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जानिए प्रेग्नेंसी में नारियल पानी कब पीना चाहिए और इसके फायदे
प्रेग्नेंसी में पोषण से भरपूर चीजें लेना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे मां और शिशु दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। माना जाता है कि गर्भावस्था में नारियल पानी पीना लाभकारी होता है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में नारियल पानी किस समय और कितना पीना चाहिए?
नारियल पानी को महिलाओं के लिए बहुत सेहतमंद माना जाता है, इसलिए हर महिला के मन में यह सवाल रहता है कि प्रेग्नेंसी (प्रेग्नेंसी) में नारियल पानी पीना चाहिए या नहीं। नारियल पानी में ढेरों पोषक तत्व होते हैं, लेकिन फिर भी गर्भावस्था में नारियल पानी का सेवन करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि प्रेग्नेंसी में पीना चाहिए या नहीं और इसके क्या फायदे होते हैं।
नारियल पानी में क्या होता है?
एक कप नारियल पानी यानी 240 मि.ली में 46 कैलोरी, 9 ग्राम कार्ब, 3 ग्राम फाइबर और 2 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके अलावा नारियल पानी पीने से रोजाना की जरूरत का 10% विटामिन सी, 15% मैग्नीशियम, 17% मैंगनीज, 17% पोटाशियम, 11% सोडियम और 6% कैल्शियम की पूर्ति हो जाती है।
गर्भावस्था में नारियल पानी के लाभ
कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड का मानना है कि गर्भावस्था में नारियल पानी पीने के लाभ अनेक होते हैं, क्योंकि इसमें क्लोराइड, इलेक्ट्रोलाइट, राइबोफ्लेविन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है।
अध्ययनों में सामने आया है कि गर्भावस्था के दौरान नारियल पानी पीने से इम्युनिटी बढ़ती है और किडनी के कार्य में सुधार आता है एवं मूत्रमार्ग में संक्रमण से बचाव होता है। ये हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है।
नारियल पानी प्रेग्नेंसी में सीने में जलन की समस्या से भी राहत दिलाता है।
प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस और थकान से राहत पाने के लिए नारियल पानी पी सकते हैं।
गर्भावस्था में कब्ज होना एक आम समस्या है लेकिन नारियल पानी के सेवन से इससे बचा जा सकता है।
नारियल पानी में कैलोरी न के बराबर होती है और ये ओमेगा-3 फैटी एसिड एवं फाइबर से युक्त होता है जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का वजन नियंत्रित रहता है।
गर्भावस्था में नारियल पानी कब पीना चाहिए
अक्सर गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस और थकान की शिकायत ज्यादा रहती है इसलिए इस दौरान नारियल पानी का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है। इस तिमाही में ही भ्रूण के दिमाग का विकास हो रहा होता है इसलिए उसे इस दौरान पोषक तत्वों की सबसे अधिक जरूरत होती है। नारियल पानी से मां और शिशु दोनों को ही जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं।
प्रेग्नेंसी में नारियल पानी कितना पीना चाहिए
गर्भावस्था के दौरान छोटी से छोटी बात का बहुत ध्यान रखना पड़ता है। वैसे तो नारियल पानी पीना फायदेमंद होता है लेकिन प्रेग्नेंसी में नारियल पानी के नुकसान भी हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आपको पहले ये जान लेना चाहिए कि गर्भावस्था में नारियल पानी कितना पीना चाहिए।
आपको बता दें कि गर्भावस्था में रोज एक गिलास नारियल पानी पीना सुरक्षित रहता है लेकिन अगर आप रोज अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन करती हैं तो आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
Pregnancy Diet: प्रेग्नेंसी में चिकन खाना सुरक्षित है या नहीं, जानें फायदे और नुकसान
1-
गर्भावस्था के दौरान ताजा चिकन खाना कई मायनों में फायदेमंद होता है। गर्भवती महिला को हमेशा अच्छी तरह से पकाया हुआ चिकन खाना चाहिये। नियमित चिकन खाने से महिला को थकावट और कमजोरी नहीं होती। आइये जानते हैं चिकन में पाये जाने वाले पोषक तत्व और प्रेगनेंसी में चिकन खाने के कुछ मुख्य फायदे।
2-
प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मां को दिन में 100 ग्राम तक चिकन का सेवन करना चाहिये। हालांकि, इसकी मात्रा महिला की जरूरत के अनुसार थोड़ा इधर उधर भी हो सकती है। चिकन खाने से पहले आप अपनी डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आपकी हेल्थ के अनुसार वो आपको सटीक मात्रा बता सकते हैं।
3-
चिकन में भरपूर मात्रा में एमिनो एसिड पाया जाता है जो मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है और भ्रूण के विकास में सहायक होता है। इसको खाने से शरीर में ताकत आती है और गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से गर्भवती को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी मिलती है। नियमित चिकन खाने से महिला को थकावट, कमजोरी या ऊर्जा की कमी के जोखिम से बचाया जा सकता है।
4-
चिकन में कम मात्रा में फैट पाया जाता है जो प्रेगनेंसी के दौरान कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है और शरीर में प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करता है।
5-
प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर को अधिक मात्रा में आयरन की जरुरत पड़ती है। चिकन में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो नई कोशिकाओं का निर्माण करने और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यदि शरीर को ठीक प्रकार से आयरन नहीं मिला तो एनीमिया होने का डर है। इससे होने वाले बच्चे का वजन कम हो सकता है तथा अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
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1. गर्भावस्था के दौरान बाजार के फ्राइड चिकन खाने से परहेज करें अन्यथा इसमें मौजूद हानिकारक तत्व सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
2. प्रेग्नेंसी में अधपका चिकन खाने से इसमें मौजूद ई कोलाई जीवाणु मां और बच्चे दोनों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
3. फ्रोजन चिकन काफी हानिकारक होता है इसलिए प्रेग्नेंसी में इस तरह का चिकन नहीं खाना चाहिए।
4. गर्भावस्था के दौरान तंदूरी चिकन खाने से मां और बच्चे दोनों की सेहत प्रभावित होती है।
इस प्रकार प्रेग्नेंसी के दौरान चिकन खाने के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। यदि आपकी प्रेग्नेंसी हेल्दी नहीं है या किसी अन्य तरह की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही चिकन का सेवन करें।
रोज एक गिलास नारियल पानी पीने से गर्भवती महिला को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में सिर्फ हरे रंग के नारियल का ही पानी पीना चाहिए क्योंकि भूरे रंग के नारियल से गर्भावस्था में कब्ज की शिकायत हो सकती है। यदि किसी गर्भवती महिला को नारियल पानी का स्वाद पसंद नहीं है तो वो इसका सेवन न करें।
वैसे तो गर्भावस्था में नारियल पानी पीना फायदेमंद ही होता है लेकिन फिर भी इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। किसी भी खाद्य पदार्थ का अधिक सेवन करना उचित नहीं माना जाता है।
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