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प्रेग्नेंसी में सीने में जलन दूर करने के उपाय
गर्भवास्था के दिनों में सुपाच्य और सादा भोजन करें. कम अंतराल में थोड़ा-थोड़ा 4-5 बार खाएं, ताकि भोजन को सही से पचने का समय मिले. खाना को अच्छी तरह से चबाकर खाएं. खाना खाने के बीच-बीच में पानी ना पिएं.
बहुत सी महिलाओं को पहली बार गर्भावस्था के दौरान एसिडिटी और/या छाती में जलन (हार्टबर्न) होती है। यह काफी आम है और कोई नुकसान नहीं पहुंचाती, मगर इससे काफी असहजता और दर्द हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान सीने में जलन और एसिडिटी शरीर में हॉर्मोनल और शारीरिक बदलावों के कारण होती है।
प्रेगनेंसी के दौरान, अपरा (प्लेसेंटा) प्रोजेस्टीरोन हॉर्मोन का उत्पादन करती है, जो कि आपके गर्भाशय की कोमल मांसपेशियों को राहत पहुंचाता है। यह हॉर्मोन उस वैल्व को भी शिथिल बनाता है, जो कि भोजन-नलिका को पेट से अलग करता है, ताकि गैस्ट्रिक अम्ल फिर से रिसकर नलिका में पहुंच जाए। इसकी वजह से ही असहजता और जलन महसूस होती है, जिसे हार्टबर्न कहा जाता है।
प्रोजेस्टीरोन, पेट के लहर जैसे संकुचनों को भी धीमा कर देता है, जिससे पाचन मंद हो जाता है और एसिडिटी होने लगती है।
गर्भावस्था के अंतिम चरण में आपका गर्भस्थ शिशु इतना बड़ा हो जाता है, कि आपके पेट को ऊपर की ओर धकेलने लगता है। पेट के अम्ल पेट से भोजन-नलिका तक आ जाते हैं।
आपको सीने में जलन और अपचता होने की संभावना निम्न स्थितियों में ज्यादा होती है:
आपको गर्भवती होने से पहले ही हार्टबर्न रहता था।
आप गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में हैं।
आप पहले भी गर्भवती रह चुकी हैं।
आपके गर्भ में एक से ज्यादा शिशु पल रहे हैं।
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