डिलीवरी के बाद कितनी देर तक गर्म पानी पर बैठना चाहिए?pregnancytips.in

Posted on Thu 13th Oct 2022 : 11:34

सी-सेक्शन के बाद गर्म पानी से नहाने से शरीर को मिलते हैं कई फायदे, जानिए कब चाहिए नहाना
लंबी प्रसव पीड़ा के बाद आपको पता चलता है कि नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं है। डॉक्टर तुरंत सी-सेक्शन के लिए आपको ओ.टी (Operation Theater) ले जाते हैं और डिलीवरी कर देते हैं।कुछ घंटे बाद जब आपको होश आता है तो, अपने नवजात शिशु को सामने पाकर सारी थकान दूर हो जाती है। वहीं, दूसरी ओर जहन में एक ही ख्याल आ रहा होता है कि काश! आप स्नान कर पातीं। जाहिर है कि लगातार ब्लीडिंग के कारण आप खुद को अन हाइजीन महसूस कर रही हैं। ऐसे में डॉक्टर से आपका पहला सवाल यही होता है कि आप स्नान कब कर सकती हैं। साथ ही इस वक्त किन

​इन बातों का ध्यान रखें

सिजेरियन के बाद रिकवरी होने में कुछ हफ्ते लग जाते हैं। डिलीवरी के बाद हैवी ब्लीडिंग शुरू हो जाती है। कुछ महिलाओं को बुखार और गैस्ट्रिक पैन भी होता है, इसलिए प्रसव के बाद भी कैल्शियम, आयरन और एंटीबायोटिक लेना न भूलें। यह संक्रमण के जोखिम को कम करता है और आपके घाव जल्दी भरने में सहायता करता है।

स्नान के वक्त कट वाली जगह को ड्राई रखें। धीरे-धीरे पानी डालें, ताकि स्टिच पर किसी तरह का दबाव न पड़े।
बैक्टीरिया को कट से दूर रखने के लिए एंटीसेप्टिक जैसे बीटाडीन, डेटॉल या सेवलॉन आदि को पानी में मिलाकर स्नान करें। डॉक्टर की सलाह पर मेडिकेटिड सोप भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्नान करते समय गुनगुने पानी का ही प्रयोग करें। अत्यधिक ठंडे या गर्म पानी से बचें, क्योंकि यह घाव को प्रभावित कर सकता है।
एक बार जब आप घाव को धो लें तो, उसे किसी साफ तौलिये से पोंछ लें। स्नान के बाद एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना ना भूलें। किसी भी अन्य क्रीम, सेंटिड सोप या ऑयल का उपयोग न करें। वे घाव में जलन पैदा कर सकते हैं।

तकरीबन, चार सप्ताह तक बाथ टब इस्तेमाल करने से बचें। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि आपको घाव को ड्राई रखना है। इसके अलावा, अगर आपको ब्लीडिंग हो रही है तो इससे दूसरों को आपसे इंफेक्शन जो सकता है।
बाथ टब उपयोग में लाने के बाद रोजाना साफ करें। बाथटब में फिसलने और गिरने का खतरा है, जो घाव को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, आपको घाव को पूरी तरह से ठीक होने का इंतजार करें।
​सी-सेक्शन के बाद स्नान करने के फायदे

सिजेरियन सेक्शन के बाद गर्म पानी से स्नान करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं-

सिजेरियन डिलीवरी के बाद गर्म पानी से नहाने से शारीरिक और मानसिक आराम मिलता है। यह आपको थकान से राहत दे सकता है।
यह मांसपेशियों और पेल्विक को रिलैक्स करता है।
इससे कब्ज और बवासीर की समस्या कम होती है। यह प्रसव के बाद जलन और सूजन को कम करता है।
यह एपीसीओटॉमी (Episiotomy) को रिपेयर करता है।

