क्या मैं अपने 1 साल के बच्चे को अखरोट दे सकता हूं?pregnancytips.in

Posted on Mon 17th Oct 2022 : 14:11

बच्चों के लिए अखरोट के फायदे, नुकसान व रेसिपी
कोशिश करें कि बच्चों को अखरोट एक साल की उम्र के बाद ही खिलाएं।
अखरोट की गिनती ड्राइ फ्रूट्स में की जाती है। यह कई प्रकार के पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। ऐसे में बच्चों के भरपूर पोषण के लिए इसका सेवन काफी लाभकारी माना जाता है। हालांकि, बच्चों को अखरोट देने से पहले माता-पिता को इस बात की जानकारी होनी जरूरी है कि इसका सेवन बच्चों के लिए सुरक्षित है या नहीं। साथ ही, किस उम्र में बच्चों को अखरोट का सेवन शुरू कराना चाहिए? यही कारण है कि मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में हम बच्चों के लिए अखरोट के फायदे, नुकसान और इससे बनी कुछ शानदार रेसिपी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। तो बच्चों के लिए अखरोट से जुड़ी संपूर्ण जानकारी के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।

सबसे पहले जानते हैं कि शिशुओं को कब से अखरोट देना शुरू कर सकते हैं।
छोटे बच्चे अखरोट कब खा सकते हैं?

छोटे बच्चों को अखरोट खिलाना लाभकारी साबित हो सकता है। इससे संबंधित एक शोध में बताया गया है कि शिशुओं के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए अखरोट को शिशुओं के कॉम्पलीमेंटरी फूड यानी पूरक आहार की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है (1)। बता दें कि बच्चों को 6 महीने की उम्र के बाद से कॉम्पलीमेंटरी फिडिंग कराने की सलाह दी जाती है (2)।

इसके अलावा, सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) की मानें तो, एक साल की उम्र तक छोटे बच्चों को सख्त या साबुत खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं कराना चाहिए, क्योंकि इससे चोकिंग (गले में अटकना) का खतरा हो सकता है (3)। वहीं, अखरोट भी एक सख्त खाद्य पदार्थ है। ऐसे में बच्चों को अखरोट खिलाते समय सावधानी बरतने की जरूरत है। लेख में आगे बच्चों के लिए अखरोट के फायदों के साथ ही इसका सेवन करते समय ध्यान रखने योग्य बातों की जानकारी देंगे।

लेख के इस हिस्से में हम अखरोट में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।
अखरोट का पोषण मूल्य
बच्चों के लिए अखरोट के स्वास्थ्य लाभ |

अखरोट में मौजूद पोषक तत्वों को जानने के बाद यहां हम अखरोट के स्वास्थ्य लाभ बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है :
1. मस्तिष्क के लिए

अखरोट का सेवन संज्ञानात्मक और मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information ) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात की पुष्टि मिलती है कि आहार में अखरोट का सेवन स्मृति, सीखने के कौशल और चिंता-संबंधी व्यवहार में सुधार कर सकता है (5)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि आखरोट बच्चों की याददाशत और मस्तिष्क के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
2. एनर्जी से भरपूर

अखरोट बच्चों में एनर्जी बूस्टर का भी काम कर सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया है कि 100 ग्राम अखरोट में 667 किलो कैलोरी ऊर्जा मौजूद होता है (4)। वहीं, कैलोरी शरीर में जाकर ऊर्जा में परिवर्तित होती है (6)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अखरोट का सेवन बच्चों में ऊर्जा का संचार कर सकता है।
3. हड्डियों के लिए लाभकारी

अखरोट का सेवन, हड्डियों के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा दे सकता है। दरअसल, अखरोट अल्फा लिनोलेनिक एसिड से समृद्ध होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभा सकता है (7)। इसके अलावा, अखरोट बच्चों में कैल्शियम की कमी को भी पूरा कर सकता है। बता दें कि अखरोट कैल्शियम से भी भरपूर होता है (4)। वहीं, कैल्शियम का 99 प्रतिशत से अधिक भाग हड्डियों के साथ-साथ दांतों में संग्रहित होता है, जो इन्हें मजबूत बनाने में मददगार साबित हो सकता है (8)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अखरोट का सेवन कराना फायदेमंद साबित हो सकता है।
4. दांतों को मजबूत बनाए

बच्चों के दांतों को मजबूत बनाने के लिए भी अखरोट का सेवन कराना फायदेमंद माना जा सकता है। जैसा कि हमने लेख के ऊपरी भाग में बताया हड्डियों के साथ-साथ दांतों में कैल्शियम का लगभग 99 प्रतिशत से अधिक भाग संग्रहित होता है, जो उन्हें तंदुरुस्त बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है (8)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि कैल्शियम से भरपूर आखरोट का सेवन कराना बच्चों के दांतों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
5. पाचन में सहायक

