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सूजी (हलवा) फायदेमंद है प्रेगनेंसी में या नुकसानदेह
गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना अजन्मे शिशु के बहुत जरुरी हो जाती है। शिशु का सेहतमंद होना और उसका सही वजन जन्म के समय होने वाली समस्याओं से बचाता है। इसी तरह एक सेहतमंद और मजबूत माँ भी गर्भावस्था में सभी उतार चढ़ाव आसानी से पार कर लेती है और डिलीवरी और लेबर के दर्द को भी आसानी से सहन कर लेती है। एक सेहतमंद और खुश मिजाज माँ एक हेअल्थी शिशु को ही जन्म देती है। प्रेगनेंसी का समय ख़ुशी देने के साथ साथ समस्याओं भरा भी होता है।
प्रेगनेंसी के समय होने वाली माँ को हर एक सलाह देता रहता है कुछ सलाहें काम की होती है कुछ नहीं। कुछ भोजन प्रदार्थो के उपयोग का अपना महत्व होता है कुछ प्रदार्थ के अपने अच्छे गुण होते है और कुछ के बुरे असर होता है।
आज हम गर्भावस्था के दौरान सूजी के प्रयोग बारे में जानेंगे। सूजी बहुत पतला और छोटे कणो की होती है यह गेहूं से ही बनती है। इंडिया में सूजी का इस्तेमाल मीठे व्यंजन बनाने के लिए अधिक किया जाता है।
सूजी के जरुरी पोषक तत्व
सूजी में बहुत से जरुरी पोषक तत्व पाए जाते है और इसे फाइबर, विटामिन बी काम्प्लेक्स, विटामिन इ और कई अन्य मिनरल्स का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है। खास बात यह है के सूजी में कोई एसिड फैट और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है और इसके अत्रिरिक्त सोडियम की भी बहुत कम मात्रा होती है।
गर्भावस्था में सूजी के सेवन के लाभ .
आइये जानते है के प्रेगनेंसी के दौरान सूजी या इससे बनी चीजों को खाने से क्या लाभ मिलता है।
आयरन
सूजी आयरन का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। एक कप सूजी से रोजाना की कुल आयरन की जरुरत में से 8 % पूरी होती है। यह हमारे ब्लड सर्कुलेशन को अच्छा कर एनिमिक होने से बचाती है। गर्भावस्था में सूजी के अलग अलग व्यंजन बनाकर खाने से माँ और शिशु दोनों की ही आयरन की कमी पूरी होती है।
एनर्जी लेवल
गर्भवस्था के दौरान बहुत से हार्मोनल बदलावों से शरीर बहुत कमजोरी महसूस करता है ऐसे में सूजी के सेवन से शरीर को एनर्जी वापस पाने में मदद करता है। सूजी में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स धीरे धीरे एनर्जी देते है और इससे शरीर को एक्टिव बने रहने में मदद मिलती है।
इम्युनिटी
सूजी में सेलेनियम तत्व पाया जाता है यह एक बहुत अच्छा एंटीऑक्सीडेंट तत्व होता है। प्रेगनेंसी के दौरान यह एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को बहुत से इन्फेक्शन और बिमारियों से बचाता है। इसीलिए गर्भवती महिला के सूजी सेवन करने से इम्युनिटी पावर बढ़ती है।
हड्डियां
सूजी में कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह दोनों ही मिनरल्स हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते है। गर्भावस्था के दौरान सूजी से बनी चीजों के सेवन से माँ और शिशु दोनों की ही हड्डियों मजबूत बनती है और शिशु की हड्डियों का अच्छे से विकास हो पाता है।
हृदय की सेहत
गर्भवती महिलाओं के सूजी खाने से उनका हार्ट सभी बिमारियों से बचा रहता है। सूजी में कोलेस्ट्रॉल बहुत कम मात्रा होने से हार्ट को सभी इनेक्शन से बचाये रखता है।
नर्वस सिस्टम
सूजी में फॉस्फोरस, जिंक और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह सभी तत्व नर्वस सिस्टम के कार्य करने में बहुत मददगार होते है। गर्भावस्था में सूजी से बना हलवा आदि चीजों का सेवन करते रहना चाहिए।
पावरफुल डाइट
गर्भावस्था के दौरान जब भी आपका पेट खराब लगे और कुछ हल्का बुखार से लगे तो अपने भोजन को सूजी से बदल लें। सूजी का सेवन आपके पेट के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। ऐसे में आप सूजी की खीर बनाकर सेवन कर सकते है।
बैलेंस्ड फ़ूड
सूजी में सोडियम और कोलेस्ट्रॉल की कम मात्रा होने से यह हमारी डाइट को पूरी तरीके से बैलेंस्ड रखता है। गर्भावस्था में पोषक तत्वों के साथ एक बैलेंस्ड डाइट का लेना बहुत ही जरुरी हो जाता है। ऐसे में सूजी को अपनी डाइट में शामिल कर यह काम बहुत आसान हो जाता है।
त्वचा
सूजी का सेवन सिर्फ हमारे शरीर की सेहत के लिए ही बल्कि हमारी त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। सूजी में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होने यह हमारी त्वचा पर भी निखार लाता है। गर्भावस्था के दौरान सूजी के सेवन से त्वचा संबंधित परेशानिया नहीं होती है।
सूजी से होने वाले नुकसान
इसी तरह सूजी के और भी कई फायदे होते है इसे अपनी डाइट में भी शामिल करे। पर सूजी को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले कुछ बातो का जरूर ध्यान रखे।
व्हीट एलर्जी
जिन लोगों को पहले से ही गेहूं से एलर्जी हो वह सूजी का सेवन ना करे क्योंकि सूजी भी गेहूं से बनी होती है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान सूजी नुकसानदेह हो सकती है।
ग्लूटेन ऐलर्जी
सूजी ग्लूटेन का एक बहुत अच्छा स्रोत है। पर ग्लूटेन से कुछ लोगों को ऐलर्जी होती है, जो लोग इसके एलर्जिक है वो लोग सूजी का सेवन ना करें।
अत्यधिक घी
सूजी के बहुत से व्यंजन अत्यधिक घी के इस्तेमाल से बनते है जैसे की सूजी का हलवा। गर्भावस्था में ध्यान रखिये जरुरत से ज्यादा घी नुकसानदायक हो सकता है। इसीलिए सूजी का हलवा खाये पर कम घी में बना हुआ जिससे आपको सूजी के फायदे मिले, नुकसान नहीं।
तो आपने देखा सूजी को खाने के कितने फायदे है कुल मिलाकर आप गर्भावस्था के दौरान सूजी का सेवन कर सकते है बस आपको व्हीट या ग्लूटेन एलर्जी नहीं होनी चाहिए। अगर आपने पहले कभी भी किसी चीज में गेहूं या सूजी का इस्तेमाल ना किया हो तो गर्भावस्था में आप यह रिस्क ना लें। और अगर आपको गेहूं से ऐलर्जी नहीं है तो बिना झिझक के सूजी का सेवन करें और गर्भावस्था में इसके फायदो को पाए।
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