क्या अंडा टूटना के लक्षण है?pregnancytips.in

Posted on Fri 14th Oct 2022 : 16:15

महिलाओं के मन में यह जानने की इच्छा रहती है की गर्भावस्था के लक्षण कब और कितने दिन में दिखाई देने लग जाते है। वैसे तो ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के सिम्पटम्स दिखना शुरू हो जाते है पर कुछ महिलाओं के लिए इन्हें पहचान पाना मुश्किल होता है। लेकिन इसका मुख्य लक्षणों से पता लगाया जा सकता है।


अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण? -
अंडा फटने के बाद कुछ संकेत मिलते है जो यह बताते है की आप प्रेग्नेंट है। जानते है अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण क्या है।

1) थकान -

गर्भवती होने के संकेत के शुरुआती लक्षणों में से एक है थकान। इस दौरान आपको बहुत थकान महसूस होगी। आप थोड़े से में ही खुद को थका हुआ महसूस करेंगी। इसकी वजह यह है की प्रेग्नेंट महिला के शरीर के अंगो में दर्द बना रहता है जिससे वह थकी हुई रहती है।


2) पेशाब के रंग में बदलाव -

महिला के गर्भधारण करने पर पेशाब के रंग में परिवर्तन आ जाता है। पेशाब का रंग पीला होने लगता है। इस परिवर्तन का कारण यह है की प्रेगनेंट महिला की किडनी अच्छी तरह से पेशाब फ़िल्टर नहीं कर पाती जिसकी वजह से ऐसा होता है।


3) सर्विकल म्यूकस में परिवर्तन -

ठीक ओवुलेशन से पहले सर्विकल म्यूकस में बदलाव होने लगता है। ओवुलेशन का समय करीब आने पर सर्विकल म्यूकस की मात्रा में वृद्धि होने लगती है। ओवुलेशन से बिल्कुल पहले के दिनों में ऑस्ट्रोजन में बढ़ोतरी होने के कारण सर्विकल म्यूकस अधिक मात्रा में बनने लगता है।


4) स्तनों में बदलाव आना -

स्तनों के आकार में वृद्धि होने लगती है और स्तन भी कोमल महसूस होते है। स्तनों में प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कारण सूजन भी आने लगती है। छूने पर दर्द महसूस होता है और भारीपन सा लगता है। निप्पल के आसपास का रंग बदलने लगता है।


5) स्वाद और गंध का बोध होना -

बहुत सी महिलाओं में ओवुलेशन के बाद विभिन्न तरह की गंध का अनुभव होता है और स्वाद का भी तीव्र बोध होता है। इसका कारण है ऑस्ट्रोजन का बढ़ा हुआ स्तर।

6) चक्कर आने लगते है -

जब महिला गर्भवती होती है तो उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव आने लगते है। इसके कारण भी महिलाओं को चक्कर आते है। अगर आपको भी चक्कर जैसा लगता है तो प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाएं।

7) पेट में मरो‌ड़ आना -

ओवुलेशन के समय महिलाओं को पेट में हल्के मरोड़ या ऐंठन होने लगती है। यह कुछ मिनटों तक या कुछ घंटो तक भी हो सकती है। यह पेट के निचे दाएँ ओर ज्यादा होती है तो कुछ महिलाओं में यह पेट के दोनों ओर भी होता है।


8) मॉर्निंग सिकनेस -

प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों में मॉर्निंग सिकनेस होती है और मतली भी आने लगती है। यह सिर्फ सुबह ही नहीं होती बल्कि दिन में कभी भी हो सकती है या पूरे दिन भी रह सकती है।


9) कब्ज और गैस -

ओवुलेशन के लक्षण यानि अंडा फटने के बाद गर्भवती महिला को गैस और कब्ज का भी सामना करना पड़ता है, लेकिन इस समस्या को ठीक करने के लिए आप डॉक्टर की सलाह के बिना कुछ भी ना खाएं। बल्कि डॉक्टर से परामर्श लें।

10) शरीर का तापमान बढ़ना -

ओवुलेशन के बाद तापमान में वृद्धि होने लगती है। इसका कारण है शरीर में प्रॉजेस्टरोन हॉर्मोन के स्तरों में वृद्धि होना। तापमान जरूर मापे इसके लिए सुबह उठते ही मापना अच्छा समय होता है।

11) सिरदर्द -

महिलाओं के सिर में दर्द बना रहता है। यह प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनो में ज्यादा होता है। प्रेग्नेंसी के समय शरीर में रक्त के स्तर में वृद्धि होने लगती है इस कारण सिरदर्द होता है।

12) खाने की लालसा बढ़ना -

गर्भवती महिलाओं को खाने की बहुत लालसा होने लगती है। जिसमें महिलाओं के मन में कुछ ना कुछ खाने का विचार चलता रहता है और अलग - अलग तरह की चीजें खाने का मन होता है। जिससे महिलाओं की डाइट भी प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ जाती है। गर्भवती महिलाओं को बाहर का खाने से बचना चाहिए ख़ास कर जंक फ़ूड।

13) पीरियड्स ना आना -

महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते है लेकिन पीरियड्स नहीं आने पर गर्भवती होने की संभावना ज्यादा रहती है। पीरियड्स नहीं आने को प्रेगनेंसी का सबसे मुख्य लक्षण मानते है। इसलिए आपको ध्यान रखना होगा की आपके पीरियड्स मिस कब हुए है।


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