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यहां ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि प्रसव के बाद अधिकतर महिलाओं में हाइड्रेशन की वजह से बहुत अच्छी मात्रा में दूध की आपूर्ति होती है. रक्त के संचालन में भी वृद्धि होती है, और शरीर से मल नियमित रूप से और आसानी से भी निकल जाता है. इसलिए महिलाओं को प्रतिदिन छह से आठ गिलास पानी पीना चाहिए.
जिन माताओं ने शिशु को जन्म दिया है, उनके पोषण का प्रभाव सीधे तौर पर उनके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. यानी नई माताएं, जो भी पोषण ग्रहण करती हैं, उसका सीधा असर बच्चे के लिए स्तनपान पोषण को भी निर्धारित करेगा.
भोजन का समय हो नियमित
नई माताओं के लिए भोजन का समय नियमित होना चाहिए. स्तनपान कराने वाली माताओं को 1 दिन में लगभग 2100 कैलोरी की आवश्यकता होती है और एक सामान्य स्तनपान कराने वाली महिलाओं की तुलना में यह आवश्यकता 400 से 500 कैलोरी अधिक होती है.
डिलीवरी के बाद इस तरह की होनी चाहिए थाली
संतुलित आहार का अर्थ एक ऐसी थाली से है, जिसमें नई माताओं के लिए एक तिहाई हरी सब्जियां, एक तिहाई प्रोटीन और एक तिहाई कार्बोहाइड्रेट हो. संतुलित आहार इसलिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे माता के दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है. ऐसे दूध से नवजात बच्चे के भूख को शांत करने की संभावना अधिक से अधिक रहती है. इसके अलावा नई माताएं अपने खाने में ब्राउन राइस मोटे अनाज, पास्ता, चपाती और साबुत अनाज भी शामिल कर सकती हैं. इस प्रकार के भोजन से उन्हें और अधिक कैलोरी प्राप्त होगी.
शाकाहारी थाली में ये चीजें करें शामिल
यदि आप शाकाहारी हैं तो आपको अपने खाने में विभिन्न प्रकार की हरी साग-सब्जियां, विभिन्न प्रकार के फल, विभिन्न प्रकार के मेवों के साथ ही विटामिन बी12, विटामिन डी, ओमेगा 3 फैटी एसिड और कैल्शियम सप्लीमेंट को भी शामिल करना चाहिए.
नई माताओं को कितना पानी पीना चाहिए
नई मांओं को अपने रोज के खाने में दूध, दही, घी को भी शामिल करना चाहिए, जिससे उन्हें कैल्शियम मिलेगा और इससे बच्चे की हड्डियां मजबूत होंगी. यहां ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि प्रसव के बाद अधिकतर महिलाओं में हाइड्रेशन की वजह से बहुत अच्छी मात्रा में दूध की आपूर्ति होती है. रक्त के संचालन में भी वृद्धि होती है, और शरीर से मल नियमित रूप से और आसानी से भी निकल जाता है. इसलिए महिलाओं को प्रतिदिन छह से आठ गिलास पानी पीना चाहिए.
नवजात की मां को भरपूर विटामिन लेना चाहिए
कुछ महिलाएं जो प्रतिबंधात्मक आहार लेती हैं उन महिलाओं में पोषण के तत्वों की कमी का खतरा अधिक रहता है, इसलिए एक नवजात शिशु की माता को विटामिन भरपूर मात्रा में लेना चाहिए. स्तनपान के दौरान अक्सर देखा जाता है, कि महिलाओं में आयोडीन, कैल्शियम की कमी बढ़ जाती है. इस कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को मल्टी विटामिन, विटामिन डी, और कैल्शियम का सेवन करना चाहिए.
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