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एबॉर्शन के कितने दिन बाद पीरियड आते हैं?
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अबॉर्शन या गर्भपात होने से महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाती हैं. ऐसे में महिलाओं को जल्द से जल्द रिकवरी के लिए संपूर्ण देखभाल की जरूरत होती है. गर्भपात होने के बाद कई दिनों तक महिलाओं को पीरियड्स नहीं आते हैं.
आमतौर पर अबॉर्शन के 4-8 सप्ताह के बाद ही महिलाओं को पीरियड्स होते हैं. कुछ महिलाओं को इससे पहले या फिर इसके बाद भी पीरियड आ सकते हैं. अगर किसी महिला को अबॉर्शन होने के 8 सप्ताह के भीतर मासिक धर्म शुरू नहीं होते हैं, तो इस स्थिति में उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क की जरूरत होती है.
आज हम इस लेख में अबॉर्शन के कितने दिन बाद पीरियड आते हैं, इस बारे में विस्तार से जानेंगे -
अबॉर्शन के बाद पीरियड्स शुरू होने का समय
सारांश
एबॉर्शन के कितने दिन बाद पीरियड आते हैं? के डॉक्टर
अबॉर्शन के बाद पीरियड्स शुरू होने का समय
गर्भपात के बाद नए मासिक धर्म चक्र की शुरुआत होती है. इसलिए, गर्भपात होने के करीब 4 से 8 सप्ताह बाद पीरियड्स सामान्य रूप से हो सकते हैं. गर्भपात के बाद पीरियड्स कब आएंगे, यह बर्थ कंट्रोल विधि पर भी निर्भर करता है. आइए, जानते हैं -
अबॉर्शन होने के बाद महिलाओं को रक्तस्राव का अनुभव होता है, जिसे कई बार महिलाएं पीरियड समझ लेती हैं. लेकिन यह पीरियडस नहीं होता है. डॉक्टर इसे पोस्ट अबॉर्शन ब्लीडिंग कहते हैं. इस ब्लीडिंग के बंद होने के बाद जो रक्तस्राव होता है, उसे नए मासिक धर्म चक्र की शुरुआत कहा जाता है.
अगर गर्भपात के बाद गर्भनिरोधक का उपयोग नहीं किया जाए, तो 8 सप्ताह बाद भी माहवारी नहीं आती. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से तुरंत संपर्क की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, ध्यान रखें कि गर्भपात के ठीक बाद कुछ दिनों तक रक्तस्राव हो सकता है, जो पीरियड से अलग है.
कुछ गर्भनिरोधक उपायों से गर्भपात के बाद मासिक धर्म की नियमितता प्रभावित हो सकती हैं. यदि किसी महिला को आम दिनों में अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है, जो गर्भपात के बाद भी वे इस तरह की समस्या से जूझ सकती हैं. इसके अलावा, गर्भपात होने से भावनात्मक तनाव हो सकता है, जो किसी के मासिक धर्म चक्र को भी प्रभावित कर सकता है. तनाव से जूझ रही महिलाओं में पीरियड्स की नियमितता में बदलाव देखा गया है. ऐसे में ये सुनिश्चित नहीं कहा जा सकता कि पीरियड कब शुरू होेंगे.
मेडिकल अबॉर्शन यानी गर्भपात की गोलियां देकर अबॉर्शन हुआ है, तो रक्तस्राव लंबे समय तक हो सकता है. सर्जिकल गर्भपात के बाद रक्तस्राव आमतौर पर लगभग 1-2 सप्ताह तक रहता है. कुछ महिलाओं को पीरियड्स की अगली अवधि तक स्पॉटिंग का अनुभव हो सकता है. सर्जिकल गर्भपात के बाद महिला का पहला पीरियड सामान्य से कम हो सकता है. दरअसल, गर्भपात प्रक्रिया के दौरान गर्भाशय पूरी तरह से खाली हो जाता है, इसलिए अबॉर्शन के बाद पहले पीरियड में कम ऊतक बाहर निकलते हैं. वहीं, मेडिकल अबॉर्शन के बाद महिला को पहले पीरियड की अवधि सामान्य से अधिक लंबी हो सकती है, क्योंकि अबॉर्शन में इलाज के दौरान हार्मोन का उपयोग किया जाता है, जो पीरियड्स सर्कल को प्रभावित कर सकता है. इसमें महिला को हैवी ब्लीडिंग भी हो सकती है, लेकिन इन दोनों ही कंडीशन में ये सुनिश्चित नहीं कहा जा सकता कि पीरियड कब शुरू होंगे.
गर्भपात के बाद दूसरा पीरियड्स सामान्य हो सकता है. हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पहला पीरियड कैसे और कब हुआ. कुछ महिलाओं को पीरियड्स सर्कल में बदलाव का अनुभव हो सकता है. अगर पीरियड्स सर्कल में किसी तरह का बदलाव नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
अबॉर्शन के बाद करीब 4 से 8 सप्ताह के बीच महिलाओं को पीरियड्स आ सकते हैं. साथ ही यह अबॉर्शन विधि पर निर्भर करता है. अगर पीरियड आने की अवधि 8 सप्ताह से अधिक हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से अपना चेकअप कराएं.
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