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कई बार प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में कुछ जटिलताओं के कारण लेबर पेन शुरू नहीं होता है। इस स्थिति में डॉक्टर दवाएं देकर दर्द शुरू करते हैं या फिर सिजेरियन डिलीवरी की सलाह देते हैं। हालांकि, ऊपर बताए गए फूड्स की मदद से आप नैचुरली लेबर पेन शुरू कर सकती हैं।
प्रसव पीड़ा लाने के 10 प्राकृतिक तरीके :
प्रसव पीड़ा लाने वाले कुछ प्राकृतिक नुस्खे काफी प्रचलित हैं, लेकिन इनके संबंध में कोई भी पुख्ता प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि यह मददगार साबित हो सकते हैं। अरसे से बड़े-बुजुर्ग प्रसव पीड़ा के लिए इन्हें इस्तेमाल में लाने की सलाह देते रहे हैं ।
1. व्यायाम
प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने के लिए व्यायाम को एक उत्तम विकल्प माना गया है। इसमें हल्की सैर या अन्य शारीरिक क्रियाओं को शामिल किया जा सकता है। यह चिंता को दूर करने और शरीर को मजबूत बनाने में सहायक है, लेकिन वैज्ञानिक तौर पर प्रमाण न होने के कारण प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में इसका कोई योगदान है या नहीं इस बारे निश्चित तौर पर कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
2. यौन संबंध
प्रसव पीड़ा को प्राकृतिक रूप से प्रेरित करने में यौन संबंध भी एक विकल्प हो सकता है। बेशक, गर्भावस्था के दौरान तय समय में यौन संबंध बनाना सुरक्षित माना गया है, लेकिन वैज्ञानिक तौर प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में यह कितना प्रभावी है, इस बारे में जानकारी का अभाव है। हां, यह जरूर है कि गर्भाशय का मुंह खुल जाने के बाद यौन संबंध नहीं बनाने चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है।
3. निप्पल स्टिमुलेशन
बताया जाता है कि निप्पल को स्टिमुलेट यानी उत्तेजित करने से शरीर में कुछ खास हार्मोन तेजी से बनते हैं। यह हार्मोन गर्भाशय के सिकुड़ने की वजह बनते हैं और एक दबाव पैदा होता है। इससे प्रसव पीड़ा पैदा होती है। विशेषज्ञों की मानें, तो कुछ स्थितियों में इस प्रक्रिया से मदद जरूर मिल सकती है, लेकिन इसका व्यापक प्रभाव कितना प्रभावशाली इस विषय में अभी गहन शोध की आवश्यकता है।
4. मसालेदार भोजन
कुछ लोग प्रसव पीड़ा प्रेरित करने के लिए मसालेदार भोजन का सेवन करने की सलाह देते हैं। इस संबंध में किए गए शोध में पाया गया कि मसालेदार भोजन खाने से प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में कुछ मदद जरूर मिल सकती है, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। इस कारण ऐसा करने से पहले इसके अच्छे-बुरे परिणामों के बारे में चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
5. लाल रास्पबेरी की पत्तियों की चाय
ऐसा माना गया है कि लाल रास्पबेरी की पत्तियों की चाय का सेवन सर्विक्स (Cervix, योनि के भीतर मौजूद एक हिस्सा) की मांशपेशियों को ढीला करने में मददगार साबित होता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि इसका उपयोग प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में सहायक साबित हो सकता है। फिलहाल, यह नुस्खा कितना असर दिखाएगा, इस बारे में वैज्ञानिक प्रमाण न उपलब्ध होने के कारण ठीक प्रकार से कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
6. ईवनिंग प्रिमरोज ऑयल
ईवनिंग प्रिमरोज ऑयल का उपयोग भी प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने में लाभदायक माना जाता है, लेकिन ऊपर सुझाए गए तरीकों की तरह ही इसके भी स्पष्ट प्रमाण नहीं हैं। इस कारण इसके उपयोग से पहले आप चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
7. अरंडी का तेल
कई लोग प्रसव पीड़ा प्रेरित करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करने की सलाह देते हैं। बाजार में इसका जूस, कैप्सूल और सिरप आसानी से उपलब्ध है। हालांकि, प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में यह आपकी कितनी मदद कर सकता है, इस बारे में कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है। हां, यह जरूर देखा गया है कि गर्भवती महिलाओं में यह कमजोरी और मतली का कारण बन सकता है।
8. मालिश
ऐसा माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान जो महिलाएं मालिश करवाती हैं, उन्हें प्रसव के दौरान होने वाली तकलीफ से कम जूझना पड़ता है। इसकी सहायता से प्रसव प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम किया जा सकता है। वहीं, प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में यह लाभकारी साबित होगा या नहीं इस बारे में कुछ भी स्पष्ट रूप से कहना मुश्किल है।
9. एक्यूप्रेशर
हालांकि, काफी लोग प्रसव पीड़ा प्रेरित करने के लिए एक्यूप्रेशर का सुझाव देते हैं, लेकिन इस संबंध में भी कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है। हां, यह जरूर है कि मालिश की तरह यह प्रसव वेदना को कम करने और उसमें लगने वाले समय को कम करता है।
10. एक्यूपंक्चर
एक्यूपंक्चर ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें सुई की मदद से शरीर के कुछ विशेष स्थानों पर रक्त प्रवाह को नियंत्रित किया जाता है। इस प्रक्रिया से तनाव, दर्द और चिंता को काफी हद तक कम किया जा सकता है। वहीं, यह प्रसव में लगने वाले समय को भी कम करता है, लेकिन यह प्रसव पीड़ा प्रेरित करने में कारगर है या नहीं, इस बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
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