गर्भ रक्षा हेतु उपाय?pregnancytips.in

Posted on Wed 27th Apr 2022 : 11:19

गर्भ-रक्षा का उपाय
(१) गर्भिणी स्त्री को कमर में लाजावर्त धारण
कराने से गर्भ की रक्षा होती है ।
(२) जिस स्त्री का गर्भ गिर जाता हो, उसे गर्भ-
स्राव का खतरा उत्पन्न होने पर यह टोटका करना
चाहिए । कुम्हार के हाथों में लगी मिट्टी को शहद में
घोलकर जीभ से चाटें तथा ऊपर से सवा पाव बकरी
का दूध पी लें, तो गर्भ-स्राव रुक जाता है ।
सुखपूर्वक प्रसव के लिए
4(१) यदि शिशु-जन्म के समय प्रसव-पीड़ा से
छटपटाती हुई स्त्री की कमर में नीम की जड़ बाँधें
तो
उसे प्रसव में कोई कष्ट नहीं होता है ।
(२) स्त्री के बाँये हाथ पर चुम्बक रख देने से भी शिशु-
जन्म बिना किसी कष्ट के हो जाता है ।
(३) लाल कपड़े में थोड़ा-सा नमक बाँधकर प्रसविनी
के बाँयें हाथ की ओर लटका दें, बिना कष्ट के बच्चा
सहज ही उत्पन्न हो जाता है ।
भोजन खत्म न होने का उपाय
भगवान को भोग लगाई हुई थाली अन्तिम आदमी के
भोजन करने तक ठाकुरजी के सामने रखी रहे, तो
बनायी हुई भोजन-सामग्री बीच में खत्म नहीं होती

रसोई पर नजर न लगने का उपाय
बड़ा भोज किया हो, तो मुख्य मिठाई के पात्र के
मध्य एक कोयला रख देने से रसोई को नजर नहीं
लगती
है ।
रसोई भरपूर करने का टोटका
यह एक टोटका ही नहीं, बल्कि समाज में पूर्ण रूप से
स्वीकृत परम्परा का रूप ले चुका है । शादी-विवाह,
प्रीतिभोज और भण्डारे आदि में सभी वस्तुएँ तैयार
करने के बाद भण्डार में कपड़े से ढँककर रख दी जाती हैं
। इसका आधार यह टोटका है कि यदि भोजन बनाने
के बाद तैयार खाद्य-पदार्थों को कपड़े से ढँककर
रखा
जाए और अन्त तक उस कपड़े को पूरी तौर पर हटाया
न जाए तब कितने ही व्यक्ति भोजन करें, वह भोजन
कम नहीं पड़ता ।
भोजन को नजर से बचाने का टोटका
कोई व्यक्ति खाना खाने बैठा हो और दूसरे व्यक्ति
की बुरी नजर न लगे, तो इसके लिए पहले भूमि अथवा
चौकी पर पानी से एक त्रिकोण बना लें, फिर उस पर
थाली रखें । ऐसा करने से भोजन पर नजर लगने का भय
नहीं रहता ।
पंचक-दोष का निवारण
ऐसी मान्यता है कि पंचक में मरने पर पाँच बन्धुजनों
की मृत्यु होती है । अत: किसी की मृत्यु पंचक में हो,
तोे शेष पंचकों की संख्यानुसार दर्भ के पुतले बनाकर
शव के साथ जला दें ।
पैरों को जगाने का टोटका
अक्सर एक ही स्थान पर, एक ही ढंग से देर तक बैठे रहने
पर पैर सो जाते हैं, यानि सुन्न हो जाते हैं । ऐसे में आप
२७ का अंक अंगुली से शून्य अंग पर लिख दीजिए ।
पैरों
की शून्यता नष्ट हो जायेगी । यह प्रयोग भी अनुभूत
है ।
नजर उतारने के उपाय
(१) झाड़ू को हाथ में लेकर मन ही मन जिसकी नजर
लग
सकती है, ऐसे संभाव्य व्यक्ति के नाम का उच्चारण
करें
और नजर लगे व्यक्ति पर से झाड़ू उतारें । झाड़ू की
दो-
तीन-चार काड़ियाँ तोड़कर उस पर थूवेंâ और दूर पेंâक
दें ।
(२) नजर लगे व्यक्ति पर से फिटकरी उवारें । उसे बायें
हाथ से वूâटें, उसका चूर्ण कुएँ में या अन्य कहीं पेंâक दें

