बच्चों को अच्छे संस्कार कैसे दें?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:34

बच्‍चे को आत्‍मविश्‍वासी बनाने के लिए प‍रवरिश कैसे करें

हर माता-पिता की चाहत होती है कि उनका बच्‍चा बड़ा होकर स्‍वावलंबी, आत्‍मनिर्भर और आत्‍मविश्‍वासी हो; जिसे अपनी उपलब्धियों पर गर्व हो और जो उत्‍साह के साथ चुनौतियों का सामना करें। अपने छोटे बच्चे को खुद से खुश होने के लिए सशक्त बनाकर आप उनके स्‍वाभिमान को बढ़ा सकते हैं।

माता-पिता के रूप में आपके लिए इन 4 चीजों को समझना और अपने बच्‍चे के मन में बिठाना बहुत ही महत्‍वपूर्ण है। आइए इन पर विस्‍तार से चर्चा करते हैं।

संबंध स्थापित करना

संबंध स्थापित करने की भावना का अर्थ है कि आपका बच्‍चा किसी चीज अथवा व्‍यक्ति से गहरा लगाव अनुभव करें। आपके बच्‍चे को यह जानने की आवश्‍यकता है कि कोई महत्‍वपूर्ण चीज अथवा व्‍यक्ति उनसे संबंधित है। उदाहरण के लिए: ‘मम्‍मी’ और ‘पापा’ शब्‍द अपने माता-पिता के प्रति लगाव की गहरी भावना उत्‍पन्‍न करते हैं। उन्‍हें यह जानने की भी आवश्‍यकता होती है कि वे जिन चीजों अथवा व्‍यक्तियों से जुड़े हुए हैं, उन्‍हें अन्‍य लोगों द्वारा बहुत अधिक सम्‍मान दिया जाता है। जब आप स्‍वाभिमान स्‍थापित करने का प्रयास करते हैं, तो उस समय बच्‍चे की उनके स्‍वयं के शरीर से लगाव अनुभव करने में मदद करना और उन्‍हें उनके शरीर पर विश्‍वास करना सिखाना भी महत्‍वपूर्ण है।

छोटे कदम जो आप ले,सकते हैं

शारीरिक संपर्क और चेहरे के सकारात्‍मक हावभाव से स्‍नेह दर्शाएं।
उन्‍हें बताएं कि आप उनके बारे में बहुत अच्छा महसूस करते हैं।
विशेष रूप से प्रसंशा करें। उदाहरण के लिए; जब आप अपने भाई से प्‍यार से बात करते/करती हैं तो पापा को अच्‍छा लगता है।
बच्‍चों की उनके व्‍यवहार के प्रभावों को समझने में मदद करें, विशेषकर जब आप देखें कि उनके सकारात्‍मक व्‍यवहार का उनके आसपास के अन्‍य लोगों पर अच्‍छा प्रभाव पड़ रहा हो।
अपनी भावनाएं, अपने सरोकार, रुचियां, क्रिया-कलाप और परिवार के अनुभव को अपने बच्‍चे के साथ साझा करें।
अपने बच्चों का आकलन किए बिना उनकी बातें सुनें।
उनकी विशेष आवश्‍यकताओं अथवा रुचियों को मान देने के लिए उनके लिए कुछ करें। उदाहरण के लिए; अपने बच्‍चे को उसकी पसंद की कला कक्षाओं (आर्ट क्‍लासेज) में जाने दें।

विशिष्‍टता

बच्‍चे के पास रचनात्‍मकता के लिए पर्याप्‍त अवसर होने पर उसे अपने विशिष्‍ट होने का पता चलता है। इससे उनकी विशिष्‍टता और आत्‍म-सम्‍मान की भावना बढ़ती है। विशिष्‍टता की भावना का अर्थ है कि उन्‍हें विशिष्‍ट अनुभव करना चाहिए और यह जानना चाहिए कि अन्‍य लोग भी उन्हें विशिष्‍ट समझते हैं।

छोटे-छोटे उपाय, जो आप कर सकते हैं

उन्‍हें ऐसे विचार प्रकट करने के लिए प्रोत्‍साहित करें जो आपके विचारों से अलग हों।
उन्‍हें बताएं कि वे कितने विशेष हैं।
बच्‍चे को अधिक से अधिक उनकी पसंद के अनुसार काम करने दें और उनके लिए ऐसे अवसर मुहैया कराएं कि वे स्‍वयं को रचनात्‍मक तरीके से व्‍यक्‍त कर सकें।
उनका मजाक उड़ाने अथवा उन्‍हें शर्मिंदा करने से बचें।
अपने बच्‍चे की मदद करें ताकि वह स्‍वयं को स्‍वीकार्य तरीके से व्‍यक्‍त कर सकें। उदाहरण के लिए, उन्‍हें बताएं कि दीवार पर ड्राइंग करना अच्‍छी बात नहीं है लेकिन वे ब्‍लैकबोर्ड पर ड्राइंग बना सकते हैं।

