प्रेगनेंसी के दौरान कौन सी चाय सबसे अच्छी होती है?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:34

गर्भावस्था में महिलाओं के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण यह समझना होता है कि उन्हें क्या खाना-पीना चाहिए और क्या नहीं। इस कशमकश और लोगों से मिलने वाली तरह-तरह की राय से अक्सर महिलाएं कुछ ऐसी चीजों का सेवन कर लेती हैं, जो उनके और उनके गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। इन्हीं में शामिल है चाय। जी हां, चाय गर्भवती महिला के लिए लाभदायक और हानिकारक दोनों साबित हो सकती है। बस जरूरत है तो चाय से जुड़े सभी तथ्यों को जानने की, जो हम आपको मॉमजंक्शन के इस लेख में बताएंगे।

लेख में सबसे पहले जानिए कि प्रेगनेंसी में चाय पीना सुरक्षित है या नहीं।
क्या गर्भावस्था के दौरान चाय पीना सुरक्षित है? |
हां, गर्भावस्था में चाय का सेवन सुरक्षित है, लेकिन आपको इसे संयमित मात्रा में ही पीना चाहिए। इसकी सुरक्षित मात्रा के बारे में हम आपको लेख के अगले हिस्से में बताएंगे। उससे पहले आपको बता दें कि चाय की पत्तियों में पॉलीफेनोल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आपके हृदय को स्वास्थ रखते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करते हैं। साथ ही आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि चाय पीने के कई दुष्परिणाम भी हो सकते हैं, क्योंकि इसमें कैफीन होता है (1)। लेख में आगे हम आपके कैफीन की सुरक्षित मात्रा और इसके ज्यादा सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से बताएंगे।

चलिए, इससे पहले जान लेते हैं कि चाय में कितना कैफीन मौजूद होता है।
चाय में कितनी मात्रा में कैफीन मौजूद होता है?

एक कप चाय में कैफीन की मात्रा कितनी होती है, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। जैसे कि चाय की उत्पत्ति, प्रोसेसिंग, उसे किस समय व कैसे बनाया गया और किस तापमान में उबाला गया है। आमतौर पर, दूध की चाय, काली चाय व ग्रीन टी सहित अन्य तरह की एक कप चाय में लगभग 30 से 50 मिलीग्राम कैफीन होता है, जबकि हर्बल चाय में कैफीन मात्रा काफी कम होती है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान जड़ी बूटी चाय को एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है (2)।

आर्टिकल के अगले हिस्से में जानिए कि कौन-सी चाय पीना गर्भावस्था के लिए सुरक्षित साबित हो सकता है। साथ ही चाय पीने के फायदे के बारे में भी हम आपको आगे बताएंगे।
गर्भावस्था के दौरान कौन-सी चाय सुरक्षित है? |
हर्बल चाय को प्रेगनेंसी के दौरानी पीना सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, इनमें भी कैफीन मौजूद होता है, लेकिन यह इतना कम होता है कि शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं छोड़ता (3)। इसके अलावा, आप नॉर्मल चाय में पुदीना और अन्य सामग्री का इस्तेमाल करते हैं, तो यह कैफीन की मात्रा को कम करने में मदद करते हैं। आप प्रेगनेंसी में सुरक्षित चाय की एक सूची नीचे पढ़ सकते हैं।

अदरक की चाय: अदरक की चाय के सेवन से मॉर्निंग सिकनेस, सर्दी व गले में खराश को दूर किया जा सकता है। आप अदरक के कुछ टुकड़ों को गर्म पानी में उबालकर इसमें शहद डालकर सेवन कर सकती हैं। वैकल्पिक रूप से आप इसमें दूध भी मिला सकती हैं (4)।

नेटल टी: नेटल टी पोषक तत्वों से भरपूर चाय है। इसमें विटामिन, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। दरअसल, इसके सेवन से गर्भवती के स्तनों में दूध अच्छे से बनने लगता है और प्रसव के बाद भी शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में मदद मिलती है (4)।

