Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
डिलीवरी के बाद टांकों की जरुरत क्यों पड़ती है?
नॉर्मल डिलीवरी के दौरान आपकी योनि और गुदा के बीच के मांसपेशीय क्षेत्र (पेरिनियम) में बहुत ज्यादा खिंचाव होता है।
अक्सर यह खिंचाव इतना ज्यादा होता है कि त्वचा फट जाती है। इसलिए भारत में अधिकांश डॉक्टर जब पेरिनियम क्षेत्र में खिंचाव होने लगता है तो वहां स्वयं शल्य चीरा (भगछेदन) लगा देती हैं। इस चीरे को अंग्रेजी में एपिसियोटमी कहा जाता है।
कई बार शल्य चीरा लगाने के बाद एपिसियोटमी उसी रेखा से और ज्यादा गहरी फट जाती है।
यदि आपके पेरिनियम क्षेत्र की त्वचा या चीरा बहुत ज्यादा फट जाए तो उत्तकों और त्वचा को ठीक होने में मदद के लिए टांकों की जरुरत होगी।
कई बार, खिंचाव होने पर भी त्वचा ज्यादा गहराई से नहीं फटती। इसमें केवल त्वचा की परतें फटती हैं, मांसपेशियां नहीं फटती। ऐसी स्थिति में टांके लगाने की जरुरत नहीं होती। इन्हें अंग्रेजी में फर्स्ट डिग्री टेयर कहा जाता है। यदि आप इतनी सौभाग्यशाली रहीं कि आपको एपिसियोटमी न करवानी पड़ी हो और केवल फर्स्ट डिग्री टेयर ही हुआ हो तो आपको शायद टांकों की भी जरुरत न पड़े।
टांकों से जुड़ी किसी परेशानी के बारे में मुझे डॉक्टर से कब बात करनी चाहिए?
अस्पताल से छुट्टी मिलने के समय डॉक्टर आपको अगले अप्वाइंटमेंट के बारे में बता देंगी, ताकि वे देख सकें कि टांके व घाव सही हो रहे हैं या नहीं। यह चेकअप आमतौर पर एकांतवास की अवधि के बाद यानि डिलीवरी के छह हफ्तों बाद होता है।
यदि इससे पहले आपको कोई चिंता हो, तो आप अपने लक्षणों के बारे में डॉक्टर से फोन पर बात कर सकती हैं। कुछ ऐसे लक्षण हैं जो समस्या की तरफ इशारा करते हैं और उन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। निम्नांकित स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से बात करें:
समय बीतने के साथ-साथ टांकों में दर्द कम होने की बजाय बढ़ रहा हो
आपके टांकों से दुर्गंध आए या दुर्गंध वाला स्त्राव आए।
आपको मल त्याग की इच्छा इतनी तीव्र होती है कि शौचालय की ओर भागना पड़ता है और गैस निकलते समय आप अपने मल को नियंत्रित नहीं कर पाती हैं
पेशाब करते हुए दर्द हो रहा है और आपको बार-बार पेशाब जाना पड़ रहा है
आपको पेट पर नीचे की तरफ या फिर पेरिनियम क्षेत्र के आसपास तेज दर्द है
आपको बुखार है
आपको सैनिटरी पैड में बड़े खून के थक्के दिख रहे हों या बहुत ज्यादा रक्तस्त्राव हो रहा हो।
क्या टांकों की वजह से मुझे भविष्य में दिक्कत हो सकती है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका चीरा कितना गंभीर या गहरा था। जिन महिलाओं का पेरिनियम क्षेत्र थर्ड या फोर्थ डिग्री तक फट जाता है, उनमें से कुछ को लंबे समय तक उस क्षेत्र में दर्द रहता है। या फिर उन्हें पेशाब को नियंत्रित करने से जुड़ी समस्याएं होती हैं।
डिलीवरी के बाद जिन महिलाओं को टांके लगते हैं, उनमें से कुछ को संभोग (सेक्स) के दौरान दर्द हो सकता है या मूत्राशय से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
ये समस्याएं शिशु के जन्म के बाद होने वाली आम समस्याएं नहीं हैं, इसलिए आपको इन्हें सहने की जरुरत नहीं है। यदि समय के साथ आपकी असहजता और लक्षणों में सुधार न आए तो आप महिलाओं की समस्याओं की विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट को दिखा सकती हैं। वे पेल्विक फ्लोर में फिर से मजबूती लाने में आपकी मदद कर सकती हैं। सही उपचार से टांकों की वजह से होने वाली अधिकांश समस्याओं का समाधान हो जाता है या उनमें सुधार आता है।
डॉक्टरी सलाह लेने से पहले नियमित तौर पर पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (कीगल) करें। इन लक्षणों में अक्सर नियमित कीगल व्यायाम करने से सुधार आ जाता है।
--------------------------- | --------------------------- |