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एंडोमेट्रियोसिस के साथ होना चाहती हैं प्रेगनेंट, गायनेकोलॉजिस्ट से जानें क्या हैं ऑप्शन
डॉक्टर अर्चना नरुला से जानें कि किस तरह एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त महिलाएं प्रेगनेंट हो सकती हैं।
chances of pregnancy with endometriosis
एंडोमेट्रियोसिस के साथ होना चाहती हैं प्रेगनेंट, गायनेकोलॉजिस्ट से जानें क्या हैं ऑप्शन
आजकल महिलाओं में इनफर्टिलिटी बहुत देखी जा रही है। कुछ महिलाओं में इसका कारण एंडोमेट्रियोसिस भी है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्चना से हम जानेंगे कि एंडोमेट्रियोसिस क्या होता है और किस तरह ये महिलाएं प्रेगनेंट हो सकती हैं।
क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस काफी दर्दनाक स्थिति होती है जो कई महिलाओं में देखी जाती है। गर्भाशय के अंदर की परत को एंडोमेट्रियम कहा जाता है। अगर प्रेग्नेंसी नहीं होती है तो हर महीने हार्मोंस बदलते ही, गर्भाशय के अंदर की परत यानि एंडोमेट्रियम, वो अनफर्टिलाइज एग के साथ खून और टिश्यू सब मिलकर गर्भाशय से बाहर योनि के जरिए पीरियड्स के रूप में बाहर आ जाते हैं। हर महीने एंडोमेट्रियम गिरता है और अनफर्टिलाइज एग शरीर से बाहर आता है।
क्या हैं एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण
जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की शिकायत होती है, उन्हें पीरियड्स पहले भी दर्द हो सकता है और पीरयड्स के दौरान भी ज्यादा ब्लीडिंग होती है। इन्हें बीच-बीच में भी ब्लीडिंग हो सकती है और सेक्स करते समय भी दर्द महसूस होता है। इन्हें कमर के निचले हिस्से में दर्द भी रहता है और कंसीव करने में दिक्कत आती है।
एंडोमेट्रियोसिस के कारण
जब एंडोमेट्रियल टिश्यू यूट्रेस से बाहर निकल कर पेल्विक के हिस्से में जाकर जम जाता है जैसे कि फैलोपियन ट्यूब या ओवरी में जम गई, आंतों या पेशाब की थैली के पीछे जाकर जम गया।
फैलोपियन ट्यूब का काम होता है कि वो ओवुलेशन के बाद एग को स्पर्म की ओर ले जाती हैं ताकि एग फर्टिलाइज हो सके। अगर फैलोपियन ट्यूब के ऊपर एंडोमेट्रियल जमा है तो ओवरी से रिलीज होने वाला एग स्पर्म तक नहीं पहुंच पाता है क्योंकि फैलोपियन ट्यूब की मूवमेंट प्रभावित हो रही होती है।
जब एंडोमेट्रियल टिश्यू ओवरी के ऊपर जम जाता है तो ओवरी के अंदर इससे सिस्ट बन जाती हैं जिसे चॉकलेट सिस्ट कहते हैं क्योंकि इसमें पुराना जमा हुआ भूरा और लाल रंग का खून होता है। इससे भी इनफर्टिलिटी हो सकती है।
अगर आपको एंडोमेट्रियोसिस है लेकिन इनफर्टिलिटी नहीं है, तो इसके इलाज के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं देते हैं जिसकी वजह से शरीर में पीरियड्स रूक जाएं क्योंकि पीरियड्स के दौरान ही एंडोमेट्रियल टिश्यू शरीर से बाहर निकलता है, पेल्विक हिस्से में जाकर जमने के लिए।
एंडोमेट्रियोसिस का इलाज क्या है
अगर पीरियड्स रोक दिए जाएं तो दर्द वगैरह से राहत मिल सकती है। इसके लिए गर्भ निरोधक गोलियां, हर तीन महीने में डेपो प्रोवेरा इंजेक्शन, आईयूडी लगाई जाती है। इससे पीरियड्स और उसके सभी लक्षण कम या बंद हो जाते हैं।
अगर आपको एंडोमेट्रियोसिस है और आप अभी मां नहीं बनना चाहती हैं और लक्षणों से राहत पाना चाहती हैं, तो इन तरीकों की मदद ली जाती है। लेकिन अगर आप एंडोमेट्रियोसिस में प्रेगनेंट होना चाहती हैं, तो दिक्कत आती है।
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