अब वह कुलबुलाकर, बड़बड़ाकर और अलग-अलग मुखाकृतियों व भावों के जरिये अपनी बात रखने के लिए मेहनत करेगा।

आपके शिशु को शायद "बा", "मा", "गा" जैसे अक्षरों को या अन्य स्वर-व्यंजनों के मेल को बार-बार दोहराना भी अच्छा लग सकता है। वह इनके साथ एक या दो अक्षर जोड़कर और अधिक जटिल आवाजें भी निकाल सकता है।

आप शिशु के संचार के प्रयसों पर जितनी अधिक प्रतिक्रिया देंगी, वह उतना ही अधिक सीखेगा। इसलिए उसे बोलकर या शारीरिक संकेतों के जरिये पर्याप्त प्रतिक्रिया दें। अपना सिर हिलाना, शिशु जिन चीजों को देख रहा है उनकी तरफ इशारा करके उनका नाम बताना और उसकी बड़बड़ाहट का जवाब देना आदि सभी उसका भाषा कौशल विकसित करने में मदद करेंगे।
मुझे कैसे पता चलेगा कि शिशु ठोस आहार के लिए तैयार है?
अब आपका शिशु छह महीने का हो गया है, वह आपको संकेत दे सकता है कि वह ठोस आहार खाने के लिए तैयार है।

चाहे आप शिशु को स्वयं खाना खाने देने (बेबी लेड वीनिंग) के बारे में सोच रही हैं या प्यूरी बनाकर उसे खिलाना चाह रही हैं, सबसे पहले आपका यह सुनिश्चित करना होगा कि शिशु ठोस आहार खाने के लिए तैयार है। वह निम्न संकेतों से यह दर्शा सकता है:

अपना सिर उठा सकता है
सहारे से अच्छी तरह बैठ सकता है
अपनी जीभ के जरिये भोजन को मुंह में पीछे की तरफ ले जाता है और उसे निगल लेता है

शिशु के शुरुआती आहार विकल्पों के बारे में हमारे शिशु के ठोस आहार अनुभाग में पढ़ें।

अगर आपका शिशु 26 सप्ताह का होने पर भी ठोस आहार खाना पसंद नहीं करता है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। चिंता न करें, इस चरण पर अभी आपके शिशु को स्तनदूध या फॉर्मूला दूध से जरुरी पोषण मिल रहा होगा।
अब मेरा बच्चा कौन से खेल खेलना पसंद करेगा?
शिशु ऐसे खेल पसंद करेगा ​जिसमें एक बार उसकी, और दूसरी बार सामने वाले की बारी आए। विशेषकर ऐसे खेल जिनमें आवाजें, बातें करना या गाने गाना शामिल हो। अगर आप कोई कविता गाते हुए, बीच में रुक जाएं, तो वह उत्सुकतावश जानना चाहेगा कि आप आगे क्या बोलने वाले हैं।

कई बार शिशु को भी नेतृत्व करने दें और उसकी बुदबुदाहट और आवाज की नकल करें। जब आपके नेतृत्व की बारी आए, तो जानवरों की आवाजें निकालें, जैसे क्वैक-क्वैक और भौं-भौं। ​आप जिस जानवर की आवाज निकालें, उसका नाम भी लेकर बताएं। यह शिशु को सिखाने का अच्छा तरीका है कि कौन से जानवर की क्या आवाज है, साथ ही यह उसको हंसाएगा भी।

शिशु अब यह बात समझने लगा है कि जिन चीजों को वह सामने देख नहीं सकता, वे फिर भी मौजूद हैं, इसलिए उसे चीजों का सामने आना और फिर गायब हो जाना अच्छा लगेगा। इस चरण पर पॉप-अप खिलौने उसे काफी रुचिकर लगेंगे।

