डिलीवरी के कितने महीने बाद पीरियड आना चाहिए?pregnancytips.in

Posted on Wed 19th Oct 2022 : 09:48

प्रेगनेंसी भले ही एक महिला के लिए किसी खूबसूरत पल से कम न हो लेकिन इस दौरान उनके शरीर में ढेर सारे बदलाव आते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान तो बदलाव आते ही हैं लेकिन गर्भावस्था के 9 महीनों के बाद भी आपका शरीर ढेर सारे बदलावों से जूझता है। इन दिनों आपको पीरियड्स न होना, ब्लड स्पॉट्स आना और ऐंठन रहना भी परेशान करता है। गर्भावस्था के बाद पहली पार पीरियड्स कई नई माताओं को परेशान कर सकता है। कुछ महिलाओं को 40 दिन बाद पीरियड्स होते हैं तो कुछ को इसमें एक साल भी लग सकता है। इसके अलावा अगर डिलीवरी के बाद आपको पीरियड्स होना शुरू होते हैं तो जरूरी है कि पीरियड्स अगले महीने भी हों। अगर आपके पीरियड्स मिस हो जाते हैं तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है, जिसके बाद आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी की जरूरत पड़ती है।
ब्रेस्टफीडिंग और पीरियड्स के बीच संबंध

प्रसव के बाद आपके पहले पीरियड्स पर स्तनपान का बहुत प्रभाव पड़ सकता है। अगर मां बच्चे को स्तनपान करा रही है, तो पहले पीरियड्स में 8 सप्ताह और उससे अधिक का विलंब हो सकता है लेकिन अगर मां स्तनपान नहीं करा रही है, तो आपको 6-8 सप्ताह में पीरियड्स हो सकते हैं। पीरियड्स में विलंब स्तनपान के कारण होता है और ये शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के कारण होता है, जो दूध के स्वाद और आपूर्ति को भी प्रभावित कर सकता है।
प्रसव के बाद पहली बार पीरियड्स में क्या होता है?

ये स्थिति हर मां के लिए अलग-अलग हो सकती है और शिशु को जन्म देने के बाद वापस से पीरियड्स के सामान्य होने में कुछ वक्त लग सकता है क्योंकि आपका शरीर अभी भी चीजों को एडजस्ट कर रहा होता है। कुछ सामान्य बदलाव जिन्हें आप पहले पीरियड्स में अनुभव कर सकती हैं वह हैंः

1-पेट के आस-पास तेज दर्द और ब्लड का भारी फ्लो

2-पीरियड्स के ब्लड में गांठ जैसा महसूस होना

3-अनियमित पीरियड्स और रक्त प्रवाह

4-तेज दर्द और ऐंठन

जन्म देने के बाद होने वाले पीरियड्स में परिवर्तन भी मां की स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन ये समस्याएं कम होने लगेंगी और समय के साथ फिर से आप स्वाभाविक हो जाएंगी।
सी-सेक्शन के बाद पहले पीरियड्स

सिजेरियन डिलीवरी के बाद पीरियड्स सामान्य प्रसव की तरह ही स्वाभाविक होते हैं। आपको पीरियड्स के दौरान भारी रक्त प्रवाह और योनि स्राव का अनुभव होगा क्योंकि ये गर्भाशय पूरे गर्भावस्था के दौरान अंदर आराम करने वाले सभी एंडोमेट्रियल ऊतक को बहार निकाल देता है। खून के रंग, बनावट और गंध पर नजर रखें और अगर आपको कुछ असामान्य लगे तो डॉक्टर से सलाह लें।
आईवीएफ प्रेगनेंसी के बाद पीरियड्स

आईवीएफ प्रेगनेंसी में अंडे को गर्भ के बाहर विकसित किया जाता है। इस तरह की प्रक्रिया आम नहीं है इसलिए पहले पीरियड्स होने में 2-10 सप्ताह से अधिक समय लग सकता है, जिसमें तेज दर्द होना भी शामिल है। एक्टोपिक के बाद 4 महीने तक गर्भधारण से बचना बेहतर है और कम से कम 4 महीने तक सामान्य पीरियड्स होने चाहिए।

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