गर्भवती महिला को कितनी आयरन की आवश्यकता होती है?pregnancytips.in

Posted on Wed 19th Oct 2022 : 14:19

गर्भावस्था में कितनी मात्रा में आयरन की आवश्यकता होती है?
In this article

मुझे गर्भावस्था में ज्यादा आयरन की आवश्यकता क्यों है?
गर्भावस्था में मुझे कितनी मात्रा में आयरन की जरुरत होती है?
आयरन से युक्त सर्वोत्तम खाद्य पदार्थ कौन से हैं?
मैं आयरन का अधिकतम समाहन कैसे सुनिश्चित करूं?
आयरन के समाहन में क्या बाधा बनता है?
गर्भावस्था की पहली तिमाही
Baby in the womb at 14 weeks of pregnancyशिशु का विकास 3D एनीमेशन में!

मुझे गर्भावस्था में ज्यादा आयरन की आवश्यकता क्यों है?
आयरन एक जरुरी पोषक तत्व है, जो ऑक्सीजन को पूरे शरीर में पहुंचाने में रक्त कोशिकाओं की मदद करता है।

गर्भावस्था के दौरान आपको शिशु के विकास को सहारा देने के लिए और अधिक आयरन की जरुरत होती है। यदि आपको पर्याप्त आयरन न मिले तो आपके हीमोग्लोबिन का स्तर घट जाएगा और इससे आपको आयरन की कमी वाला एनीमिया हो सकता है।

भारत में बहुत सी महिलाएं शाकाहारी हैं और शाकाहारी आहार में आमतौर पर आयरन की मात्रा कम होती है। शायद इसीलिए भारतीय महिलाओं में आयरन की कमी या एनीमिया दुनियाभर में सबसे अधिक है। इसका मतलब यह भी है कि बहुत सी महिलाओं में गर्भावस्था की शुरुआत में पर्याप्त आयरन संग्रह नहीं होता।

सर्वेक्षणों में पता चलता है कि भारत में 10 में से छह गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। कुछ अनुमान के अनुसार एनीमिया का यह आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा है।

गर्भावस्था में आयरन की कमी वाले एनीमिया से आपको सामान्य से ज्यादा थकान महसूस हो सकती है। इससे कुछ जटिलताओं का खतरा भी बढ़ जाता है, जैसे:

गर्भावधि (जैस्टेशनल) उम्र के हिसाब से छोटा शिशु होना
समय से पहले शिशु का जन्म होना (प्रीमैच्योर)
आपका कम जन्म वजन शिशु

गर्भावस्था में मुझे कितनी मात्रा में आयरन की जरुरत होती है?
गर्भाधान से पहले आयरन का रिकमेंडेड डायटरी एलाउंस (आरडीए) 30 मि.ग्रा. है। गर्भवती महिलाओं के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) रोजाना 30 से 60 मि.ग्रा. आयरन अनुपूरण की सलाह देता है।

चूंकि, भारत में एनीमिया बहुत आम है, इसलिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और स्वास्थ्य मंत्रालय सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। इस सप्लीमेंट में 0.5 मि.ग्रा. फॉलिक एसिड के साथ 100 मि.ग्रा. तात्विक (एलीमेंटल) आयरन होती है।

पहली प्रसवपूर्व पहली जांच के दौरान डॉक्टर आपको हीमोग्लोबिन के स्तर का पता लगाने के लिए खून की जांच कराने को कहेंगी।

यदि आपका हीमोग्लोबिन का स्तर सही भी हुआ, तो भी आपको दूसरी तिमाही की शुरुआत से रोजाना आयरन अनुपूरक लेने होंगे। इससे गर्भावस्था के बढ़ने पर एनीमिया विकसित होने से बचाव ​होगा।

आपको गर्भावस्था के अंत तक और स्तनपान के दौरान भी आयरन अनुपूरक लेना जारी रखना होगा।

यदि उपचार न ​कराया जाए तो एनीमिया शिशु के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। डॉक्टर प्रेगनेंसी के दौरान आपके आयरन के स्तर पर नजर रखेंगी। यदि आपको आयरन की कमी वाला गंभीर एनीमिया हो, जिसका उपचार आयरन की गोलियों से न हो सके या तुरंत उपचार की आवश्यकता हो तो वे आपको इंजेक्शन या ड्रिप के जरिये आयरन लेने की सलाह देंगी।

गर्भावस्था में एनीमिया से बचाव और उपचार के बारे में यहां और अधिक पढ़ें।
आयरन से युक्त सर्वोत्तम खाद्य पदार्थ कौन से हैं?
आयरन सप्लीमेंट लेने के साथ-साथ आयरन से समृद्ध आहार का सेवन भी जरुरी है। आयरन के दो तरह के स्रोत हैं:

मांसाहारी स्रोत (हीम आयरन)
हीम आयरन केवल मांसाहारी स्त्रोतों में पाया जाता है और ये शरीर द्वारा अधिक आसानी से अवशोषित होते हैं। लाल रंगत वाला मांस, मछली और चिकन आदि सभी आयरन के अच्छे स्त्रोत हैं। बस यह ध्यान रखें कि इन सबके सेवन से पहले ये अच्छी तरह पके हुए हों।

कलेजी या इससे बने उत्पाद जैसे पाटे आदि न खाएंं। हालांकि, कलेजी में बहुत आयरन होता है, मगर इसमें विटामिन ए भी काफी अधिक मात्रा में होता है जो आपके शिशु के लिए सुरक्षित नहीं है।

