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जब एक स्त्री माँ बनती है तो कहते है कि उस स्त्री का दूसरा जन्म हुआ है। बेशक शिशु को कोख में 9 महीने तक माँ ही रखती है लेकिन एक बच्चे को परिवार में लाने का निर्णय पति पत्नी दोनों का होता है। कई बार परिस्थितियों के कारण अनचाहा गर्भ जीवन मे दस्तक देता है। इस आकस्मिक खुशी के लिए कई बार माता पिता तैयार नही होते, इसलिए मजबूरन उन्हें उस गर्भ को गिराना पड़ता है।
इसके कई कारण हो सकते है। कई बार आर्थिक स्थिति इसकी इजाजत नही देती, कभी माता पिता में कोई किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा होता है। कभी कभी प्रोफेशनली कोई अवसर होता है जो लाइफ चेंजिंग होता है, जिसे छोड़ना मुश्किल होता है। कुछ परिस्थितियों में कुंवारी कन्या का माँ बनना या बलात्कार की शिकार लड़की का गर्भ गिराना मजबूरी हो जाती है। यदि 12 हफ़्तों के भीतर गर्भपात हो जाए तो इसे प्रारम्भिक गर्भपात कहते है। 13 से 24 हफ्ते के बीच होने वाला गर्भपात उत्तरवर्ती गर्भपात कहलाता है।
ओवुलेशन पीरियड का ध्यान रखना, इस समय पर सम्बंध ना बनाये
गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करे लेकिन डॉक्टर की सलाह से
पुरुषों को कॉन्डोम और महिलाओं को कॉपर टी का इस्तेमाल करना चाहिए
महिला अथवा पुरुष नसबंदी
इंट्रा यूटेराइन डिवाइस का उपयोग
बर्थकंट्रोल रिंग का उपयोग
जन्म नियंत्रणपट्टी या गर्भनिरोधक इंजेक्शन का उपयोग
डायाफ्राम का उपयोग
प्रेग्नेंसी रोकने के घरेलू तरीके |
इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी गर्भ रोकने के लिए कर सकते है
इसके लिए सम्भोग के तुरंत बाद खड़ी होकर योनि साफ करें, बाद में एक गिलास पानी से हल्दी फांक ले या तुलसी का काढ़ा पिए या लहसुन की 2 पोथी निगल ले।
सम्बन्ध से पहले योनि में प्याज का रस लगाने से भी गर्भ नही ठहरता।
करेले का रस पी ले, सीताफल के बीज पीसकर योनि में मलने से भी गर्भ नही ठहरता।
सीताफल के बीज को भिगो कर भी खा सकते है।
पुरुष रस्खलन से पहले लिंग को बाहर निकाल ले।
इन सब उपायों के बाद भी कभी कभी गर्भ ठहर जाता है।
गर्भवती न होने के तरीके |
यदि गर्भ गिराना वाकई बहुत जरूरी है तो कुछ बाते जान ले
शुरू के एक या दो महीने तक ही गर्भ गिराना आसान है। अगर आप 3 या 3 महीने से ऊपर की गर्भवती है तो आपकी जान को खतरा हो सकता है। नाबालिग अथवा ज्यादा उम्र की स्त्रियों के लिए गर्भपात कई बार बहुत हानिकारक हो जाता है। सलाह यही है कि अगर गर्भ 2 महीने से ऊपर का है तो डॉक्टर की देखरेख में ही गर्भपात कराए। अच्छा तो यही होगा कि अगर बच्चे के लिए तैयार नही है तो असुरक्षित यौन सम्बन्ध ही ना बनाए। बार बार गर्भपात भविष्य में आपकी माँ बनने की क्षमता पर प्रश्नचिन्ह लगा सकता है।
आइए जानते कैसे सेफ तरीके घर पर गर्भपात किया जा सकता है
जितना ज्यादा हो सके अनानास खाये, इसमे पाया जाने तत्व गर्भपात करने में मददगार होता है।
2-कच्चा पपीता
दिन में 3 से 4 बार कच्चा पपीता खाए,आप इसकी सब्जी बना सकते है। इसमे कुछ ऐसे तत्व होते है जो भ्रूण का विकास रोक कर गर्भपात कर देते है।
3-इलायची
इलायची को पीसकर शहद के साथ मिलाकर खा ले,या किसी भी रूप में इलायची का भरपूर सेवन करे। लेकिन ये नुस्खा हमेशा कारगर नही होता।
4- विटामिन C-
