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पहली बार मां बनी महिलओं को शिशुओं और बच्चों की बीमारियों के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं होती है। छोटी उम्र में बच्चों को ऐसी बहुत सी समस्याएं होती हैं, जिनके बारे में हमें ज्यादा जानकारी भी नहीं होती है। इन्हीं में से एक है सोते वक्त बच्चों की नाक का बंद हो जाना। छोटे बच्चों को सर्दी जुकाम की शिकायत ज्यादा होती है, जिसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय तो करते ही हैं लेकिन फायदा न के बराबर पहुंचता है। बाजार में ऐसे ढेर सारे मलह्म और कैप्सूल हैं, जो सर्दी-जुकाम में यूज किए जाते हैं। जब बच्चों की नाक बहती है, या सोते समय नाक बंद हो जाती है, तो इनका इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आपका बच्चा छह महीने से लेकर बारह महीने की उम्र का है और सर्दी से परेशान है या फिर छाती में कफ, छाती में दर्द या उनकी पसली चल रही है तो आप ये घरेलू इलाज अपना सकते हैं। आइए जानते हैं कौन से उपाय आपके बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
बच्चे की चल रही पसली तो करें ये घरेलू उपाय
1- अजवाइन का काढ़ा
छह महीने से लेकर बारह महीने की उम्र के बच्चा अगर सर्दी से परेशान है या फिर छाती में कफ, छाती में दर्द या पसली चलने से परेशान हैं तो आप उसे दवा के तौर पर अजवाइन का काढ़ा दे सकते है, जिसको बनाने के लिए आपको इन सामग्रियों की जरूरत होगीः
कैसे बनाएं काढ़ा
आधा कप पानी में दस बारह दाने अजवाइन के डालकर उबालें और आधा रहने पर कपड़े से छान लें।
ये अजवाइन का काढ़ा बच्चे को, थोड़ा गुनगुना करके दिन में दो बार या सिर्फ एक बार सोने से पहले पिलाएं।
इससे बच्चे को पसली चलने में काफी आराम मिलेगा।
2-दूध में डालें तुलसी की पत्तियां
कैसे तैयार करें ये मिश्रण
अगर बच्चे की पसली चल रही है, तो दूध में तीन चार तुलसी की पत्तियां और एक लौंग उबाल लें।
उबालने के बाद दूध को गुनगुना कर लें और उसे पिलाएं।
तुलसी और लौंग वाला ये दूध बच्चे को पिलाने से पसली चलने में राहत मिलती है।
फिर भी, छोटे बच्चों के लिए, किसी भी तरह का रिस्क न लें क्योंकि छोटे बच्चे कुछ भी नहीं बता सकते। आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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