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हमारे समाज में लोगों की पहचान उनके संस्कार से की जाती है। हालांकि जीने के लिए संस्कार ही काफी नहीं है बल्कि उसके लिए हमें और भी कई चीजों की जरूरत होती है। अगर आप एक सभ्य भारतीय परिवार से हैं तो जरूरी है कि आपके घर के बच्चों को अपने आसपास के लोगों से, समाज में जीने के और एक राष्ट्र के सभ्य नागरिक के रूप में जीने के संस्कार दें। एक संस्कारी बेटी और बेटा समाज की नींव होती है और अच्छे संस्कारी समाज से ही राष्ट्र की उन्नति की दिशा तय होती है। आइए आपको बताते हैं कि माता-पिता को अपने बच्चों को कौन-कौन से संस्कार देने चाहिए।
राष्ट्र के प्रति ईमानदारी का भाव जागृत करें
माता पिता को अपने बच्चे को सबसे राष्ट्र और समाज के प्रति जिम्मदारियों से अवगत कराना चाहिए। उन जिम्मेदारियों के बारे में बताना चाहिए जिन्हें निभाने से समुदाय की उन्नति हो सके। ईमानदार के भाव का संस्कार एक ऐसा ही गुण है। यह वह गुण है जिसके चलते बच्चा अपने आसपास के माहौल के प्रति नैतिक दायित्व के बोध से भरता है। बच्चों को टैक्स भरना सिखाया जाना भी भविष्य की नींव तैयार करता है। उन्हें कर के रूप में दी जाने वाली राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी की समझ बढ़ती है।
माता-पिता को अपने बच्चों को रसोई का काम जरूर सिखाना चाहिए। आजकल के व्यस्त लाइफ में हर किसी को हर काम करने आना चाहिए। लड़का हो या लड़की सभी को घर का काम सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करें। कई परिवार वाले बच्चों को घर का काम नहीं सिखाते है लेकिन ऐसा करना गलत है। बच्चों को मल्टी टास्किंग बनाना चाहिए।
बच्चों को सेक्स एजुकेशन के बारे में बताना बहुत जरूरी है आमतौर पर बच्चे अपने दोस्तों और पोर्न देखकर इन सबके बारे में जानते हैं। जो उनके लिए हानिकारक है। इसलिए माता पिता को अपने बच्चों को नैतिक जिम्मेदारी समझकर बताना चाहिए।
बच्चों को कम उम्र से ही बचत करना सिखाएं। ऐसा करना उनके आगे के जीवन के लिए भी सफल साबित होगा। बचत सिखाकर उन्हें भविष्य के लिए मजबूत बनाएं। आमतौर पर पेरेंट्स अपने बच्चों को लोगों के पीठ पीछे बुराइयां करने के लिए मना करते हैं। जबकि उन्हें बुराइयों की जगह अपनी बातों को खुलकर रखना सिखाना चाहिए।
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