प्रेगनेंसी में बच्चे को दूध पिलाने से क्या होता है?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:30

क्या गर्भावस्था के दौरान मैं अपने पहले बच्चे को स्तनपान करा सकती हूं?

हां। दूसरी बार गर्भवती होने पर आप अपने दो-तीन साल के पहले बच्चे को स्तनपान करा सकती हैं। इससे आपकी गर्भावस्था या आपके गर्भ में पल रहे शिशु को किसी भी तरह नुकसान नहीं पहुंचता।

दूसरे शिशु के जन्म के बाद भी आप अपने नवजात के साथ-साथ पहले शिशु को भी स्तनपान करा सकती हैं। इसे टैंडम स्तनपान कहा जाता है।

यदि आपकी गर्भवस्था सही चल रही है और आप स्वस्थ हैं, तो गर्भावस्था के दौरान स्तनपान करवाने में कोई दिक्कत नहीं है। आपको केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि आप पौष्टिक खाना खाएं और पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, ताकि आप और आपके शिशु दोनों को जरुरी पोषक तत्व मिल सकें। यदि आप मिचली और उल्टी से परेशान हैं, तो जो कुछ भी आप खा पा रही हों वह अवश्य खाएं।

गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में हॉर्मोन में बदलाव के कारण आपके निप्पल अतिसंवेदनशील हो सकते हैं। इसका मतलब है कि स्तनपान करवाने में आपको दर्द महसूस हो सकता है। जब आप स्तनपान करवाती हैं, तो आपका शरीर आॅक्सीटॉसिन नामक हॉर्मोन जारी करता है। आॅक्सीटॉसिन हॉर्मोन प्रसव के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, मगर आपका गर्भाशय 37 सप्ताह की गर्भावस्था से पहले आॅक्सीटॉसिन के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करेगा।

हालांकि, कुछ ऐसी परिस्थितियां भी हैं, जिनमें बच्चे का दूध छुड़ाना ही बेहतर रहता है, जैसे कि:

आपका पहला प्रसव समय से पहले हुआ था
आपका पहले गर्भपात हो चुका है
गर्भावस्था के दौरान आपका वजन पर्याप्त नहीं बढ़ रहा
आपको रक्तस्त्राव या खून के धब्बे हो रहे हैं


गर्भावस्था के चौथे या पांचवें महीने में आपका स्तनदूध फिर से कोलोस्ट्रम में बदल जाएगा। यह वह गाढ़ा, पौष्टिक पहला दूध होता है, जिसकी जरुरत नवजात शिशु को जन्म के शुरुआती कुछ दिनों तक होगी।

आपका बड़ा बच्चा दूध में आए इस अंतर को पहचान सकेगा, क्योंकि आपके दूध का स्वाद अलग होगा और इसकी मात्रा भी कम होगी। यदि वह पहले से ही ठोस आहार खा रहा है, तो शायद वह खुद ही अब कम दूध पीना चाहे। इस समय शायद वह खुद ही स्तनपान करना छोड़ दे या फिर हो सकता है कि वह खुशी-खुशी स्तनपान जारी रखे। इस बात कि चिंता न करें कि वह आपका कोलोस्ट्रम पी रहा है। आपका शरीर यह विशेष दूध तब तक बनाना जारी रखेगा, जब तक आपके नवजात को इसकी जरुरत होगी।

यदि आपका पहला शिशु एक साल से भी छोटा है और आप दूसरी बार गर्भवती होने पर भी उसे स्तनपान करवा रही हैं, तो सुनिश्चित करें कि दूध में आए बदलाव के बाद भी उसका वजन बढ़ना जारी रहे।

नए शिशु के जन्म के बाद आप अपने बड़े शिशु को स्तनपान करवाना जारी रखना चाहती हैं या नहीं, यह आपका व्यक्तिगत निर्णय है। मगर आप यह जारी रखती हैं तो अच्छी बात यह है कि टैंडम स्तनपान करवाने वाली मांओं को मेस्टाइटिस होने की संभावना केवल एक शिशु को स्तनपान करवाने वाली मां से काफी कम होती है।

हो सकता है आप पाएं कि स्तनपान के दौरान या इसके बाद आपका गर्भाशय थोड़ा कठोर हो जाता है। स्तनपान के कारण या फिर संभोग के कारण निप्पल में होने वाली उत्तेजना से अक्सर हल्के गर्भाशय संकुचन हो सकते हैं। अधिकतर महिलाओं में ये इतने प्रबल नहीं होते कि इनसे कोई समस्या उत्पन्न हो, मगर यदि आप इन्हें लेकर चिंतित हों तो अपनी डॉक्टर से बात करें।

जब आपका पेट बड़ा होता जाता है, आपको स्तनपान की ऐसी अवस्था का चयन करना होगा, जिसमें आपके गर्भ पर कोई दबाव न पड़े। अपने शिशु या बच्चे के साथ करवट लेकर एक तरफ लेटना स्तनपान कराने की सबसे आसान अवस्था हो सकती है।

हालांकि, कई मांओं को टैंडम स्तनपान से कोई समस्या नहीं होती, मगर आपको इस पर जरुर विचार चाहिए कि आप अपने बड़े बच्चे को कितने समय तक स्तनपान कराना जारी रखना चाहती हैं। अगर, आप नए शिशु के आने के बाद बड़े बच्चे का दूध छुड़ाती हैं, तो वह उपेक्षित महसूस कर सकता है, क्योंकि उस दौरान उसे पहले से ही बहुत से समायोजन करने पड़ रहे होंगे।

इसलिए अगर आपने तय कर लिया है कि आप अपने दोनों बच्चों को एक साथ स्तनपान नहीं कराना चाहेंगी, तो शायद बेहतर यही है कि गर्भावस्था के दौरान ही आप अपने बड़े बच्चे का स्तनपान करना छुड़ा दें।

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