डिलीवरी के बाद सफेद पानी क्यों आता है?pregnancytips.in

Posted on Thu 28th Jan 2021 : 19:47

गर्भावस्‍था के दौरान योनि से सफेद पानी आने का क्‍या मतलब है

प्रेगनेंसी में योनि से सफेद पानी (leukorrhea in pregnancy)आता है जिसे ल्‍यूकोरिया कहते हैं। कुछ महिलाओं को सफेद पानी ज्‍यादा आता है तो कुछ को कम।
leukorrhea in pregnancy in hindi
गर्भावस्‍था के दौरान वैजाइनल डिस्‍चार्ज में बदलाव आता है, इसके रंग, टेक्‍सचर और वॉल्‍यूम में बदलाव आ सकता है। वैजाइनल डिस्‍चार्ज (योनि से स्राव) को अक्‍सर प्रेगनेंसी का शुरुआती लक्षण माना जाता है। इसके रंग में कुछ बदलाव नॉर्मल होते हैं तो कुछ किसी तरह के इंफेक्‍शन या अन्‍य किसी समस्‍या का संकेत हो सकते हैं।

गर्भावस्‍था के दौरान शरीर को कई तरह के बदलावों से गुजरना पड़ता है। इन नौ महीनों में आने वाले बदलावों में योनि से सफेद पानी आना भी शामिल है। कई महिलाओं को यह पता नहीं होता है कि प्रेगनेंसी में वैजाइनल डिस्‍चार्ज होता है और ऐसा होने पर उन्‍हें चिंता होने लगती है जबकि गर्भावस्‍था में सफेद पानी आना नॉर्मल बात है।

सफेद पानी क्‍या होता है?
गर्भाशय ग्रीवा और वैजाइना में सफेद रंग का एक तरल बनता है जो कि शरीर से गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है। माना जाता है कि सफेद पानी के जरिए महिलाओं के शरीर से मृत कोशिकाएं बाहर निकाल जाती हैं। गर्भावस्‍था की तीसरी तिमाही में वैजाइनल डिस्‍चार्ज बढ़ जाता है।
सफेद रंग का गाढ़ा, चिपचिपा और गंधहीन डिस्‍चार्ज आना नॉर्मल बात है।

प्रेगनेंसी में सफेद पानी आने के कारण
गर्भावस्‍था की हर तिमाही में महिलाओं की योनि से सफेद पानी आता है। किसी महिला को य‍ह समस्‍या अधिक होती है तो किसी को कम। योनि से सफेद पानी आने को ल्‍यूकोरिया भी कहते हैं।
प्रेगनेंसी में एस्‍ट्रोजन का स्‍तर बढ़ जाता है जिससे पेल्विक हिस्‍से में रक्‍त प्रवाह में वृद्धि होती है। अधिक रक्‍त प्रवाह होने से शरीर की म्‍यूकस झिल्लियां उत्‍तेजित हो जाती हैं जिससे प्रेगनेंसी की शुरुआत और इसके दौरान वैजाइनल डिस्‍चार्ज अधिक होता है।
योनि से सफेद पानी आने का मतलब है कि योनि से मृत कोशिकाएं बाहर निकल रही हैं और बर्थ कैनाल को संक्रमण से सुरक्षा मिल रही है। इससे योनि में बैक्‍टीरिया संतुलित रहता है।

सफेद पानी आने पर क्‍या करें
अगर प्रेगनेंसी के दौरान सफेद पानी बहुत ज्‍यादा आ रहा है और इसमें बदबू आ रही है तो यह इंफेक्‍शन का संकेत हो सकता है। डॉक्‍टर एंटीबायोटिक या अन्‍य कोई दवा दे सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान योनि को स्‍वस्‍थ रखने के लिए टैंपोन का इस्‍तेमाल न करें। अपने प्राइवेट पार्ट्स में केमिकल वाली चीजों का इस्‍तेमाल करने से बचें।
यौन अंगों में गीलापन न रहने दें। सूती अंडरवियर ही पहनें। टाइट जीन्स और नाइलॉन के कपड़े पहनने से बचें। संतुलित आहार लें और अधिक शुगर का सेवन न करें क्‍योंकि इससे यीस्‍ट इंफेक्‍शन का खतरा रहता है। अपनी डायट में प्रोबायोटिक फूड और सप्‍लीमेंट लें।

डॉक्‍टर को कब दिखाएं
यदि पीला, हरा या गाढ़ा डिस्‍चार्ज हो रहा है, योनि से गंदी बदबू आ रही है, योनि के अंदर या योनि मुख पर खुजली या जलन हो रही है, पेशाब करते समय जलन हो रही है या सेक्‍स करते समय योनि में दर्द हो रहा है तो आपको डॉक्‍टर से बात करनी चाहिए।
अगर प्रेगनेंसी में स्‍पॉटिंग (खून के धब्‍बे) या ब्‍लीडिंग ज्‍यादा हो रही है या एक दिन से अधिक समय से हो रही है या इसके साथ दर्द और ऐंठन भी हो रही है तो तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।

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