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पीरियड मिस होने से पहले अगर शरीर में दिख रहे हैं बदलाव, हो सकते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण
पीरियड लेट होना एक आम समस्या है।वहीं एक हफ्ते या इससे ज्यादा दिन तक पीरियड नहीं हुआ है तो इसकी वजह प्रेग्नेंसी हो सकती है। हालांकि इससे पहले ही आपको प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखने लगते हैं।
पहली बार मां बनना एक अलग और खूबसूरत एहसास होता है। प्रेग्नेंसी का पता अक्सर तब लगता है जब पीरियड मिस हो जाते हैं या फिर आपको कुछ ऐसे लक्षण दिखने लगें, हालांकि पीरियड मिस होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आप बच्चे पैदा करने की उम्र में हैं तो आप कुछ लक्षणों से पता कर सकते हैं कि आप मां बनने वाली हैं या नहीं। खास बात यह है कि आप इन लक्षणों को पीरियड मिस होने से पहले ही पहचान सकते हैं। यहां देखें पीरियड लेट होने से पहले प्रेग्नेंसी के लक्षण-
प्रेग्नेंसी के लक्षण ( pregnancy symptoms)
1) सूजी हुई चेस्ट- प्रेग्नेंसी की शुरुआत में हार्मोनल परिवर्तन आपके स्तनों को सेंसेटिव और सूजा बना सकता है। हालांकि, कुछ हफ्तों के बाद बेचैनी कम होने की संभावना है क्योंकि आपका शरीर हार्मोनल चेंजेज को एक्सेप्ट करने लगता है।
2) बार-बार यूरिन- पीरियड मिस होने से पहले अगर आपको बार-बार पेशाब आता है तो ये भी प्रेग्नेंसी के लक्षण हो सकते हैं। इस दौरान आपके शरीर में ब्लड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आपके किडनी आपके ब्लैडर में जाने वाले ज्यादा तरल को इकट्ठा करने लगते हैं। फिर प्रेशर पड़ने पर बार-बार पेशाब आता है।
3) थकान- अगर आपको बहुत जल्दी थकान होने लगती है, तो ये भी प्रेग्नेंसी का लक्षण हो सकता है। इस दौरान अधिकतर महिलाओं को बहुत ज्यादा नींद आने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शुरुआती प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोन प्रोजेस्टेरोन का लेवल तेजी से बढ़ता है जिससे थकान हो सकती है।
4) उबकाई- कई महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता लेकिन ये अधिकतर महिलाएं उबकाई के लक्षण से जूझती हैं। ये किसी भी कारण से हो सकता है कई बार ऐसा किसी चाज की खुशबू से होता है, तो कई बार कुछ खाने से भी हो जाता है।
5) मूड स्विंग- इस दौरान क्योंकि कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं तो ऐसे में आपको कई बार बहुत ज्यादा रोना आ सकता है तो कई बार बिना बात के खुशी हो सकती है।
6) खाने से परहेज- हो सकता है इस दौरान आपको अपनी फेवरेट चीजों से नफरत हो जाएं। हॉर्मोनल बदलावों के कारण होता है।
7) कॉन्सटिपेशन-हॉर्मोनल चेंज के कारण कॉन्सटिपेशन की समस्या हो सकती है। क्योंकि पाचन काफी स्लो हो जाता है।
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