नवजात शिशु को हींग पिलाने से क्या होता है?pregnancytips.in

Posted on Tue 18th Oct 2022 : 11:11

पेट दर्द से रोता है शिशु तो इस मसाले से करें फ्री में इलाज
हींग में अनेक औषधीय गुण होते हैं और शिशु को भी इससे कई तरह के लाभ मिलते हैं। बच्‍चों को पेट दर्द से राहत दिलाने के लिए हींग उपयोगी है।
बच्‍चों को कोलिक पेन (पेट दर्द के कारण शिशु का रोना) अक्‍सर परेशान करता है जिसकी वजह से वो बहुत रोते हैं। ऐसे में मांओं को समझ नहीं आता कि शिशु के दर्द को कम करने के लिए क्‍या करें। हींग शिशु के दर्द को कम करने में बहुत असरकारी होती है। इसका इस्‍तेमाल भारतीय व्‍यंजनों में खूब किया जाता है। पेट दर्द और कोलिक से राहत पाने के लिए हींग लाभकारी उपाय है।नवजात शिशु के लिए हींगहींग नवजात शिशुओं के लिए सुरक्षित है लेकिन इसे सीधे तौर पर नहीं खिला सकते हैं क्‍योंकि बच्‍चे का पाचन तंत्र बहुत कमजोर होता है। चूंकि, इस मसाले का स्‍वाद बहुत तेज होता है और औषधीय गुणों के कारण हींग का पेस्‍ट बनाकर उससे शिशु के पेट की हल्‍के हाथों से मालिश करें। 10 महीने से कम उम्र के बच्‍चे को हींग नहीं खिलानी चाहिए क्‍योंकि इस समय तक बच्‍चे का इम्‍यून सिस्‍टम विकसित हो रहा होता है। बच्‍चों में खून से संबंधित विकार हो सकते हैं।शिशु को हींग कैसे खिलाएं10 महीने की उम्र के बाद शिशु को हींग खिला सकते हैं। इससे कम उम्र के बच्‍चे को हींग न खिलाएं। हींग के पेस्‍ट से शिशु की नाभि की मालिश करें। इसके सूखने पर शिशु को पेट दर्द से तुरंत राहत दिलाने के लिए बच्‍चे को डकार दिलवाएं। इसके बाद शिशु के पेट को गीले साफ कपड़े से पोंछ दें। आप चाहें तो शिशु को गुनगुने पानी से नहला भी सकते हैं।शिशु के लिए हींग के फायदे
10 महीने से अधिक उम्र के बच्‍चे के खाने में एक चुटकी हींग डालकर खिला सकते हैं। इसके लाभ इस प्रकार हैं :
पेट दर्द : शिशु के पेट पर हींग लगाएं। पेट दर्द के कारण बच्‍चा बहुत रोता है और हींग में एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो पेट की लाइनिंग में आए असंतुलन को कम करते हैं। ये गैस और एसिडिटी से भी राहत दिला सकती है।
ओरल हेल्थ : शिशु के मुंह कई जीवाणु घुस जाते हैं जो कि उसकी ओरल हेल्थ (मुंह के स्‍वास्‍थ्‍य) के लिए हानिकारक होते हैं। हींग में एंटीसेप्टिक और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो दांत दर्द, कैविटी के इलाज में मदद कर सकते हैं।
पाचन में सुधार : हींग पाचन में सुधार लाती है और शिशु को कब्‍ज होने से बचाती है। इससे पाचन तंत्र स्‍वस्‍थ होता है।
खांसी, जुकाम और निमोनिया : औषधीय गुणों से युक्‍त हींग शिशु को खांसी से भी राहत दिलाती है। गुनगुने पानी में हींग को घोलकर पेस्‍ट बनाएं और उसे शिशु की छाती पर लगाएं। इससे खांसी और जुकाम से राहत मिल सकती है। बड़े बच्‍चों में अस्‍थमा, निमोनिया और काली खांसी का भी इलाज किया जा सकता है। बच्‍चों को हींग सुंघाएं।

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