शाकाहारी स्रोत (नॉन-हीम आयरन)
नॉन-हीम आयरन गैर-मांसाहारी स्त्रोतों जैसे सब्जियां, आयरन फोर्टिफाइड भोजनों और अनुपूरकों में पाया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन और फॉलिक एसिड दोनों ही उच्च मात्रा में होते हैं। मेथी, चौलाई, सरसों का साग, बथुआ, शलगम का साग, पुदीना, हरा धनिया, मूली के पत्ते और हरी प्याज अपने आहार में शामिल करें। कोशिश करें कि आप किसी न किसी रूप में रोजाना इनका सेवन करें।

आयरन से भरपूर अन्य सब्जियां हैं - हरी गोभी, सूतमूली, टमाटर, मशरूम, चुकंदर, कद्दू, शकरकंदी, सिंहफली और कमल ककड़ी।

बहरहाल, ध्यान रखें कि आपका शरीर सब्जियों से मिलने वाले आयरन का समाहन मांसाहारी स्त्रोतों से मिलने वाले आयरन की तुलना में इतनी आसानी से नहीं कर पाता। इसलिए यदि आप शाकाहारी या वीगन आहार का पालन करती हैं, तो आपको इनका सेवन अच्छी मात्रा में करना होगा।

अगर आप शाकाहारी हैं और आपको एनीमिया है, तो यहां जानें कि अपना आयरन स्तर कैसे बढ़ाया जाए।

केवल मांस या सब्जियों में ही आयरन नहीं होता। आपको निम्न खाद्य पदार्थों से भी आयरन मिल सकता है:

अनार, जामुन, अंगूर और आलूबुखारा जैसे फल
बिना नमक वाले मेवे, बीज और ड्राई फ्रूट जैसे किशमिश और सूखे आलूबुखारे (प्रून)।
दाल-दलहन और बीन्स जैसे लोबिया, राजमा, सूखी मटर, छोले और काले चने।
सोया पनीर (टोफू) और सोया उत्पाद
भूरे चावल (ब्राउन राइस)
अच्छी तरह पके हुए अंडे

कुछ ब्रेकफास्ट सीरियल्स भी अतिरिक्त आयरन से भरपूर होते हैं, ताकि आपकी दैनिक जरुरत पूरी हो सके। आमतौर पर यह उनके पैकेट पर लिखा होता है।
मैं आयरन का अधिकतम समाहन कैसे सुनिश्चित करूं?
अपने आहार में आयरन से भरपूर भोजन शामिल करने के साथ-साथ आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपका शरीर आयरन का समाहन कर सके।

आयरन अनुपूरक या आयरन से समृद्ध शाकाहारी भोजन खाते समय साथ में विटामिन सी से भरपूर कोई चीज खाएं। इससे आपके शरीर को गैर-शाकाहारी आयरन बेहतर ढंग से अवशोषित करने में मदद मिलेगी। विटामिन सी के अच्छे स्त्रोतों में शामिल हैं:

नींबू और नींबू पानी
संतरा और संतरे का जूस
स्ट्रॉबेरी
किवी
लाल और हरी शिमला मिर्च
आलू
आंवला


यदि आप शाकाहारी हैं या वीगन हैं, तो विटामिन सी आपके लिए विशेषतौर पर जरुरी है क्योंकि सब्जियों और अन्य भोजनों से मिलने वाला आयरन मांस से मिलने वाले आयरन की तुलना में आसानी से अवशोषित नहीं होता।

अच्छी बात यह है कि आयरन से भरपूर आहार जैसे हरी गोभी और छोटी गोभी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी भी होता है, इस तरह ये एक साथ दोनों पोषक तत्व प्रदान करती हैं।

आयरन का समाहन बढ़ाने के लिए परम्परागत रूप से लोहे के बर्तनों में खाना पकाने की हिदायत दी जाती है। इसे साबित करने के लिए कुछ प्रमाण भी है। एक छोटे अध्ययन में यह प्रमाणित हुआ है कि नॉन स्टिक बर्तनों में बनाए गए भोजन की तुलना में लोहे के बर्तनों में बनाने पर कुछ खाद्य पदार्थों में आयरन की मात्रा बढ़ी हुई पाई गई।

आयरन से भरपूर आहार लेने के आसान तरीके।
आयरन के समाहन में क्या बाधा बनता है?
जिस तरह विटामिन सी शरीर में आयरन के समाहन को आसान बनाता है, वैसे कि कुछ पेय और दवाएं ऐसी हैं जो इसका समाहन और मुश्किल कर देते हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप इन्हें आयरन समृद्ध भोजन के साथ न लें। इन खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:

चाय और कॉफी क्योंकि इनमें टैनिन होता है, जो शरीर में आयरन के समाहन में रुकावट डालता है। इन पेयों में कैफीन भी होता है, जिसका अधिक मात्रा में सेवन शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।
अपचता की दवाएं जैसे कि एंटासिड आदि। हालांकि, गर्भावस्था में इनका सेवन आमतौर पर सुरक्षित होता है, मगर ये आयरन के अवशोषण की मात्रा कम कर सकते हैं।


ऐसे कुछ भोजन भी हैं जो आयरन के अवशोषण को थोड़ा-बहुत प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि साबुत अनाज के सीरियल्स और कैल्शियम। हालांकि, ये स्वस्थ गर्भावस्था आहार के जरुरी हिस्से हैं, इसलिए इन्हें पूरी तरह बंद करना सही नहीं है।

यदि आप कॉफी, चाय या दूध पीती हैं तो आयरन की गोली इनके सेवन के दो घंटे पहले या बाद में ही लें। यही कारण है कि आपको कैल्शियम और आयरन की गोलियां एक समय पर नहीं लेनी चाहिए। दोनों के बीच कम से कम चार घंटों का अंतर रखें।

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