Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
Papaya benefits: सुबह खली पेट खाएं पपीता, नसों में चिपका कोलेस्ट्रॉल और आंतों की गंदगी होगी दूर, यह भी होंगे 6 फायदे
खाली पेट पपीता खाने के फायदे : ऐसा माना जाता है कि पपीता कैलोरी में कम होता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यही वजह है कि यह वजन कम करने में मदद करता है और यहां तक कि कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है।
according to research and experts 6 amazing health benefits of eating papaya empty stomach in the morning
Papaya benefits: सुबह खली पेट खाएं पपीता, नसों में चिपका कोलेस्ट्रॉल और आंतों की गंदगी होगी दूर, यह भी होंगे 6 फायदे
फल खाने से सेहत को अनगिनत लाभ होते हैं क्योंकि फलों में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। पपीता भी एक ऐसा ही फल है जो स्वाद और पोषण दोनों में सबसे ऊपर है। पीले-नारंगी रंग का यह फल बच्चों और बूढ़ों को सबसे ज्यादा पसंद आता है क्योंकि यह आसानी से खाया जा सकता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ फलों को अगर सुबह खाली पेट खाया जाए, तो शरीर को ज्यादा लाभ हो सकते हैं और पपीता के मामले में यह बात सौ प्रतिशत ठीक है।
ऐसा माना जाता है कि पपीता खाने का फायदा यह है कि इसमें कैलोरी कम होती है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यही वजह है कि यह वजन कम करने में मदद करता है और यहां तक कि कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है। जब पपीते को खाली पेट खाया जाता है, तो यह पाचन तंत्र को विषाक्त पदार्थों को साफ करता है। इतना ही नहीं, इसमें पाचन वाले एंजाइम होते हैं, जो मल त्याग को सुचारू बनाते हैं। यह पेट की सूजन, पेट खराब और कब्ज जैसे पाचन विकारों को दूर रखने के लिए भी जाना जाता है।
यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) के अनुसार, पपीता विटामिन ए, सी और के का खजाना होता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह बीमारियों और संक्रमणों को दूर रखने में मदद करता है। चलिए जानते हैं कि खाली पेट पपीता खाने से सेहत को और क्या-क्या फायदे होते हैं।
पाचन स्वास्थ्य को मिलता है बढ़ावा
खराब पाचन वाले लोगों के लिए रोजाना पपीता खाना जरूरी है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और भोजन को तेजी से मेटाबोलाइज करने में मदद करता है। पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है, जो भोजन को तेजी से तोड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जो कब्ज के जोखिम को रोकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प
मधुमेह या डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पपीता खाना चाहिए. यह इसमें नैचुरल शुगर होती है और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह शुगर के मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है। इसका शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
दिल को स्वस्थ और मजबूत बनाने में सहायक
पपीता फाइबर, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है जो हृदय रोगों को दूर रखता है। हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर पोटेशियम के अधिक सेवन की सलाह देते हैं। विटामिन बी, सी, ई, बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर पपीता धमनियों के भीतर खराब कोलेस्ट्रॉल को कण करता है।
बुढ़ापे के लक्षणों को करता है दूर
पपीते में अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए) में प्रचुर मात्रा में होता है। यह एक ऐसा तत्व होता है, जो त्वचा को चमकदार, मोटा और चिकना बनाता है। त्वचा की लोच बढ़ाने के लिए पपीता खाएं क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा कम होने के कारण यह त्वचा को हाइड्रेट कर सकता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को करता है कम
सुबह खाली पेट पपीता खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार हो सकता है। अधिक लाभ लेने के लिए पने पके हुए दलिया में कटा हुआ पपीता मिलाएं क्योंकि दोनों खाद्य पदार्थों में फाइबर होते हैं जो शरीर से कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को खत्म करने में मदद कर सकते हैं।
कैंसर के खतरे को कम करता है
विभिन्न प्रकार के कैंसर का मुख्य कारण मुक्त कण और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पपीता कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। लाइकोपीन एक प्रकार का कैरोटीनॉयड है, जो फल-सब्जियों में पाया जाता है जिसमें कैंसर विरोधी गुण होते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
--------------------------- | --------------------------- |