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नॉर्मल डिलीवरी के बाद लगे टांकों की इस तरह करेंगी देखभाल, तो वजाइना का नहीं होगा बुरा हाल
नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में टांके लगते हैं और प्रसव के बाद इन टांकों की सही देखभाल करना बहुत जरूरी है ताकि इंफेक्शन या किसी और तरह की परेशानी से बचा जा सके।
सिजेरियन डिलीवरी में तो टांके लगते ही हैं लेकिन नॉर्मल डिलीवरी में भी टांके आते हैं। नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइना की दीवार हल्की सी टियर (छिल) हो जाती है और इसकी टियरिंग को बढ़ने से रोकने और इंफेक्शन को दूर करने के लिए टांके लगाए जाते हैं।
आमतौर पर शुरुआत में टांकों में दर्द होता है और इनके भरने की प्रक्रिया शुरू होने पर, इनमें खुजली भी हो सकती है। नॉर्मल डिलीवरी के बाद टांकों की सही देखभाल करना जरूरी होता है जाकि इसमें इंफेक्शन न हो और न ही किसी तरह की कोई दिक्कत आए। नॉर्मल डिलीवरी के बाद योनि में दर्द और सूजन आती है इसलिए टांकों को ठीक से भरने और योनि को रिकवर करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है।
कितने दिनों में भरते हैं टांके
नॉर्मल डिलीवरी के बाद लगे टांकों को भरने में कम समय लगता है और अगर अच्छी देखभाल की जाए तो यह और जल्दी ठीक हो सकते हैं। वजाइनल डिलीवरी के बाद छोटा टांका लगा है, तो इसे ठीक होने में 2 से 3 हफ्तों का समय लगता है लेकिन हर महिला में यह प्रक्रिया अलग हो सकती है। एक हफ्ते के बाद दर्द में कमी आ सकती है लेकिन असहजता एक महीने तक महसूस होती है।
अगर सीरियस टियरिंग में गहरे टांके लगे हों तो इसे पूरी तरह से ठीक होने में 6 से 8 हफ्ते का समय लग जाता है। एक महीने तक इसमें दर्द रहता है। जब टांके ठीक होना शुरू करते हैं, तब इनमें खुजली हो सकती है। 6वें सप्ताह के आसपास आप डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाएं ताकि पता चल सके कि टांके ठीक हो रहे हैं या नहीं।
दर्द वाली जगह पर कैसे पाएं आराम
नॉर्मल डिलीवरी के बाद टांकों में दर्द हो सकता है। इस दर्द को कम करने के लिए आप निम्न तरीके अपना सकती हैं :
एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें बैठ जाएं। इससे दर्द और सूजन दोनों कम होंगी। इसके बाद टांके वाली जगह को तौलिए से सुखाना न भूलें।
मल त्याग करते समय पेरिनियम वाले हिस्से में प्रेशर को कम करने के लिए टांकों पर हल्के से पैड की मदद से प्रेस करें।
पेशाब करते समय दर्द हो रहा है, तो योनि में गुनगुना पानी डालने से जलन कम हो सकती है।
इंफेक्शन से बचने के लिए पेरिनियम और योनि के हिस्से को साफ और सूखा रखें। आप डॉक्टर की सलाह पर दर्द को कम करने की दवा ले सकती हैं।
आईवीएफ एक्सपर्ट डॉक्टर सुची कालिया का कहना है कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद टांकों की देखभाल में पेशाब या मल त्याग करने के बाद टांकों को हल्के हाथ से साफ करें। आगे से पीछे तक के हिस्से को साफ करना होता है। इसके अलावा पैरों को ज्यादा दूर नहीं रखना होता है।
दोनों पैरों को एक-दूसरे के नजदीक रखें। आलती-पालथी की पोजीशन में बैठकर स्तनपान नहीं करवाना चाहिए क्योंकि इससे टांकों पर जोर पड़ता है। कब्ज न होने दें, इससे भी टांके जल्दी भर जाते हैं।
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