सामान्यतया विटामिन सी का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में करते है। पर ऐसा माना जाता है कि विटामिन सी का ज्यादा सेवन भ्रूण को खराब कर गर्भपात में सहायक होता है। तो ज्यादा से ज्याद विटामिन सी युक्त पदार्थो का सेवन करे।
5-गर्म पानी-
दिन में जितनी बार प्यास लगे गर्म पानी पीए, साथ ही रोज गर्म पानी से स्नान करें। ऐसा करने से गर्भ गिरने की सम्भनवना बढ़ जाती है। लेकिन यदि गर्भ ज्यादा समय का है तो ये तरीका कारगर नही है।
6-तिल-
इस प्रयोग में आप तिलों को भून कर पीस ले और शहद में मिलाकर दिन में तीन बार खाए। ये गर्भ गिराने का अचूक नुस्खा है बशर्ते गर्भ केवल एक महिने का हो।
7-ग्रीन टी-
आपने देखा होगा कई बार किसी किसी कम्पनी के ग्रीन टी के पैकेट पर लिखा होता है गर्भवती महिलाओं के लिए नही। इसका सीधा सीधा अर्थ यही है कि ग्रीन टी भ्रूण को नुकसान पहुंचाती है। तो गर्भ गिराने के लिए आप दिन में कम से कम तीन बार इसका सेवन करे।
8-व्यायाम करें-
आप कसरत करे,दौड़ लगाए,रस्सी कूदे, अर्थात जम कर उछल कूद करें। और यदि आपको ब्लीडिंग होने लगे तो समझ जाइए की गर्भपात हो गया है। लेकिन ब्लीडिंग के बाद भी एक बार जांच जरूर करा लें। कई बार गर्भावस्था में स्पॉटिंग होना सामान्य बात है हो सकता है ये ब्लीडिंग उसी का हिस्सा हो ना कि गर्भपात का।
9-पुदीना-
पुदीने की चटनी बनाये,कच्चा खाएं, चाय बनाए या पुदीने का तेल इस्तेमाल करे।
10-ब्लड प्रेशर-
ज्यादा ब्लड प्रेशर होने पर भी गर्भपात की सम्भनवना बढ़ जाती है। तो ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली चीज़े जैसे तेज नमक,तला भुना भोजन,काले अंगूर खाए।
11-बबूल के पत्ते-
2 से 3gm बबूल के पत्ते 2 कप पानी मे उबालकर,पानी ले आधा होने तक उबलने दे। फिर इस पानी को छानकर पी ले।
12-सोयाबीन-
सोयाबीन के दानों को रात को भिगो ले और सुबह खाली पेट पानी के साथ इसका सेवन करे।
13-कटहल की सब्जी-
अनचाहा गर्भ ठहरने पर कटहल की सब्जी भरपूर मात्रा में खाए। इस प्रयोग को तब तक करे जब तक गर्भ ना गिर जाए।
14-दालचीनी-
दालचीनी का खूब सेवन करे, चाहे तो पिसी दालचीनी को पानी के साथ फांक ले या साबुत दालचीनी को पानी मे उबालकर उस पानी को पिए।
15-गाजर के बीज-
गाजर की बीज बहुत ही ज्यादा गर्म माने जाते है इसलिए इनकी गर्भपात की क्षमता बहुत ज्यादा होती है। एक चम्मच गाजर के बीज को पानी के साथ खाए।
16-सूखे मेवे-
सूखे मेवे को शरीर को मिलने वाले फायदे अनगिनत है लेकिन अत्यंत गर्म तासीर होने के कारण गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में इनका सेवन नही किया जाता। गर्भ गिराने के लिए आप बादाम,अखरोट,पिस्ता, अंजीर,काजू,मखाने खूब खाए।
17-गर्भ गिराने की पिल
ये गोलियां मार्किट में आसानी से उपलब्ध है इन्हें सम्बन्ध बनाने के 72 घण्टे के अंदर ले लिया जाता है। लेकिन इनके बहुत साइड इफ़ेक्ट होते है। तो बिना डॉक्टरी सलाह के ये गोलियां बिल्कुल ना ले।
18-अजवायन-
अजवायन का काढ़ा बनाकर दिन में 3 से 4 बार पीने से भी गर्भपात होने की सम्भनवना होती है।
19-बाजरा-
बाजरा बहुत ही ज्यादा गर्म होता है, इसलिए गर्भपात के लिए दो तीन दिन बाजरे की रोटी खाए।
ध्यान रहे ये प्रयोग शुरू के 1 से 2 महीने के बीच ही कारगर है। इस पीरियड के बाद डॉक्टर को दिखाए और मेडिकल टर्मिनेशन करवाए। ये सभी उपयोग सम्बन्ध बनाने के बाद अथवा गर्भावस्था की शुरुआत में किए जा सकते है।
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