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गर्भ में बच्चे का तिरछा या आड़ा होने पर कौन सी सावधानियां हैं जरूरी, जानें डॉक्टर से
गर्भ में बच्चे का तिरछा या आड़े होने पर कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखें
गर्भ में बच्चे का तिरछा या आड़ा होने पर कौन सी सावधानियां हैं जरूरी, जानें डॉक्टर से
प्रेगनेंसी के दौरान शिशु गर्भ में घूमता है। जब आप प्रेगनेंसी के आखिरी चरण पर आती हैं तो बच्चे का सिर नीचे चाली अवस्था में आ जाता है वहीं कुछ केस में बच्चे की पोजिशन आड़ी हो जाती है। इसे ब्रीच बेबी भी कहा जाता है। अगर आपको भी महसूस हो रहा है कि बच्चे की पोजिशन बदल गई है तो आप डॉक्टर की सलाह पर इलाज करवाएं साथ ही कुछ जरूरी सावधानियां बरतें जिनके बारे में हम आगे बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
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कैसे पता चलेगा कि शिशु की पोजिशन आड़ी है? (Breech baby symptoms)
बच्चे का सिर आपको पेल्विस के पास नहीं महसूस हो रहा है तो या बगली में महसूस हो रहा है तो शिशु की पोजिशन आड़ी हो सकती है। इस पोजिशन में वजाइनल डिलीवरी (vaginal delivery in hindi) नामुमकिन हो जाती है। मां और होने वाले बच्चे के लिए प्रेगनेंसी का समय कॉम्प्लिकेशन से भरा हुआ होता है। अगर गर्भस्थ शिशु की पोजिशन आड़ी स्थिति में है तो उससे मां को परेशानी हो सकती है।
बच्चे के आड़ी स्थिति में होने के कारण (Breech baby causes)
अगर गर्भस्थ शिशु की पोजिशन आड़ी है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे-
जुड़वां बच्चे होना, इस स्थिति में फीटस की पोजिशन आड़ी होती है।
पेट में एक फ्लूड की असामान्य मात्रा होना जिसे हम एमनियोटिक के नाम से जानते हैं।
बर्थ कैनाल या यूट्रस में बाधा होना।
पेट की मांसपेशियां ज्यादा लचीली होना।
गर्भस्थ शिशु के आड़े होने की स्थिति में क्या करें?
breach baby in hindi
गर्भस्थ शिशु की पोजिशन आड़ी है तो उस स्थिति में आप डॉक्टर के पास जाएं, डॉक्टर पेट पर हाथ रखकर बच्चे की बार-बार होने वाली मूवमेंट को चेक करेंगे। डॉक्टर सही पोजिशन जानने के लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। आपको कुछ भी एब्नॉर्मल महसूस हो तो आप डॉक्टर को लक्षण बताएं, अगर सही समय पर ये पता चल जाए कि बच्चे की पोजिशन बदली है तो डॉक्टर आपको कुछ आसान टिप्स और योगासन के बारे में जानकारी देंगे जिन्हें करने से बच्चे की पोजिशन नॉर्मल हो सकती है।
बच्चे की पोजिशन आड़ी होना ठीक नहीं है
अगर शिशु की पोजिशन आड़ी होती है तो इससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। अगर बच्चे की पोजिशन आड़ी होती है तो सी-सेक्शन करवाने की जरूरत पड़ सकती है। लंबे समय तक लेबर में रहने के कारण इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। गर्भनाल आगे होने के कारण ऑक्सीजन सप्लाई खराब हो सकती है और खून की कमी हो सकती है जिससे बच्चे की जान को भी खतरा हो सकता है।
अगर आपके शिशु की पोजिशन आड़ी है तो आप कुछ बातों का ध्यान रखें-
शिशु अगर आड़ा है तो आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना है जैसे पोजिशन ठीक करने के किसी भी घरेलू उपायों को न आजमाएं नहीं तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
आपको प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह इंजरी से बचना है।
इस दौरान आप भारी चीजों को न उठाएं वहीं ज्यादा चलने या उठने से बचें।
अगर शिशु की आड़ी पोजिशन है तो समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाते रहें और उनकी सलाह के बगैर किसी दवा का सेवन न करें।
ब्रीच बेबी की स्थिति में आप योगा कर सकती हैं पर इंटेंस वर्कआउट करने से आपको परहेज करना है।
ब्रीच बेबी की स्थिति में आप वॉक कर सकती हैं पर तेज चलने से बचें, आप हल्की स्ट्रेचिंंग कर सकती हैं।
आपको तीसरी तिमाही के बाद रूटीन चेकअप के लिए डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।
बच्चे की पोजिशन आड़ी-तिरछी हो जाए तो आप चिंता न करें और खुद से इलाज ढूढने के बजाय डॉक्टर से संपर्क करें।
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