किसी भी महिला के लिए पोस्ट डिलीवरी का समय मुश्किलों भरा रहता है। इसके बाद नॉर्मल होने में थोड़ा वक्त लगता है। इस समय आप शारीरिक और भावनात्मक पीड़ा से गुजर रहे होते हैं। ऐसे में हॉट बाथ आपको हर तरह से रिलैक्स करेगा, लेकिन संक्रमण से बचने के लिए उपरोक्त बातों का ध्यान रखें।

सावधानियों का ध्यान रखना आवश्यक है।
क्या सी-सेक्शन के बाद स्नान कर सकते हैं?
माना कि हैवी ब्लीडिंग में स्नान न करना थोड़ा तकलीफदेह है। एक तरफ इंफेक्शन का डर है तो, दूसरी तरफ ब्लीडिंग से आने वाली बदबू परेशान करती है। यदि आप सी-सेक्शन के बाद स्नान करना चाहती हैं तो, पहले अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा लें। फिर हमारे द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। यह आपको बताएगा कि सी-सेक्शन के बाद हॉट बाथ (Hot Bath) लेते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए -आमतौर पर सर्जरी के बाद डॉक्टर तीन सप्ताह तक केवल स्पंज बाथ की सलाह देते हैं। यदि जल्दी रिकवरी हो जाती है तो, आप उससे पहले भी फुल बाथ ले सकते हैं। दरअसल, कट वाली जगह पर पानी पड़ने से स्टिचेज इन्फेक्टेड हो सकते हैं। इससे आपकी योनि में पानी जाने खतरा भी होता है। यह सेप्टिक भी कर सकता है, इसलिए सी-सेक्शन के तुरंत या कुछ दिनों बाद आप फुल बाथ से बचें।हालांकि, आप शॉवर ले सकते हैं, लेकिन ख्याल रहे कि स्टिच वाली जगह पर रगड़ें नहीं! यदि एक सप्ताह के बाद भी घाव पर पट्टी है तो, इसे किसी कपड़े से कवर कर लें, ताकि संक्रमण से बचा जा सके।

​इन बातों का ध्यान रखें

सिजेरियन के बाद रिकवरी होने में कुछ हफ्ते लग जाते हैं। डिलीवरी के बाद हैवी ब्लीडिंग शुरू हो जाती है। कुछ महिलाओं को बुखार और गैस्ट्रिक पैन भी होता है, इसलिए प्रसव के बाद भी कैल्शियम, आयरन और एंटीबायोटिक लेना न भूलें। यह संक्रमण के जोखिम को कम करता है और आपके घाव जल्दी भरने में सहायता करता है।

स्नान के वक्त कट वाली जगह को ड्राई रखें। धीरे-धीरे पानी डालें, ताकि स्टिच पर किसी तरह का दबाव न पड़े।
बैक्टीरिया को कट से दूर रखने के लिए एंटीसेप्टिक जैसे बीटाडीन, डेटॉल या सेवलॉन आदि को पानी में मिलाकर स्नान करें। डॉक्टर की सलाह पर मेडिकेटिड सोप भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्नान करते समय गुनगुने पानी का ही प्रयोग करें। अत्यधिक ठंडे या गर्म पानी से बचें, क्योंकि यह घाव को प्रभावित कर सकता है।
एक बार जब आप घाव को धो लें तो, उसे किसी साफ तौलिये से पोंछ लें। स्नान के बाद एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना ना भूलें। किसी भी अन्य क्रीम, सेंटिड सोप या ऑयल का उपयोग न करें। वे घाव में जलन पैदा कर सकते हैं।

तकरीबन, चार सप्ताह तक बाथ टब इस्तेमाल करने से बचें। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि आपको घाव को ड्राई रखना है। इसके अलावा, अगर आपको ब्लीडिंग हो रही है तो इससे दूसरों को आपसे इंफेक्शन जो सकता है।
बाथ टब उपयोग में लाने के बाद रोजाना साफ करें। बाथटब में फिसलने और गिरने का खतरा है, जो घाव को संक्रमित कर सकता है। इसलिए, आपको घाव को पूरी तरह से ठीक होने का इंतजार करें।

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wordpress 1 year ago 5 Answer
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