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Periods में क्या है नॉर्मल और क्या है एबनॉर्मल? जानें कैसे करें ट्रैक
आपके पीरियड्स आपकी हेल्थ के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं। इसे ट्रैक कर के आप जान सकती हैं कि आपके पीरियड्स नॉर्मल हैं या नहीं। बहुत सी महिलाओं को इसके बारे में जानकारी नहीं होती इसलिये वह समस्या का पता नहीं लगा पातीं।
मासिक धर्म आमतौर पर हर महिला के जीवन की एक आम प्रक्रिया है। पीरियड सिर्फ प्रजनन के लिए ही जरुरी नहीं होता बल्कि यह स्वास्थ्य के बारे में भी बताता है। क्या आपको मालूम है कि आपका अंतिम पीरियड कब हुआ और कितने दिनों तक रहा? यदि नहीं तो आपको अभी से अपने पीरियड पर नजर रखनी चाहिए। पीरियड्स की डेट को ट्रैक करने से यह समझने में मदद मिलती है कि आपके लिए क्या सामान्य है। इसके साथ ही ओव्यूलेशन टाइम और जरूरी बदलावों को भी समझने में मदद मिलती है। यदि आपका पीरियड अनियमित है तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। इसलिए हर महिला को अपने पीरियड को समझना बेहद जरूरी है।
पीरियड क्या है?
हर महीने महिलाओं के अंडाशय से एक अंडा निकलता है। इस प्रक्रिया को ओव्यूलेशन कहते हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होता है और गर्भाशय प्रेगनेंसी के लिए तैयार होता है। ओव्यूलेशन के समय जब अंडा फर्टिलाइज नहीं होता है गर्भाशय की परत योनि से बहकर बाहर निकलने लगती है। इसे पीरियड या मासिक धर्म कहते हैं।
सामान्य मासिक धर्म किसे कहते हैं?
आमतौर पर प्रत्येक 21 से 35 दिनों बाद महिला को पीरियड होता है जो 2 से 7 दिन तक रहता है। इसे सामान्य पीरियड कहा जाता है। शुरूआत के कुछ सालों तक मेंस्ट्रुअल साइकल लंबी होती है लेकिन उम्र बढ़ने पर छोटी और नियमित हो जाती है। इस दौरान हल्की या तेज ब्लीडिंग के साथ दर्द होता है। जो आमतौर पर सामान्य माना जाता है।
मासिक धर्म को कैसे ट्रैक करें?
पीरियड को ट्रैक करने के लिए हर महीने यह देखें कि आपका पीरियड सामान्य से कितने दिन अधिक या कम रहता है। इसके साथ ही हल्की या तेज ब्लीडिंग और सैनिटरी नैपकिन की संख्या पर भी ध्यान देना चाहिए। माहवारी के दौरान दर्द, मूड और व्यवहार में बदलाव के साथ ही योनि से खून के थक्के निकलने पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।
मासिक धर्म अनियमित होने के कारण
आमतौर पर कई कारणों से पीरियड अनियमित होता है। स्तनपान कराने, अधिक वजन घटाने या अधिक एक्सरसाइज करने, खानपान की खराब आदतों, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज और यूट्रेरिन फाइब्रॉयड के कारण मासिक धर्म अनियमित होता है।
पीरियड की अनियमितता को कैसे दूर करें
महिलाओं को अपने मासिक धर्म को नियमित करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही जीवनशैली में बदलाव और खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य समस्याओं के उचित इलाज से भी अनियमित पीरियड की समस्या को दूर किया जा सकता है।
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