क्या बेल्ट पहनने से डिलीवरी के बाद पेट कम होता है?pregnancytips.in

Posted on Thu 13th Oct 2022 : 15:51

किसी भी महिला के लिए मां बनना एक खूबसूरत एहसास है, लेकिन इस एहसास के साथ नई मांओं को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी के बाद पेट बढ़ना या पेट लटकना एक आम...
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़े पेट को इन तरीकों से कम करें

किसी भी महिला के लिए मां बनना एक खूबसूरत एहसास है, लेकिन इस एहसास के साथ नई मांओं को कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी के बाद पेट बढ़ना या पेट लटकना एक आम समस्या है और यह समस्या नई मांओं के लिए तनाव का कारण भी बन जाती है। डिलीवरी के बाद तुरंत वजन तो कम नहीं हो सकता है, लेकिन अगर प्रभावी और सुरक्षित उपाय अपनाए जाएं तो पेट पहले जैसा हो सकता है।

कि सी-सेक्शन यानी सिजेरियन का सहारा तब लिया जाता है जब प्रसव के पारंपरिक तरीके में कठिनाई हो रही हो या नार्मल डिलीवरी से मां या शिशु के स्वास्थ्य को खतरा हो। कि सिजेरियन के बाद कभी भी एकदम से पेट की चर्बी कम करने की कोशिश न करें। इस प्रक्रिया में धैर्य रखना और शरीर को डिलीवरी के बाद ठीक होने का समय देना जरूरी हैं।


शिशु को स्तनपान कराएं : अगर महिला स्तनपान कराती है तो उन मांओं की तुलना में तेजी से वजन घटाती हैं जो नहीं कराती हैं। जब स्तनपान कराते हैं तो शरीर को यह करने के लिए कैलोरी बर्न करनी होती हैं। इसमें काफी ऊर्जा लगती है और शरीर को दूध पैदा करने में मेहनत करनी होती है। स्तनपान कराने वाली मांए औसतन रोजाना 250 से 500 कैलोरी बर्न करती हैं। यह आंकड़े मां के वजन और वह कितना स्तनपान कराती हैं उस पर निर्भर करता है।

प्रोसेस्ड फूड से दूरियां बनाएं, हेल्दी फूड खाएं : हेल्दी खाने का यह मतलब नहीं कि डाइट पर जाएं। इसका सरल अर्थ है कि अपनी डाइट से जंक फूड हटाना और इसे पौष्टिक आहार से बदलना। चिप्स, बेक्ड फूड्स, फ्राइड फूड्स सभी प्रोसेस्ड फूड्स जैसे का वजन घटाने पर तेजी से प्रभाव पड़ता है। प्रोसेस्ड फूड्स में कैलोरी ज्यादा होती हैं। इसकी बजाए फल, सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज, नट्स आदि होल फूड्स खाने चाहिए। डाइट कार्बोहाइड्रेट से भरपूर हो, कम फैट वाली हो और इसमें विटामिन, मिनरल्स भरपूर हों।

वजन कम करने के लिए पैदल चलें : पैदल चलना एक अच्छा व्यायाम है जो कि सी-सेक्शन के बाद किया जा सकता है। यह हल्का और सरल व्यायाम है जो कि हार्ट रेड और ब्लड सर्कुलेशन का ध्यान रखता है। यह मांसपेशियों को गर्भावस्था के पहले की तरह लाने की कोशिश करता है।

योगासन करें : हैवी वर्कआउट की बजाए सी-सेक्शन के बाद योग अपनाएं। वैसे यह बच्चा होने के 6 से 8 सप्ताह बाद ही शुरू करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर योग शुरू कर सकते हैं। इससे मांसपेशियां मजबूत होंगी और ढीली मांसपेशियों को फिर से बनाने में मदद मिलेगी। प्राणायाम से भी फायदा होगा।

एब्डोमिनल बेल्ट लगाएं : प्रसव के बाद शुरुआती महीनों में पेट की चर्बी कम करने में और इसे लटकने से बचाने में एब्डोमिनल बेल्ट बड़ी कारगर हो सकती हैं। यूं तो बेल्ट को हर समय लगा सकते हैं, लेकिन सोते समय, खाते समय और शौच जाते समय न लगाएं। प्रसव के दो महीने बाद टांके ठीक दिखने पर बेल्ट या कपड़ा बांध सकते हैं।

मसाज से फायदा : डिलीवरी के बाद पेट अंदर करने के लिए मसाज करवाएं। लेकिन सिजेरियन के दो सप्ताह बाद शुरू करवाना चाहिए, उससे पहले नहीं। मसाज से मांसपेशियों को टोन करने में मदद मिलती है और पेट का साइज भी कम होता है।


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