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गर्भपात के बाद लड़कियों के शरीर में होते हैं ये 6 बदलाव, तीसरा बदलाव कर देगा हैरान
गर्भपात के बाद हार्मोनल बदलाव और ऐंठन की वजह से आपको ब्लीडिंग और स्पोटिंग का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि इसके कुछ दिन ब्लीडिंग नहीं होती है लेकिन 2 से 6 हफ्ते के बाद आपको यह समस्या हो सकती है। यह दवा से सही हो सकता है लेकिन अगर तीन घंटे से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्भपात के बाद लड़कियों के शरीर में होते हैं ये 6 बदलाव, तीसरा बदलाव कर देगा हैरान
गर्भपात किसी भी महिला के लिए पूरी तरह से अलग अनुभव हो सकता है। कुछ लोग मानते हैं कि यह एक सामान्य घटना है जिसके बाद महिला को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन यह सच नहीं है। गर्भपात के बाद महिलाओं को कई स्थितियों से गुजरना पड़ा सकता है। कुछ महिलाओं के लिए आसान काम हो सकता है कुछ महिलाओं को इसके बाद दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं कि गर्भपात के बाद किसी महिला के शरीर में क्या क्या बदलाव आ सकते हैं।
1) ऐंठन
गर्भपात के महिला को ऐंठन का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल गर्भपात के बाद यूट्रस अपने सामान्य आकार में वापस जाता है, इस दौरान आपके पेट में क्रैम्पिंग महसूस हो सकती है। ऐंठन के अन्य कारण भी हो सकते हैं, फिर भी ज्यादातर मामलों में, ये बहुत हानिकारक हैं और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग करके राहत प्राप्त की जा सकती है। लेकिन अगर वे वास्तव में दर्दनाक हैं, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
2) स्तनों में सूजन
गर्भवती महिला का शरीर बच्चे को पोषित करने के लिए तैयार होता है। शरीर में हार्मोनल में बदलाव होता है जिससे ब्रेस्ट के टिश्यू बढ़ते हैं। यही वजह है कि प्रेगनेंसी के समय ब्रेस्ट थोड़े सूजे हुए नजर आते हैं। गर्भपात के बाद महिला के ब्रेस्ट को नॉर्मल होने में समय लगता है जिस वजह से कुछ हफ्तों तक उनमें सूजन रहती है।
3) सेक्स के दौरान दर्द
गर्भपात के बाद सेक्स के दौरान दर्द हो सकता है। इसका कारण यह है कि गर्भाशय के पास घाव हो सकता है। ऐसी स्थिति में सेक्स करना दर्दनाक हो सकता है। यही वजह है डॉक्टर गर्भपात या डिलीवरी के कम से कम दो हफ्ते बाद सेक्स संबंध की सलाह देते हैं।
4) ब्लीडिंग
गर्भपात के बाद हार्मोनल बदलाव और ऐंठन की वजह से आपको ब्लीडिंग और स्पोटिंग का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि इसके कुछ दिन ब्लीडिंग नहीं होती है लेकिन 2 से 6 हफ्ते के बाद आपको यह समस्या हो सकती है। यह दवा से सही हो सकता है लेकिन अगर तीन घंटे से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
5) वजन बढ़ना
सिर्फ गर्भवस्था के दौरान वजन नहीं बढ़ता है बल्कि गर्भपात के बाद भी आपका वजन बढ़ सकता है। इसका बड़ा कारण यह है कि शरीर के लिए अचानक अपनी नई क्षमता को भरना बंद करना मुश्किल हो जाता है।
6) डिस्चार्ज
गर्भपात के योनि से दो तरह का डिस्चार्ज हो सकता है। पहला म्यूकस टाइप का दूसरा ब्राउन या ब्लैक कलर का तरल। हालांकि इस मामले में घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके बाद शरीर कि सफाई होती रहती है। लेकिन लगातार और बदबू के साथ डिस्चार्ज होना और साथ में खुजली, या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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