10 महीने में कितने सप्ताह होते हैं?pregnancytips.in

Posted on Mon 10th Jun 2019 : 02:40

प्रेगनेंसी के 10वें महीने के बारे में ये बातें जानकर चौंक जाएंगे आप

कुछ महिलाओं की डिलीवरी नौ महीने पूरे होने के बाद भी नहीं होती है। ये महिलाएं अपने दसवें महीने में कदम रख चुकी होती हैं।
10th month of pregnancy in hindi
आमतौर पर यही कहा जाता है कि गर्भावस्‍था के नौ महीने होते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। जेस्‍टेशनल पीरियड 38 से 40 सप्‍ताह का होता है और हर महीने में चार सप्‍ताह होते हैं इसलिए दस महीने हुए। जब गर्भावस्‍था 40 सप्‍ताह तक पहुंच जाती है तो इसे नौ महीने की जगह दसवां महीना कहा जाता है।



प्रेगनेंसी का 37वां सप्‍ताह
पिछले कुछ हफ्तों की तुलना में अब आपका वजन थोड़ा और बढ़ जाएगा। एड़ियों, हाथों और पैरों में फ्लूइड रिटेंशन के कारण सूजन आने लगी होगी। 37वें सप्‍ताह में शिशु के मस्तिष्‍‍क का बहुत तेजी से विकास होता है। अब उसका वजन लगभग 300 ग्राम होगा।

इस सप्‍ताह में प्रेगनेंट महिला को सिरदर्द और पेट दर्द हो सकता है। इससे निपटने के लिए योग और ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज करें।
Pregnancy glow : प्रेगनेंसी में क्‍यों चांद की तरह चमकती है स्किन

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ऐसा कोई एक निर्धारित समय नहीं है जब प्रेगनेंसी ग्‍लो आता है। हालांकि, जब शरीर में सबसे ज्‍यादा बदलाव आते हैं, तब इसके शुरू होने की संभावना अधिक हो सकती है। ऐसा खासतौर पर गर्भावस्‍था की दूसरी तिमाही में होता है। डिलीवरी के बाद प्रेगनेंसी ग्लो चला जाता है।

वैसे तो गर्भावस्‍था में हर महिला के शरीर में हार्मोंस में उतार चढ़ाव आते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि हर महिला की स्किन गर्भावस्‍था में चमकेगी। अगर आपके चेहरे पर प्रेगनेंसी ग्‍लो नहीं दिख रहा है तो यह किसी गलत बात का संकेत नहीं है।



माना जाता है कि प्रेगनेंसी में खुश रहने की वजह से चेहरा ग्‍लो करता है। कुछ लोगों का तो यहां तक मानना है कि इससे शिशु के सेक्‍स का भी पता चल सकता है।

गर्भावस्‍था में खुश रहने के अलावा और भी कई मेडिकल कारण हैं जो स्किन को ग्‍लोइंग बनाते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हार्मोंस में उतार चढ़ाव और खून का प्रवाह है, लेकिन प्रेगनेंसी ग्‍लो के और भी कारण हो सकते हैं।

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कुछ महिलाओं की सीबम ग्लैंड्स ज्‍यादा तेल बनाने लगती हैं। इसका कारण हार्मोनल बदलाव है। वहीं, तेल ज्‍यादा बनने पर ब्‍लड वॉल्‍यूम भी बढ़ सकता है। अगर आपकी पहले से ही ऑयली या कॉम्‍बिनेशन स्किन है तो इसका खतरा और बढ़ जाता है।

इसकी वजह से एक्‍ने भी हो सकते हैं। एक्‍ने के साथ अधिक ऑयल बनने के कारण भी स्किन ग्‍लोइंग हो सकती है।



रक्‍त प्रवाह बढ़ने और हार्मोनल बदलाव के साथ स्किन स्‍ट्रेच होने यानी त्‍वचा में खिंचाव आने की वजह से भी प्रेगनेंसी में स्किन ग्‍लो करने लगती है।


प्रेगनेंसी में गर्मी लगना सामान्‍य बात है। हार्मोंस ही नहीं, बल्कि अधिक वजन के कारण भी गर्भावस्‍था में शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इसकी वजह से हीट रैशेज या हॉट फलैशेज हो सकते हैं। ये दोनों ही स्किन को ग्‍लोइंग बना सकते हैं।


अगर आपको पहले से ही कोई स्किन प्रॉब्‍लम है तो तो गर्भावस्‍था के दौरान लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। इसमें एक्जिमा, रोसेसिया और सोरायसिस शामिल है।

रक्‍त प्रवाह बढ़ने और हार्मोंस के कारण त्‍वचा प्रभावित हो सकती है। कई बार चेहरे की चमक को प्रेगनेंसी ग्‍लो भी समझ लिया जाता है।


प्रेगनेंसी का 38वां सप्‍ताह
इस समय शिशु को गर्भ के अंदर मूव करने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। उसका वजन 3 किलोग्राम के आसपास है। अब उसके पास और बढ़ने के लिए जगह नहीं है। लेकिन हां, उसका वजन जरूर बढ़ सकता है।
अगर आपको एक मिनट तक और हर 10 मिनट में या इससे कम समय में पेट में दर्द उठ रहा है तो जल्‍द ही आपकी डिलीवरी होने वाली है।

प्रेगनेंसी का 39वां सप्‍ताह
इस हफ्ते में आपको अपना वजन बहुत ज्‍यादा बढ़ा हुआ लग सकता है। वॉटर रिटेंशन के बढ़ने के कारण आपको अत्‍यधिक सूजन भी होगी। इस समय आपको बहुत ज्‍यादा आराम करने की जरूरत है। अब शिशु का विकास पूरा हो चुका है और अब वो किसी भी समय जन्‍म ले सकता है। शिशु का वजन अब 3 किलो और लंबाई 48 सेमी है।

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प्रेगनेंसी का 40 और 41वां सप्‍ताह
अगर अभी तक आपकी डिलीवरी नहीं हुई है तो घबराने की जरूरत नहीं है। डिलीवरी डेट ज्‍यादा दूर नहीं है। इस समय पेशाब करते समय जलन और हल्‍का बुखार हो सकता है। अब शिशु का वजन 3 से 3.5 किलो है और लंबाई 50 सेमी है। अगर आपको इस समय मूत्र संक्रमण या बहुत ज्‍यादा डिस्‍चार्ज हो रहा है तो तुरंत डॉक्‍टर को बताएं।

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