उस दिन उपवास रखें ।
(३) रविवार या शनिवार को नजर लगे व्यक्ति के
सिर
पर से तीन बार दूध पेâरकर एक मिट्टी की परात में
रखें
। यह दूध कुत्ते को दें । यदि कुत्ता दूध पी ले तो नजर
उतर जायेगी ।
(४) शनिश्चर को हनुमानजी के मन्दिर में जाकर
हनुमानजी के वंâधों पर से सिन्दूर लाकर नजर लगे
व्यक्ति के भाल-प्रदेश पर लगावें ।
(५) काले धागे में रीठा पिरोकर गले में पहना देने से
बच्चों को नजर नहीं लगती तथा नजर लगी हो तो
उसका असर समाप्त हो जाता है ।
(६) डंडी सहित सात लाल मिर्चें, राई, नमक की डली
और फिटकरी मुट्ठी में लेकर नजर लगे हुए व्यक्ति पर
सात बार घुमाकर धधकती हुई आग में झौंक देने से नजर-
दोष दूर हो जाता है ।
(७) रुई की बत्ती सरसों के तेल में डुबो कर नजर-लगे
व्यक्ति पर सात बार उसारकर सुलगा दें तथा बत्ती के
दूसरे सिरे को दीवार पर चिपका दें अथवा चीमटे से
पकड़े रहें । जिसको नजर लगी है, वह व्यक्ति उस
जलती
हुई बत्ती को देखे तो बत्ती में से आग झरने लगती है ।
इस टोटके से भी नजर-दोष दूर होता है ।
(८) एक नीबू नजर-दोष से पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से
सात बार उतारें तथा उसके दो टुकड़े करके या तो
अनजानी दिशा में पेंâक दें अथवा चौराहे पर रख आवें

नजर से बचाने वाले टोटके
(१) हल्दी के द्वारा पीले रंग के रंगे हुए सूती कपड़े में
अजवायन रखकर, पोटली-सी बनाकर काले धागे के
द्वारा बच्चे के गले में लटकाए रखने से उसे बुरी नजर
नहीं लगती ।
(२) बच्चे को नजर से बचाने के लिए उसके गाल पर
काजल की बिंदी लगा दें या उसके मस्तक पर काजल
से आधा चन्द्रमा बनाकर बीच में बिंदी लगा दें । बच्चे
को नजर का भय नहीं रहेगा ।
(३) रविवार के दिन बच्चे के सिर से तीन बार दूध
उतारकर मिट्टी के पात्र में भर दें और दूध कुत्ते को
पिला दें ।
(४) दुकान को नजर लगी हो तो रविवार अथवा
मंगलवार के दिन सात लाल मिर्चें धागे में पिरोएं और
बीच में नींबू पिरो दें । फिर इन्हें दुकान के प्रवेश द्वार
पर माला की तरह बांध दें । नजर उतर जाएगी ।
(५) अस्वस्थ व नजर लगे व्यक्ति के ऊपर चारों ओर से
फिटकिरी का टुकड़ा घुमाकर चूल्हे में डाल दें । तीन
दिन लगातार तीनों समय यह क्रिया करें, नजर उतर
जाएगी और व्यक्ति या बच्चा स्वस्थ हो जाएगा ।
चेचक से रक्षा
(१) नीम की टहनियों को कलावे में बाँधकर बन्दन
वार बनाएँ और उन्हें घर के सभी दरवाजों पर बांध दें ।
(२) घर में शाम के समय नीम के सूखे पत्ते कण्डों की
आग पर डालकर उनकी धूनी पूरे घर में दें ।
(३) चेचक से बचाव के लिए नीम की पकी हुई पाँच या
सात निबौलियाँ प्रतिदिन एक सप्ताह तक पानी
के
साथ अच्छी तरह चबाकर खाएँ ।

solved 5
wordpress 2 years ago 5 Answer
--------------------------- ---------------------------
+22

Author -> Poster Name

Short info