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लेबर पेन लाने के उपाय: (Natural ways to induce labor)
आगे जानिए लेबर पेन लाने के 7 नैचुरल उपाय (Natural ways to induce labor)।
1. कमरे में चलें-फिरें–
लेबर पेन लाने के उपाय के लिए कमरे के अंदर मूवमेंट करने से ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जिससे डाइलेशन में तेजी आती है। आप कमरे में चल फिर सकती हैं। इसके लिए आपको भागने या दौड़ने की जरूरत नहीं है। बेड या कुर्सी पर सिंपल मूवमेंट करने से लेबर बढ़ता है। तकनीकी रूप से ऐसा करने से आपकी गर्भाशय ग्रीवा पर दबाव पड़ता है।
नर्सिंग रिचर्स की स्टडी के मुताबिक लेबर की शुरुआती और आखिरी स्टेज में महिलाओं को संकुचन के कारण दर्द सहना पड़ता है। ऐसे में अगर महिला थोड़ी हिम्मत करके लेबर के दौरान मूवमेंट करती है तो लेबर मसल्स की टेंशन दूर होने में आसानी होती है। ये काम भले ही हिम्मत भरा है, लेकिन इससे महिला को फायदा पहुंचता है। ऐसे में महिला को बैक पेन होना भी आम बात होती है। कुछ समय की मेहनत से डिलिवरी में आसानी रहती है।
लेबर की फर्स्ट स्टेज शुरू हो जाने पर एक जगह न बैठें, ऐसे में चलते-फिरते रहना सही रहेगा। ऐसा करने से लेबर जल्दी होगा। रिसर्च में भी ये बात सामने आ चुकी है चलते फिरने रहने ये सही रहता है।
2. एक्सरसाइज बॉल का करें इस्तेमाल –
लेबर को तेज करने में एक्सरसाइज या जुंबा बॉल मदद कर सकती है। इस बॉल पर बैठने और हल्का फुल्का आगे पीछे हिलने और पेल्विक की मसल्स को ढीला और रिलेक्स रखने से लेबर में तेजी आ सकती है।
3. रिलैक्स रहें –
प्रेग्नेंसी की आखिरी स्टेज के दौरान आप तनाव में रह सकती हैं लेकिन, इस स्थिति में रिलेक्स रहकर आपको कई फायदे हो सकते हैं। तनाव और मसल्स पर टेंशन रहने से यह गर्भाशय ग्रीवा को खुलने में और ज्यादा सख्त कर देता है। इस प्रकार की दिक्कतें बच्चे के बाहर आने में बाधा बन सकती हैं। रिलेक्स रहने के लिए आप ब्रीथिंग टेक्नीक और मेडिटेशन का सहारा ले सकती हैं। लेबर के दौरान ब्रीदिंग टेक्नीक और मेडिटेशन लेबर को तेज कर सकते हैं। किसी भी टेक्निक का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
4. एक्यूप्रेशर (Accupressure) –
कुछ जानकारों का मानना है कि एक्यूप्रेशर से लेबर में तेजी आती है। हालांकि, इस प्रकार के दावों की अभी तक वैज्ञानिक रूप से पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है। ऐसे में एक्यूप्रेशर का सहारा लेने से पहले आपको एक ट्रेन्ड प्रोफेशनल से सलाह जरूर लेनी चाहिए। कई बार कुछ चीजें किसी एक महिला अच्छा प्रभाव दिखाती हैं तो कुछ दूसरी पर बुरा।
5. ब्रेस्ट स्टिम्युलेशन (Breast stimulation)–
ब्रेस्ट को स्टिमुलेट करने से ब्लडस्ट्रीम में ऑक्सिटॉक्सिन रिलीज होने पर कॉन्ट्रेक्शन होता है। इससे आपके लेबर में तेजी आती है। इस स्थिति में या तो आप निप्पल्स पर मसाज या फिर उन्हें पंप कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त, गुनगुने पानी का ऊपर से निप्पल पर गिरना भी ब्रेस्ट को स्टिमुलेट करता है। ज्यादातर महिलाएं ब्रेस्ट स्टिमुलेटिंग को लेकर अपने अनुभवों के आधार पर यह दावा करती हैं लेकिन, इस संबंध में अभी पर्याप्त अध्ययन की आवश्यकता है।
6. टॉयलेट सिटिंग (Toilet sitting) –
टॉयलेट सिटिंग अद्भुत तरीके से कार्य करती है। भले ही आप ब्लैडर को खाली करने के लिए कमोड का इस्तेमाल कर रही हों या सिर्फ इस पर बैठी हों। टॉयलेट सिटिंग पुजिशन लेबर में तेजी लाती है। इसके बारे में डॉक्टर से अच्छी तरह आप समझ सकती हैं।
7. पुजिशन में बदलाव करें) –
बिना फिजिकली एक्टिव हुए एक ही अवस्था में बने रहने से आपको नुकसान हो सकता है। यह आपके लेबर में देरी कर सकता है। इस स्थिति में आपको अपनी पुजिशन बदलने की आवश्यकता है। इसके अलावा, शिशु की डिलिवरी के लिए आपको एक बेहतर पॉश्चर बनाना पड़ेगा।
इस स्थिति में पुजिशन बदलकर या विशेष स्थिति में रहकर शिशु को पेल्विस (Pelvis) से बाहर आने में मदद मिलेगी। इससे गर्भाशय की ग्रीवा पर दबाव भी पड़ेगा, जिससे लेबर में तेजी आएगी। आपके मूवमेंट करने से शिशु अपने आप ही बाहर आने के लिए अपने आप को एडजस्ट कर लेता है
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