अखरोट को बच्चों में पाचन संबंधी समस्याओं को दूर रखने के लिए भी लाभकारी माना जा सकता है। बता दें कि अखरोट फाइबर से समृद्ध होता है (4)। वहीं, फाइबर को पाचन को मजबूत बनाने के साथ-साथ कब्ज की समस्या को रोकने में सहायक माना गया है (9)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अखरोट के सेवन से बच्चों को पाचन संबंधी समस्याओं से दूर रखा जा सकता है।
6. मोटापे का जोखिम कम करे

बच्चों के वजन को भी नियंत्रित करने में अखरोट सहायक भूमिका निभा सकता है। बताया जाता है कि एक औंस अखरोट लगभग दो ग्राम फाइबर से समृद्ध होता है। वहीं, 2 से 18 वर्ष के बच्चों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि फाइबर का सेवन बच्चों में मोटापे के जोखिम को कम कर सकता है। शोध में जब कम फाइबर का सेवन करने वाले बच्चों की तुलना अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करने वाले बच्चों से की गई तो अधिक फाइबर का सेवन करने वाले बच्चों में मोटापे का जोखिम लगभग 21 प्रतिशत तक कम पाया गया (10)।
7. एनीमिया से बचाने में मददगार

बच्चों में एनीमिया के जोखिम को कम करने में भी अखरोट सहायक भूमिका निभा सकता है। बता दें कि एनीमिया का एक मुख्य कारण शरीर में पयार्पत मात्रा में आयरन की कमी को भी माना गया है (11)। वहीं, अखरोट में समृद्ध मात्रा में आयरन मौजूद होता है (4)। इस आधार पर यह कहना गलतत नहीं होगा कि बच्चों को अखरोट का सेवन कराने से एनीमिया की समस्या के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
8. प्रोटीन से भरपूर

सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) की मानें तो शरीर के सही विकास के लिए दो साल और उससे अधिक उम्र वालों को कुछ जरूरी खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है। इस लिस्ट में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ भी शामिल हैं (12)। इसके अलावा, प्रोटीन को हड्डियों, मांसपेशियों और त्वचा के स्वस्थ निर्माण के लिए भी जरूरी माना गया है (13)। ऐसे में इन जरूरतों को पूरा करने के लिए छोटे बच्चों को अखरोट खिलाना फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि अखरोट प्रोटीन से समृद्ध होता है (4)।

आगे पढ़ें बच्चों को अखरोट खिलाने के साइड इफेक्ट।
बच्चों को ज्यादा अखरोट खिलाने के दुष्प्रभाव

बच्चों को सीमित मात्रा में अखरोट का सेवन कराना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका सेवन कराने से कुछ दुष्प्रभाव नजर आ सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :

अखरोट की गिनती एलर्जी वाले फूड में की जाती है (14)। ऐसे में कुछ बच्चों में यह एलर्जी का कारण बन सकता है।
इसके अलावा, जैसा कि हमने लेख में बताया कि अखरोट फाइबर से समृद्ध होता है (4)। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन कराने से बच्चों को पेट फूलने की समस्या या फिर पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है (15)।
यही नहीं, अखरोट विभिन्न प्रकार के फैट से भी समृद्ध होता है (4)। वहीं, एक शोध से जानकारी मिलती है कि अधिक मात्रा में फैट का सेवन बच्चों में मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है (16)।

चलिए, अब जरा बच्चों को अखरोट खिलाने से पहले कुछ जरूरी टिप्स जान लीजिए।
बच्चों को अखरोट देते समय सावधानियां

इसमें कोई दोराय नहीं कि बच्चों के लिए अखरोट फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, बच्चों को इसका सेवन कराने से पहले माता-पिता को कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है, जो कुछ इस प्रकार हैं:

बच्चों को कभी भी साबूत अखरोट नहीं खिलाएं, यह उनके गले में फंस सकता है। इसलिए हमेशा अखरोट का सेवन किसी व्यंजन के रूप में ही कराएं।
शिशुओं को हमेशा एलर्जी टेस्ट करने के बाद ही अखरोट का सेवन कराएं। इसके लिए बच्चे को पहले थोड़ी सी मात्रा में अखरोट खिलाएं और कुछ समय के लिए इंतजार करें। अगर बच्चा असानी से उसे पचा लेता है और उसका कोई दुष्प्रभाव नजर नहीं आता है, तो ही बच्चे को दोबारा अखरोट का सेवन कराएं।
अगर मान लीजिए बच्चे को मुंगफली से एलर्जी है तो ऐसे में संभव हो सकता है कि उसे अखरोट से भी एलर्जी हो।
कोशिश करें कि बच्चों को अखरोट एक साल की उम्र के बाद ही खिलाएं।
अगर परिवार में किसी को अखरोट से एलर्जी है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह पर ही बच्चों को अखरोट का सेवन कराएं।

लेख के अंत में जानेंगे अखरोट से बने शानदार व्यंनजन।
बच्चों के लिए अखरोट के व्यंजन

यहां हम अखरोट से बने शानदार और लाजवाब रेसिपी बनाने की विधि बताने वाले हैं, जो बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद माने जा सकते हैं।

solved 5
wordpress 1 year ago 5 Answer
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