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प्रसव पीड़ा की पहचान कैसे कर सकती हूं?
हर महिला का प्रसव का अनुभव अलग होता है। संभव है कि आपको प्रसव के शुरु होने का पता तब चले जब आप इससे गुजर चुकी हों! हालांकि, प्रसव शुरु होने के शुरुआती संकेत इतने स्पष्ट नहीं होते कि उनपर भरोसा किया जा सके, मगर निम्नांकित लक्षण इस बात के विश्वसनीय संकेत हैं कि वास्तविक प्रसव शुरू हो गया है।
दर्दभरे, नियमित संकुचन। धीरे धीरे इनकी बारंबारता, अवधि और प्रबलता बढ़ती जाती है क्योंकि ये ग्रीवा को विस्फारित करना शुरू कर देते हैं।
पीठ में नीचे की तरफ या पेट में लगातार दर्द और महावारी जैसी ऐंठन महसूस होना।
पानी की थैली फटना। एमनियोटिक द्रव के तेजी से बहने या रिसाव होने के साथ आपकी झिल्लियां फट सकती हैं। हालांकि, ऐसा प्रसव शुरु होने से काफी पहले हो सकता है, मगर आपको फिर भी अपनी डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए।
चिपिचिपा, जैली जैसा श्लेम निकलना, जिसमें खून भी दिखाई दे सकता है। यह वह श्लेम डाट (म्यूकस प्लग) होता है, जो गर्भावस्था के दौरान ग्रीवा को बंद रखता है। यदि यह प्लग बाहर आ जाए, तो प्रसव जल्दी ही या फिर कुछ दिनों में शुरु हो सकता है। यह इस बात का संकेत है कि चीजें आगे बढ़ रही हैं।
पेट में गड़बड़ या दस्त।
पेशाब बार-बार आना
डिलीवरी के लिए बच्चे का सिर नीचे योनि की ओर आ जाता है। जब बच्चा इस पोजीशन में शिफ्ट होगा, आपको पता चल जाएगा। इससे फेफड़ों पर पड़ रहा थोड़ा दबाव कम होता है और मूत्राशय पर भार बढ़ जाता है। शिशु का सिर नीचे योनि की ओर आने की वजह से पेशाब करने की इच्छा बढ़ जाती है। अब आपको पहले से भी ज्यादा बार पेशाब करने जाना पड़ सकता है।
लेबर शुरू होने पर आपको मल त्याग करने की जरूरत लग सकती है। चूंकि, इस समय आपको लेबर पेन भी शुरू हो रहा होता है, इसलिए आप इन दोनों के बीच के दर्द को समझ नहीं पाती हैं।
अगर आप इस समय मल त्याग कर लेती हैं, तो पेल्विक हिससेमें शिशु के लिए जगह बन जाती है। लेबर शुरू होने पर महिलाओं को खाली पेट रहने की सलाह दी जाती है।
म्यूकस प्लग निकलना
प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय ग्रीवा में म्यूकस प्लग बनता है। यह एक मोटा चिपचिपा प्लग होता है जो गर्भाशय ग्रीवा में नमी बनाए रखने और उसे बैक्टीरिया से बचाने के लिए बनता है। डिलीवरी डेट आने पर गर्भाशय ग्रीवा चौड़ी होनी शुरू हो जाती है।
इस प्रक्रिया में म्यूकस प्लग ढीला होता है और अपने आप निकल जाता है। यह बेरंग, भूरा, गुलाबी या हल्के से खून के धब्बे लिए हो सकता है। म्यूकस प्लग निकलने के कुछ दिन या हफ्ते बाद ही आपकी डिलीवरी हो सकती है।
कमर दर्द तेज हो जाना
शिशु का सिर नीचे की ओर आने की वजह से कमर दर्द बढ़ने लगता है। लेबर के दौरान शिशु के सिर की वजह से मां के टेलबोन (रीढ़ की हड्डी के तले में स्थित छोटी-सी हड्डी) दबाव पड़ता है। इसके कारण बहुत तेज पीठ दर्द होता है।
डिलीवरी से कुछ समय या दिन पहले पेट में कॉन्ट्रैक्शन उठनी भी शुरू हो जाती है। इसका मतलब है कि जन्म नलिका पर शिशु से दबाव पड़ना शुरू हो गया है। इस समय आपको गर्भाशय में ऊपर से लेकर बीच में हल्की कॉन्ट्रैक्शन महसूस होगी।
पानी की थैली फटना
प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भ में भ्रूण एमनिओटिक फ्लूइड की एक थैली से ढका होता है। यह शिशु को सुरक्षित रखने के लिए होती है। लेबर की शुरुआत में यह थैली फट जाती है और इसका बेरंग दिखने वाला पानी बाहर आ जाता है। पानी की थैली फटने के तुरंत बाद आपको हॉस्पिटल चले जाना चाहिए।
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