आप इस उम्र में शिशु के साथ "ए ग्रेट फॉल गेम" भी खेल सकती हैं। आप किसी मुलायम कालीन पर पीठ के बल लेटें और अपने उठे हुए घुटनों का सहारा देते हुए शिशु को पेट पर बिठा लें। अब अंग्रेजी की कविता "हम्टी-डम्टी सैट आॅन के वॉल, हम्टी-डम्टी हैड के ग्रेट...." गाते हुए शिशु को एक तरफ से दूसरी तरफ हिलाएं। जैसे ही "फॉल" शब्द आए आप शिशु को हल्के से जमीन पर बिठा दें। शिशु को यह अच्छा लगेगा और इससे उसे कारण और प्रभाव के सिद्धांत को समझने में मदद मिलेगी। उसे कविता सुनने में भी मजा आएगा।
शिशु को अपने आसपास की चीजों को देखने-खोजने के लिए मैं कैसे प्रोत्सहित कर सकती हूं?
शिशु अपनी दुनिया को देखने-समझने के लिए अपनी सभी ज्ञानेंद्रियों का इस्तेमाल करता है। आप सुनिश्चित करें कि शिशु के आसपास बहुत सी सुरक्षित चीजें होंं, जिन्हें वह देख, छू व सुन सके और मुंह में डाल सके।

शिशु को रबड़ की मुलायब गेंद को पिचकाने, फूले हुए खिलौने को थपथपाने] ठंडे टीथर को चबाने और खिलौनों में से आवाज सुनना काफी खुशी देगा। शिशु को विभिन्न रंगों, अवाजों और बनावटों के बारे में समझने के लिए प्ले जिम या एक्टिविटी सेंटर एक अच्छा विकल्प है।
क्या बच्चे को सोते समय कहानी सुनना अच्छा लगेगा?
शिशु को किताबें पढ़कर सुनाने का अब सही समय है। अपनी नींद की दिनचर्या के तहत उसे किताब में रंगीन तस्वीरों को देखना और आपकी गोद में आराम से लेटना अच्छा लगेगा।

आपके शिशु की उम्र चाहे कुछ भी हो, किताबें पढ़कर सुनाना आप दोनों को प्यार जताने और मिलनसार बनने का अच्छा अवसर देती है। जरुरी नहीं है कि आप सोने के समय ही शिशु को किताब पढ़कर सुनाएं, बल्कि आप दिन की अन्य दिनचर्या में भी यह शामिल कर सकती हैं। साथ मिलकर किताब पढ़ना शिशु के साथ कुछ शांत समय बिताने का अच्छा तरीका है। दोपहर के खाने के बाद या फिर सुबह की झपकी लेने के बाद शायद आप ऐसा करना चाहें।
क्या मेरा शिशु सामान्य ढंग से बढ़ रहा है?
हर शिशु अलग होता है और शारीरिक क्षमताएं अपनी ही गति से विकसित करता है। यहां सिर्फ साधारण मार्गदर्शक दिए गए हैं, जिन्हें करने की क्षमता आपके शिशु में होती है। अभी नहीं, तो कुछ समय बाद शिशु इन्हें जरुर हासिल कर लेगा।

अगर, आपके शिशु का जन्म समय से पहले (गर्भावस्था के 37 सप्ताह से पहले) हुआ है, तो आप देखेंगे कि उसे वे सब चीजें करने में ज्यादा समय लगता है, जो समय से जन्म लेने वाले बच्चे जल्दी करते हैं। यही कारण है कि समय से पहले पैदा होने वाले शिशुओं को उनके डॉक्टरों द्वारा दो उम्र दी जाती हैं:
आप अपने प्रीमैच्योर शिशु के विकास को उसकी समायोजित उम्र से देखें, उसके जन्म की वास्तविक तिथि से नहीं। अधिकांश डॉक्टर समय से पूर्व जन्म लिए बच्चे का विकास उसकी संभावित जन्म तिथि से आंकलित करते हैं और उसी अनुसार उसकी कुशलता का मूल्यांकन करते हैं।

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