छोटे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें?pregnancytips.in

Posted on Tue 18th Oct 2022 : 12:33

बच्चे को यदि सांस लेने में दिक्कत होती है और वह रुक -रुककर स्तनपान कर पाता है। साथ ही उसे जुकाम, खांसी और निमोनिया अधिक होता है तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। यह बच्चे के दिल में छेद होने के लक्षण हैं।
ऐसे बच्चों का अब बिना चीरफाड़ किए नई पद्धति से इलाज संभव है। यह जानकारी अपोलो हॉस्पिटल नई दिल्ली की सीनियर बाल एवं शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीषा चक्रवर्ती ने बुधवार को मैस्कॉट हॉस्पिटल में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि ग्वालियर-चंबल संभाग से आने वाले बच्चों में दिल में छेद, वाल्व में सिकुडऩ तथा टेट्रोलॉजी ऑफ फ्लो ((टॉफ)) नामक हृदय संबंधी बीमारी अधिक पाई जाती है। टॉफ भी एक खतरनाक बीमारी है।
इसमें अच्छा खून गंदे खून में मिल जाता है, जिससे रोगी के हार्ट पर अधिक जोर पड़ता है। इसमें जब बच्चा रोता है तो उसकी जीभ और नाखून नीले पड़ जाते हैं। समय रहते इन बीमारियों का पता चल जाए तो रोगी इलाज पाकर नॉर्मल बच्चों की तरह जीवन जी सकता है।
रिम्यूटिक हार्ट डिसीज के बारे में उन्होंने बताया कि आमतौर पर बच्चा जब जोड़ों में दर्द के साथ सांस फूलने तथा कभी -कभी सीने में दर्द की शिकायत करता है तो पेरेंट्स उसे अनदेखा कर देते हैं। यह रिम्यूटिक हार्ट डिसीज के लक्षण हैं।
बच्चे में यदि उक्त लक्षण दिखाई दें तो उन्हें बाल एवं शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। यदि समय रहते बच्चे को इलाज नहीं मिलेगा तो वह उसके लिए घातक हो सकता है।

ब्लड रिलेशन में शादी करने वालों की संतान अधिक होती हैं प्रभावित: उन्होंने बताया कि ब्लड रिलेशन में शादी करने वालों के बच्चों में हृदय संबंधी परेशानी होने की आशंका अधिक रहती है। इसका कारण यह है कि पति -पत्नी के दोनों के जीन एक से होते हैं। इसके कारण इनकी संतान में हृदय संबंधी बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है।

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