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पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग कहीं किसी बीमारी का तो संकेत नहीं, जानें वजह और अन्य जरूरी बातें…!
तमाम महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में हैवी ब्लीडिंग होती है. इसकी वजह से काफी दर्द भी सहना पड़ता है. तमाम महिलाएं इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देती हैं. यहां जानिए इसकी वजह, इलाज और घरेलू उपाय.
महिलाओं हर महीने पीरियड्स के दिनों से गुजरना पड़ता है. पीरियड्स तीन दिन से लेकर सात दिनों तक का समय ले सकते हैं. कुछ महिलाओं को सामान्य रूप से माहवारी होती है और बहुत दिक्कत नहीं होती. वहीं कुछ को इसकी वजह से बहुत ज्यादा दर्द सहना पड़ता है, साथ ही बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है.
कई बार तो दिक्कत इतनी बढ़ जाती है कि हर घंटे में पैड बदलने की जरूरत महसूस होती है. इस समस्या को मेनोरेजिया कहा जाता है. इसमें पीरियड्स के दौरान असामान्य रूप से ज्यादा रक्तस्राव होता है या फिर अधिक दिनों तक पीरियड्स चलते हैं. जानिए इसके बारे में.
क्या है मेनोरेजिया की वजह
1. मेनोरेजिया की कई वजह हो सकती हैं. कई बार ऐसा हार्मोन असंतुलन की वजह से होता है. दरअसल महिलाओं के यूट्रस में हर महीने एक परत बनती है. ये परत पीरियड्स के दौरान शरीर से ब्लीडिंग के जरिए बाहर आती है. जब शरीर में हार्मोन का असंतुलन होता है तो ये परत काफी मोटी हो जाती है. ऐसे में पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग के रूप में ये बाहर आती है. इसके अलावा कई बार ओवलूशन न हो पाने की वजह से भी हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है और हैवी ब्लीडिंग होती है.
2. गर्भाशय में फाइब्रॉएड्स होने की वजह से भी कई बार हैवी ब्लीडिंग होने लगती है. ऐसे में ब्लीडिंग लंबे समय तक भी हो सकती है.
3. गर्भाशय में कैंसर या फिर अंडाशय में कैंसर होने के कारण भी रक्तस्राव अधिक हो सकता है. इसके अलावा कई बार ऐसा आनुवांशिकता की वजह से भी होता है.
ये है इलाज
1. हार्मोनल समस्या होने की कंडीशन में विशेषज्ञ कुछ दवाओं को लेने की सलाह देते हैं, जिनसे हार्मोन को शरीर में संतुलित किया जाता है. वहीं कुछ दवाएं पीरियड्स के दौरान भी लेने के लिए कह सकते हैं.
2. पॉलीप्स या फाइब्रॉएड्स होने पर डॉक्टर आपको सर्जरी कराने की सलाह दे सकते हैं.
3. हैवी ब्लीडिंग के गंभीर मामलों में कई बार सर्जरी की जरूरत पड़ती है. इसमें गर्भाशय को भी निकाला जा सकता है. इसके बाद आपको पीरियड्स नहीं होंगे.
ये हैं घरेलू उपाय
1. सरसों के दानों को मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें. पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होने पर गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच इसका पाउडर लें. इससे काफी आराम मिलता है.
2. सौंफ को पीसकर उसका पाउडर बना लें और इसे एक कप पानी के साथ लगभग 5 मिनट तक उबालें. छानकर गर्मागर्म पिएं.
3. एक तौलिए में बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर उसे अच्छी तरह बांध लीजिए. अपने पेट के निचले हिस्से पर 15 से 20 मिनट के लिए रखें. इससे भी काफी आराम मिलता है.
4. मेथी के बीजों को भी इसके लिए लाभकारी माना जाता है. एक छोटी चम्मच मेथी के बीज को दो कप पानी में उबालें. पानी आधा रहने पर इसे छान लें और इसमें एक चम्मच शहद मिला लें. गुनगुना पिएं. दिन में दो से तीन बार ऐसा करने से लाभ मिलता है.
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