शक्ति

आपके बच्‍चे को ऐसा महसूस होना चाहिए कि उनके साथ जो कुछ घटित हो रहा है उसके लिए वे स्‍वयं जिम्‍मेदार हैं। ऐसा महसूस करने में उनकी मदद करें कि उनके आसपास जो कुछ हो रहा है उसे वे नियंत्रित कर सकते हैं और इसके लिए उन्‍हें घबराया हुआ महसूस नहीं करना चाहिए। उदाहरण के लिए:

सानिया की गुडि़या की आंख फंस गई है और अब कभी नहीं खुलेगी। ऐसे में, झल्‍लाने और रोने की बजाए उनकी प्रतिक्रिया अपेक्षाकृत अधिक नियंत्रित थी। उसने सादगी से अपने माता-पिता से पूछा कि क्‍या यह ठीक हो सकती है।

अपने तरीके से आत्‍म-नियंत्रण होना उनके लिए बहुत ही मददगार हो सकता है। यह जानकारी कि‍ वे जो कुछ करना चाहते हैं उसे कर सकते हैं, (अपने जीवन में) महत्‍वपूर्ण चीजों पर ध्‍यान केन्‍द्रि‍त करते हुए, उन्‍हें शक्ति की सही समझ हासिल करने में मदद कर सकती है।

छोटे कदम जो आप लेसकते हैं

अपने बच्‍चे को व्‍यक्तिगत जिम्मेदारी के मुद्दों के बारे में बताएँ। उदाहरण के लिए; जब वे गुस्‍से में हो, तो उन्‍हें बताएं कि गुस्‍सा होने पर वे जो महसूस करते हैं और अपने व्‍यवहार के लिए वे स्‍वयं जिम्‍मेदार हैं। उनके लिए गतिविधियों की योजना बनाते समय, ढेर सारे विकल्‍प प्रदान करें।
स्‍वयं के बारे में निर्णय लेते समय सजग रहने में उनकी मदद करें।
समस्‍याओं का समाधान करने के लिए उन्‍हें बेहतर तरीकों और विकल्‍पों के बारे में बताएं।
ऐसी गतिविधियों की योजना बनाएँ ताकि आपके बच्‍चे को सफलता अनुभव करने के पर्याप्‍त अवसर प्राप्‍त हों। जब वे जताएं कि वे किसी कार्य को अच्‍छी तरह से कर सकते हैं तो उन्‍हें वह कार्य करने दें।
अपने बच्‍चे की स्‍वयं के लिए और दूसरों के लिए सीमाएं निर्धारित करने में मदद करें।

रोल मॉडलिंग

जब आपके बच्चे किसी रोल मॉडल से जुड़ते हैं, तो वे अच्‍छे और बुरे के बीच भेद करने की अपनी क्षमता के बारे में अधिक आश्‍वस्‍त महसूस करते हैं। एक अच्‍छा रोल मॉडल होने से आपके बच्‍चे के दोहरे उद्देश्य सिद्ध हो जाते हैं:

1. उनके जीवन में जो कुछ घटित हो रहा है वे उसके बारे में समझ जाएंगे; 2. उनके कुछ मानक होंगे जिनके द्वारा घर पर और स्‍कूल में उनके व्‍यवहार का मूल्‍यांकन किया जा सकता है। परिणामस्‍वरूप, आपका बच्‍चा यह जान जाएगा कि उसके लक्ष्‍य क्‍या हैं और वह उनके लिए काम करना शुरू कर देगा, जैसे-जैसे अनुभव बढ़ेगा उनका आत्‍म-विश्‍वास भी बढ़ता जाएगा। अब उन्‍हें नए अनुभवों से डर नहीं लगेगा।

छोटे कदम जो आप लेसकते हैं

उनके लिए एक अच्‍छा रोल मॉडल बनें। माता-पिता के रूप में, आपका बच्‍चा आपके साथ ही सबसे अधिक समय व्‍यतीत करता है, सबसे अधिक आपको देखता है और सबसे अधिक आपकी नकल करता है। आपको उनके व्‍यवहार के लिए मानक निर्धारित करने चाहिए।
वे जिन मूल्‍यों में विश्‍वास करते हैं उन्‍हें पहचानने और समझने में उनकी मदद करें और अपने मूल्‍य उनके साथ साझा करें।
उचित और प्राप्‍त करने योग्‍य लक्ष्‍य निर्धारित करने में उनकी मदद करें।
उन्‍हें अपनी अपेक्षाओं के बारे में बताएं और उचित निष्‍पादन मानकों को स्‍पष्‍ट करें।
उनके अनुभव की सीमा को व्‍यापक करने में उनकी मदद करें।

आत्‍म-विश्‍वासी बच्‍चे आमतौर पर उन लोगों के बीच विकसित होते हैं जो स्‍वयं आत्‍म-विश्‍वासी होते हैं। अपने बच्‍चे को बहुत सारा प्‍यार दें और याद रहे उनके माध्यम से अपने जीवन जीने की कोशिश न करें ! उन्हें विश्वास दिलाएं कि वे अपने आसपास की दुनिया को जानने की जरूरत है।।

solved 5
wordpress 1 year ago 5 Answer
--------------------------- ---------------------------
+22

Author -> Poster Name

Short info