Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
बच्चों को उल्टी होने के कारण (Causes of the Child Vomiting)
आमतौर पर बच्चे अगर उल्टी करते हैं तो इसका मतलब ये माना जाता है कि उनके पाचन तंत्र में कुछ ऐसा पदार्थ है जो नुकसान देह है और उससे छुटकारा मिलती है। लेकिन इसके साथ ही हमें ध्यान देना चाहिए कि अगर बच्चा लगातार उल्टी कर रहा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं।
दूध का फटना- कई बार होता ये है कि स्तनपान करने वाले शिशु के पेट में दूध की मात्रा अधिक हो जाती है। इस कारण से भी शिशु को उल्टी हो सकती है।
पेट में संक्रमण- पेट में फ्लू या अन्य किसी संक्रमण की वजह से भी बच्चा उल्टी कर सकता है।
दस्त- बच्चे दस्त की वजह से भी उल्टी कई बार उल्टी करते हैं।
खाद्य पदार्थों से एलर्जी- कुछ बच्चों को खाद्य पदार्थों से भी एलर्जी होती है। जैसे कि अंडे, मूंगफलि, सेलफीश, गेहूं, दूध एवं अन्य। ये आपको ध्यान रखना होगा कि आपके बच्चे को किन खाद्य पदार्थों से एलर्जी है। एलर्जी वाले खाद्य पदार्थों को खाने के बाद बच्चे को उल्टी या पेट में दर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
तनाव- जब बच्चे के ऊपर किसी तरह का मानसिक दबाव या तनाव होता है तो ऐसी परिस्थितियों में भी बच्चे उल्टी कर सकते हैं।
विषाक्त भोजन (Food Poisoning)- उल्टी होने की सबसे महत्वपूर्ण वजह फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। विषाक्त भोजन की वजह से बच्चे को उल्टी के अलावा पेट से संबंधित अन्य समस्याएं जैसे की दर्द व मितली भी होने की संभावनाएं बनी रहती है।
कब्ज- कुछ परिस्थितियों में कब्ज व एसिडिटी की वजह से भी उल्टी हो सकती है।
कान में इनफेक्शन, सूअर फ्लू, मौसम में बदलाव और बुखार जैसी समस्याओं के चलते भी बच्चे को उल्टी हो सकती है।
कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के चलते भी बच्चे को उल्टी हो सकती है
बच्चों की उल्टी के लक्षण (Symptoms of Vomiting)
बच्चों को उल्टी होने से पहले या बाद में इस तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं।
डिहाइड्रेशन यानि निर्जलीकरण- उल्टी के प्रभाव की वजह से बच्चे को डिहाइड्रेशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
जी मिचलाना
त्वचा के रंग में बदलाव आना
चक्कर आना, दिल तेजी से धड़कना
सिरदर्द के अलावा भूख कम लगना
पेट में दर्द होना
नींद आना, दस्त के साथ बुखार
मुंह का सुख जाना
बच्चे का तेजी के साथ सांस लेना
पेशाब कम होना
आंखों का धंस जाना
बच्चों की उल्टी का इलाज (Treatment)
बच्चे को उल्टी से राहत दिलाने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों या नुस्खों को भी आजमा सकती हैं।
गर्मी के मौसम में कई बार गर्मी के प्रभाव के चलते भी बच्चे को उल्टी होना शुरू हो जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में आपको पानी में थोड़ा सा नमक और नींबू का रस निचोड़ कर बच्चे को पिलाना चाहिए। दिन में 2 से 3 बार आप इस घोल को पिला सकती हैं।
प्याज का रस निकालकर बच्चे को दिन में 2 से 3 बार पिलाने से भी उल्टी पर नियंत्रण हो जाता है।
अदरक वाली चाय पीने से भी जी मिचलाने की समस्या बंद हो जाती है। अदरक का सेवन करने से आपके बच्चे की पाचन तंत्र भी मजबूत होती है।
अनार के रस में 2 से 3 बूंद नीबूं का रस मिलाकर पीने से उल्टी तत्काल बंद हो जाती है। अधिक फायदा पाने के लिए आप चाहें तो इसमें थोड़ी मात्रा में शहद मिला सकती हैं।
चावल का पानी जिसे मांड़ के नाम से भी जानते हैं उसको भी आप अपने बच्चे को पिलाएं। दिन में 2 बार चावल का मांड़ पीने से बच्चे के शरीर में स्फूर्ति आ जाएगी और उल्टी होना भी बंद हो जाएगी।
आपके और हमारे घर में इलायची तो जरूर होता है। इलायची के बीज को निकाल लें और उसको तवे पर भून लें। इसके बाद भूने हुए इलायची के दानों का चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण में हल्की मात्रा में शहद मिलाकर बच्चे को पिला दें। इससे भी उल्टियां बंद हो जाएंगी।
धनिया, सौंफ, जीरा, इलायची और पुदीना को मिलाकर साफ पानी में भिंगों दें। कुछ देर बाद जब ये सारे पानी में अच्छे से फूल जाएं तब इनको पानी में ही मसल दें। अब इसके बाद पानी को छान लें और दिन में 4 से 5 बार बच्चो को पीने के लिए दें। आपको तुरंत राहत देखने को मिलेगा।
--------------------------- | --------------------------- |