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33 सप्ताह की गर्भावस्था
33 सप्ताह की गर्भावस्था में भ्रूण विकास
आपके बच्चे का वजन अब एक अनानास के समान यानि तकरीबन 1.9 किलोग्राम हो गया है। सिर से एड़ी तक उसका माप भी अब करीब 43.7 सें.मी. (17.2 इंच)पहुंच गया है। उसका मस्तिष्क और तंत्रिका प्रणाली पूरी तरह विकसित हो चुकी हैं और अब वह अपनी खुद की प्रतिरक्षण प्रणाली विकसित करना शुरु कर रहा है।जन्म की तैयारी में शिशु के शरीर पर चर्बी चढ़ने की वजह से उसकी त्वचा अब कम झुर्रीदार हो गई है। उसकी त्वचा के नीचे सफेद वसा की मात्रा से शिशु की रंगत पहले की तुलना में थोड़ी कम लाल हो गई है। जन्म के बाद शिशु की त्वचा की रंगत कई महीनों तक विकसित होती रह सकती है, खासकर कि यदि वह अफ्रीका-कैरिबियाई या मिली-जुली प्रजाती का है तो। आपके शिशु की खोपड़ी मुलायम और कोमल है, और इसे बनाने वाली हड्डियों की प्लेट अभी आपस में नहीं जुड़ी हैं। प्रसव के दौरान, ये प्लेट एक दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं, ताकि शिशु प्रसव नलिका से आसानी से बाहर आ सके। जन्म के बाद आप अपने शिशु की खोपड़ी में खाली जगह (कलांतराल-फॉन्टानेल) देख या महसूस कर सकते हैं। ये खाली जगह शिशु के 18 महीने का होने से पहले बंद नहीं होंगी। यदि आपके गर्भ में पुत्र है, तो उसके वृषण उसके पेट के निचले हिस्से से अंडकोष में आना जारी रखेंगे। कई बार, जन्म के बाद तक भी एक या दोनों वृषण पूरी तरह अंडकोष में नहीं आते। यह खासकर उन शिशुओं में अधिक आम है, जो समय से पहले पैदा होते हैं। नीचे अंडकोष में न आए हुए अधिकांश वृषण शिशु के छह महीने का होने तक अपने सही स्थान पर आ जाते हैं।
गर्भावस्था के 33वें सप्ताह में शारीरिक परिवर्तन
हो सकता है आपको अपने पैर, हाथ, चेहरा और टखने थोड़े सूजे हुए लगें। इस जल प्रतिधारण को इडिमा भी कहा जाता है। यह अक्सर गर्मियों के मौसम में और दिन के अंत में ज्यादा होता है।
यह बात अजीब लग सकती है, मगर पानी की मात्रा कम करने की बजाय अधिक पानी पीने से जल प्रतिधारण को कम किया जा सकता है। इसलिए खूब सारा पानी पीएं! मगर यदि सूजन बहुत ज्यादा हो और आपको सिरदर्द भी हो, तो तुरंत अपनी डॉक्टर से बात करें, क्योंकि कई बार ऐसे लक्षण प्री-एक्लेमप्सिया का संकेत हो सकते हैं।
क्या आपके स्तनों से थोड़ा रिसाव हो रहा है? इसका मतलब है कि आपका शरीर शिशु को स्तनपान करवाने के लिए तैयार हो रहा है। यह कोई चिंता की बात नहीं है। स्तनों से जो रिस रहा है, वह आपका पहला गाढ़ा, मलाईदार दूध (कोलोस्ट्रम) है, जो स्तनों में स्तनदूध से पहले बनता है। स्तनों से रिसाव होना परेशानी का सबब हो सकता है, मगर ब्रा के अंदर ब्रेस्ट पैड पहनना सही रहता है। ये पैड सारा तरल सोख लेते हैं और कपड़ों पर गीले निशान नहीं दिखाई देते।
आप स्तनों को दबाकर दूध न निकालें। इससे स्तनों से रिसाव होना कम नहीं होगा। दूध निकालने से शरीर में आॅक्सीटॉसिन हॉर्मोन निकलता है और गर्भाशयी संकुचन शुरु हो सकते हैं।
ध्यान रखें कि यदि गर्भावस्था में आपके स्तनों से रिसाव होता है, तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि शिशु के जन्म से पहले आपका दूध समाप्त हो जाएगा। आपका शरीर दूध का उत्पादन जारी रखता है!
33 सप्ताह गर्भवती होने पर क्या जानना जरुरी है
कुछ गर्भस्थ शिशु दूसरों की तुलना में अधिक क्रियाशील व फुर्तीले होते हैं। मगर यह पता होना अच्छा रहता है कि वास्तव में आपको अपने शिशु की हलचल कितनी बार महसूस होनी चाहिए। कई बार ऐसा लगने लगता है कि शिशु की हलचल होना बंद हो गई है, ऐसे में डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए, इस बारे में यहां पढ़ें। अगर, आपको प्लेसेंटा प्रिविया है तो आपको विशेष ध्यान रखने की जरुरत होगी।
जैसे-जैसे आपके प्रसव की नियत तिथि नजदीक आती जाती है, हो सकता है आपको प्रसव शुरु करने के तरीकों और आसान डिलीवरी को लेकर बहुत सी सलाहें मिलने लगें। कुछ लोग प्रसव में आसानी के लिए घी पीने की भी सलाह देते हैं, मगर क्या यह वास्तव में फायदेमंद हैं, यहां पढ़ें।
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