मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा सी सेक्शन ठीक हो रहा है?pregnancytips.in

Posted on Wed 12th Oct 2022 : 17:34

सिजेरियन डिलीवरी के बाद कैसा महसूस होगा?
शिशु के जन्म के बाद आप शायद काफी प्रफुल्लित और आनंदित महसूस करेंगी और अपने नवजात शिशु की पहली झलक देखकर संभव है आप रुआंसी और भावुक हो जाएं।

ऑपरेशन के तुरंत बाद हो सकता है आप मदहोश सी हों और शायद आपको मिचली महसूस हो। यह मिचली 48 घंटों तक रह सकती है, मगर डॉक्टर आपको राहत के लिए दवा दे सकती हैं।

बहुत सी मांओं को पूरे शरीर पर खुजलाहट सी होती है। ऐसा एपिड्यूरल या स्पाइनल में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया की वजह से हो सकता है। यदि आपके साथ ऐसा हो, तो डॉक्टर को बताएं ताकि वे आपको खुजलाहट से राहत की दवा दे सकें।

एपिड्यूरल या स्पानल के अन्य साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:

सिरदर्द
पीठ दर्द
चुभन वाला दर्द
चक्कर आना

जन्म देने की प्रक्रिया में आपके शरीर से एड्रीनलीन हार्मोन जारी होता है, जिससे आपको डिलीवरी के बाद कंपकंपी हो सकती है।

ये सभी साइड इफेक्ट शरीर की सामान्य प्रतिक्रिया है और जन्म के बाद कम होने लगते हैं। डॉक्टर आपको इन लक्षणों से राहत के लिए दवा देंगी ताकि आप आराम महसूस करें। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप इन लक्षणों के बारे में डॉक्टर को बताएं।

डिलीवरी के बाद आपको सैनिटरी पैड भी इस्तेमाल करना होगा क्योंकि सी-सेक्शन के बाद भी आपको उसी तरह रक्तस्त्राव होगा, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद होता है। शिशु को गर्भ में पालने के लिए गर्भाशय में जो परत बनी थी, डिलीवरी के बाद वह झड़ने लगती है और लंबी माहवारी के रूप में बाहर आती है। इसे लोकिया कहा जाता है।

डिलीवरी के करीब तीसरे दिन के आसपास आपको कब्ज, गैस और फुलावट की शिकायत हो सकती है। ऐसा कुछ हद तक इसलिए होता है क्योंकि किसी भी तरह के ऑपरेशन से आपकी आंतों के काम करने के तरीके पर असर पड़ता है।

आपकी डॉक्टर शायद आपके मल को नरम करने के लिए हल्का रेचक (लैक्सेटिव) देंगी, ताकि मल आसानी से निकल सके। मलत्याग करने या गैस निकालने के लिए जोर लगाने से टांकों पर दबाव पड़ सकता है और इनमें दर्द हो सकता है।

डिलीवरी के बाद आप दो से पांच दिन तक अस्पताल में रहेंगी ताकि डॉक्टर यह देख सकें कि आपको कोई इनफेक्शन तो नहीं है और आपकी रिकवरी पर नजर रख सकें। दिन गुजरने के साथ-साथ आप बेहतर महसूस करने लगेंगी।
सी-सेक्शन ऑपरेशन से उबरने में मुझे कितना समय लगेगा?
ऑपरेशन के कुछ साइड इफेक्ट आपको अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही बेहतर होने लगेंगे, मगर पूरी तरह ठीक होने में छह से आठ हफ्तों का समय लग सकता है। जितना समय नॉर्मल डिलीवरी से उबरने में लगता है उतना ही समय सी-सेक्शन से उबरने में लगता है, मगर कुछ के लिए सिजेरियन रिकवरी में ज्यादा समय लग सकता है।

हर महिला अलग होती है और डिलीवरी से उबरने में अलग समय लग सकता है। ऐसी कुछ चीजें हैं जो आप ऑपरेशन से उबरने में मदद के लिए कर सकती हैं, मगर सबसे जरुरी यह है कि आप अपने शरीर के अनुसार चलें और जब भी जरुरत हो आराम करें। आपको यह एक साधारण सी सलाह लग रही होगी, मगर नवजात शिशु के साथ ऐसा करना भी मुश्किल हो सकता है।



सिजेरियन ऑपरेशन से उबरने के लिए क्या कर सकती हूं?
जब भी हो सके आराम करने के अलावा कुछ चीजें और हैं जो शरीर को ऑपरेशन से उबरने में मदद करती हैं, जैसे कि:

अच्छा खाएं
जब भी आपको भूख या प्यास महसूस हो तो कुछ खाए-पीएं।

पौष्टिक भोजन लेने से आपके शिशु को जरुरी पोषक तत्व मिलेंगे, जो आपको ठीक होने और स्तनदूध बनाने में मदद करेंगे। अपने आहार को सीमित न करें या अपने गर्भावस्था के वजन को कम करने का अभी से न सोचें। यहां जाने कि डिलीवरी के बाद आहार कैसा होना चाहिए!

