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बच्चे के शरीर पर लाल निशान का कारण कहीं ये तो नहीं
मौसम बदलने के साथ ही कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं में से एक है त्वचा संबंधी विकार। अकसर बच्चों के शरीर पर दिखने वाले लाल निशान मौसमी बदलाव में हुई एलर्जी के कारण भी हो सकते हैं। इसके अलावा और भी कुछ आदतें ऐसी हैं, जिनके कारण शरीर पर पड़ने वाले ये लाल निशान बच्चों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
लाल निशान के कारण
बच्चों के शरीर पर जब लाल चकत्ते या लाल निशान दिखाई दें तो इसका एक कारण एलर्जी भी हो सकती है। इस वजह से ज्यादातर आंखों के आस-पास और कोहनी व घुटनों की त्वचा पर लाल निशान पड़ जाते हैं। यह समस्या किसी जानवर या अन्य किसी चीज को छू लेने की वजह से होती है।
कुछ बच्चों को फूलों से एलर्जी होती है। बरसात के मौसम में फूलों का भी बडिंग सीजन होता है, जिससे उनमें पराग कण अधिक बनने और हवा में उड़ने लगते हैं। बच्चे जब इन फूलों के पास जाते हैं, तो उससे उन्हें एलर्जी हो जाती है, जिस वजह से उनके शरीर पर लाल निशान या मोटे गोल दाने पड़ जाते हैं।
अक्सर बच्चे खेलकूद के बाद साफ-सफाई का ज्यादा ख्याल नहीं रख पाते। जिस वजह से मिट्टी या खेल के मैदान में मौजूद कीटाणुओं से उन्हें इंफैक्शन हो जाता है। जिसके चलते उनकी स्किन पर गहरे लाल निशान और खुजली होने लगती है।
कभी-कभी स्किन पर दिखने वाले ये लाल निशान गर्म सर्द होने के कारण भी हो जाता है। इसके लिए पाचन तंत्र की गड़बड़ी और खून में गर्मी बढ़ जाना भी एक कारण हो सकता है। तेल, मिर्च, बाजार में बिकने वाले फ़ास्ट फ़ूड, व चाइनीज़ खाना खाने से बच्चों में इस रोग के होने का खतरा ज्यादा रहता है।
वातावरण में उपस्थित कई तरह के एलर्जी कारक भी इसके कारण होते हैं।संयोग विरुद्ध काम जैसे गर्मी से आने के बाद ठंडा पानी पीना, कोल्ड ड्रिंक या आइस क्रीम खाना।
यह निशान प्रकृति विरुद्ध आहार जैसे दूध के साथ नमक का प्रयोग, दही के साथ मछली , सर्दियों में कोल्ड ड्रिंक तथा कफ़ वर्धक पदार्थों का सेवन और एंटीबायोटिक दवा का दुष्प्रभाव होने से भी हो सकते हैं।
इसके अलावा, बच्चे जब खेल के आते हैं उसके बाद स्नान करने से गर्म सर्द हो जाता है जिसकी लक्षण के रूप में स्किन पर यह लाल निशान या छोटे दाने नजर आने लगते हैं।
कभी- कभी किसी दवा के रिएक्शन कर जाने से भी बच्चों की स्किन पर रेशेस , एलर्जी और चकत्ते दिखाई देने लगते हैं। ऐसी स्थ्िाति में वह दवा फौरन बंद कर देनी चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इसके अलावा बच्चों में घमौरी होना, उनके बालों में रूसी होना, उनके कपड़ों के रंग उतरने से, कपड़ों के गीलेपन से, कपड़ों में निकले हुए रोएं की वजह से भी इस तरह की समस्या सामने आ सकती है।
बच्चों में यदि स्किन रैशेस दिखाई पड़ें, तो उस पर ओलिव आयल या नारियल का तेल लगाने से उन्हें तुरंत आराम मिलेगा और जलन और खुजली में भी आराम मिलेगा।
इसके अलावा विटामिन ई आयल में कॉर्ड लिवर आयल मिलाकर रैशेस पर लगाएं और रात भर छोड़ दे ,सुबह तक रैशेस ख़त्म हो जायेंगे।
तुलसी के पत्ते के लेप में लहसुन , नमक, काली मिर्च तथा ओलिव आयल मिलाकर लगाएं। इसके आलावा , एक चम्मच विनेगर में शहद डालकर एक गिलास पानी में मिलाकर स्किन पर लगाने से राहत मिलती है।
अगर किसी दवा से रिएक्शन के कारण रैशेस हुए हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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