रास्पबेरी की पत्ती वाली चाय: यह चाय आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होती है। इस जड़ी बूटी में मौजूद खनिज गर्भाशय की मांसपेशियों को टोन करती हैं, जिसे प्रसव के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही रास्पबेरी की पत्ती की चाय पोस्टपार्टम हेमरेज यानी प्रसव के बाद रक्तस्राव को रोकने में मदद करती है (5) (6)।

डंडेलियन (सिंहपर्णी) लीफ टी: सिंहपर्णी के पत्तों से बनने वाली चाय में आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम उच्च मात्रा में पाया जाता है। यह प्रेगनेंसी के आखिरी समय में शरीर में पानी के जमाव यानी वॉटर रिटेंशन को रोकती है (6)।

पुदीने की चाय : पुदीने की चाय गर्भवतियों को होने वाली बेचैनी, उल्टी और जी-मिचलाने की समस्या को कम कर सकती है। इसके सेवन से पाचन संबंधी परेशानी भी दूर होती है, क्योंकि यह आपके पेट की मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करती है (7)।

रूइबोस (Rooibos) चाय: इस चाय में उच्च मात्रा में आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह चाय शरीर में रोग उत्पन्न करने वाले मुक्त कणों से भी शरीर को बचाती है और डिटॉक्स करती है। यह आपके शरीर में आयरन के अवशोषण (Absorption) में भी सुधार करती है साथ ही एलर्जी और संक्रमण से लड़कर आपकी प्रतिरक्षा यानी इम्यूनिटी में सुधार करती है (8)।

कैमोमाइल (Chamomile) चाय: कैमोमाइल को कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत माना गया है। इसलिए, इसके सेवन से कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकता है। यह आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकती है। वैसे अगर आपको फूलों के पराग (Pollen) या बीज से एलर्जी है, तो आपको इसके सेवन से बचना चाहिए (7) (5)।

लेमन बाम टी : गर्भावस्था में रिलेक्स फील करने के लिए इस चाय को पीने की सलाह दी जाती हैं। माना जाता है कि लेमन बाम टी गर्भावस्था में होने वाले चिड़चिड़ेपन, घबराहट और अनिद्रा की समस्या को दूर करने में मदद करती है (9)।

कौन-कौन सी चाय का सेवन गर्भावस्था में फायदेमंद है, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं। चलिए, अब बात करते हैं चाय पीने के फायदे के बारे में।
गर्भावस्था के दौरान चाय पीने के फायदे

प्रत्येक चाय में अलग गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में आप अपनी जरूरत के हिसाब से चाय का चयन कर सकती हैं। ऊपर लेख में विभिन्न सुरक्षित चाय और उनके फायदे आपको बता चुके हैं। अब आपको चयन करना होगा कि आपकी शारीरिक आवश्यकता क्या है। हालांकि, हम यहां सभी सुरक्षित चाय में मौजूद कुछ आम फायदों के बारे में भी बात करेंगे, जिन्हें हम ऊपर भी बता चुके हैं।

मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में मदद।

दस्त से छुटकारा दिलाने में सहायक।

शरीर में स्वस्थ एंटीऑक्सीडेंट की आपूर्ति।

तनाव और चिंता के स्तर को कम करने में योगदान।

प्रसव के लिए गर्भाशय को तैयार करना।

आवश्यक पोषक तत्व देना।

हाइड्रेटेड रहने में मदद।

मूड को बेहतर बनाने और ऊर्जा के लिए।

चाय से जुड़ी इतनी अहम जानकारियों को जानने के बाद आपको यह जानना भी जरूरी है कि एक दिन में कितनी चाय पीनी चाहिए।
गर्भावस्था में आपको कितनी चाय पीनी चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान, आपको प्रति दिन 200 मिलीग्राम तक कैफीन का ही सेवन करना चाहिए। जैसा कि हम आपको लेख में ऊपर बता चुके हैं कि एक कप चाय में 30 से 50 या इससे ज्यादा मिलीग्राम कैफीन होता है (2)। ऐसे में आप दिनभर में तीन से चार कप चाय पी सकती हैं (10) (11)।

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