थोड़ा चलें-फिरें
शुरुआत में शायद आपको लगे कि आप कभी दोबारा चल नहीं पाएंगी! जब आपको अपने कमरे में शिफ्ट कर दिया जाएगा, तो आपको बिस्तर पर अपनी अवस्था बदलने के लिए कहा जाएगा। शुरुआत में ही हिलना-डुलना आपके लिए अच्छा है और डिलीवरी के 24 घंटे बाद आपको शायद बिस्तर से उठने और कमरे में ही चलने-फिरने के लिए कहा जाएगा।

चाहे यह आपको कितना भी मुश्किल लगे, मगर आप कोशिश करें। जितना जल्दी आप यह शुरु करेंगी, उतना ही आपके रक्त संचरण और सामान्य रिकवरी के लिए अच्छा है। टांगों में रक्त संचरण बेहतर करने और खून के थक्के जमने से रोकने के लिए आप बिस्तर पर ही टखनों की एक्सरसाइज कर सकती हैं।

किसी भी ऑपरेशन के बाद खून के थक्के जमने का खतरा रहता ही है, मगर थोड़ा-बहुत चलने-फिरने से आप यह जोखिम कम कर सकती हैं।

जब आप घर आ जाएं तो हर दिन थोड़ी चहल-कदमी करें, ताकि आप जल्दी ठीक हो सकें।

चीरे के घाव का ध्यान रखें
ऑपरेशन के बाद चीरा लगाए गए स्थान पर मरहम-पट्टी लगाई जाएगी। पांचवें दिन यह पट्टी हटा ली जाएगी। अगर डॉक्टर की इजाजत हो तो आपको दोबारा घाव पर पट्टी लगवाने की जरुरत नहीं है।

आपके टांके शायद अपने आप घुलने वाले होंगे, इसलिए शायद इन्हें हटवाने की जरुरत नहीं होगी। यदि टांके निकलवाने हों तो डॉक्टर इसके लिए आपको निश्चित समय बता देंगी।

अपने घाव पर नजर रखें और संक्रमण के संकेतों जैसे कि अत्याधिक दर्द, लाल होना या स्त्राव निकलने पर ध्यान दें। ऐसे कोई भी संकेत नजर आएं या लगे कि घाव खुल रहा है तो डॉक्टर को बताएं।

आप हर रोज नहाएं और टांकों को सूखा रखने की चिंता न करें। नहाने के बाद चीरे की जगह को थपथपाकर पौंछ दें। डॉक्टर आपको कुछ दिनों तक नहाने के बाद एंटिसेप्टिक पाउडर लगाने के लिए कहेंगी।

अपने घाव की सुरक्षा करें
चीरे के स्थान को साफ रखने और इसके ठीक होने के संकेतों पर ध्यान देने के साथ-साथ आपको कुछ और बातों पर ध्यान देना होगा। दर्द कम करने और टांकों के जल्दी ठीक होेने में मदद के लिए आप निम्नांकित बातों का ध्यान रखें:

अपने नवजात शिशु के वजन से ज्यादा भारी चीज न उठाएं। यदि आपका एक बड़ा बच्चा और है तो उसे बैठे या लेटे हुए ही प्यार-दुलार करें। कपड़े धोने या किराने का सामान लाने के लिए किसी और की मदद लें, ताकि आप वजन न उठाएं। कोई भी भारी चीज उठाने से आपके चीरे पर जोर पड़ सकता है।
जब भी आप हंसे, खांसे या छींके तो हर बार अपने चीरे पर हाथ या तकिया लगा लें। हंसने, खांसने या छींकने से टांकों पर जोर पड़ सकता है और दर्द हो सकता है। चीरे को आधार देने से दबाव कम पड़ेगा।
ढीले-ढाले कपड़े पहनें जिन्हें अपनी कमर पर बांधना न पड़े, इससे ज्यादा से ज्यादा रक्त संचरण हो सकेगा। अपने सामान्स साइज से बड़े साइज की अंडरवियर पहनने से आपको शायद आराम मिलेगा।
यदि आप डिलीवरी के बाद मालिश करवा रही हैं, तो मालिशवाली को बता दें कि वे आपके चीरे के घाव और पेट पर मालिश न करे। इस जगह पर कोई भी दबाव पड़ने से समस्या हो सकती है और घाव भरने में देरी हो सकती है।
ऑपरेशन के बाद पांच या छह हफ्ते तक कार न चलाएं। स्टीयरिंग व्हील घुमाने में आपको दर्द हो सकता है और यदि आपको अचानक से रुकना पड़े तो दर्द बढ़ सकता है। यदि आपको लगे कि आप जल्दी कार चलाना शुरु कर सकती हैं, तो पहले डॉक्टर से पूछ लें कि ये सही रहेगा या नहीं।

मदद लें
डिलीवरी से पहले ही आप तय कर लें कि शिशु के जन्म के बाद आपकी मदद के लिए कौन रहेगा। यदि कोई व्यक्ति आपके घर की जिम्मेदारी संभाल लें तो आपको अपनी और शिशु की देखभाल का समय मिल सकेगा। आप अपनी मॉं या सास को कुछ समय के लिए आपके साथ रहने के लिए कह सकती हैं। आप कामवाली, आया या जापा बाई भी रख सकती हैं जो आपकी मदद करेंगी। यदि आपके पति पितृत्व अवकाश पर हों तो आप उनकी भी मदद ले सकती हैं। जो भी आपकी और परिवार की जरुरत के हिसाब से उचित हो, वह विकल्प चुनें।

जब भी जरुरत हो आप मदद लेने से हिचने नहीं। जल्द ही आप ऑपरेशन से उबर जाएंगी और अपना रोजमर्रा का काम करने के साथ-साथ मॉं की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा पाएंगी। तब तक खुद को पूरा आराम दें और जब भी जरुरत हो मदद के लिए कहें।

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