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शरीर में खून / रक्त का निर्माण कैसे होता है:-
जब भी हम कुछ खाते हैं, तो उससे ही हमारा शरीर काम करता हैं | जैसे- गाडी को चलने के लिए इंधन की आवश्यकता पडती है| ठीक उसी प्रकार हमारे शरीर को चलाने के लिए हमे भोजन की जरूरत पडती है| तो जो हम खाना खाते हैं. वो हमारा शरीर एब्जोर्व ( मतलब खाना उर्जा के रूप में बदल जाता है ) करता है और एब्जोर्व करके वो हर वो भाग ( कोम्पोनेनेट ) जो शरीर के जितने भी अंग हैं वो अपना काम सुरु करते हैं तो वैसी ही जो खून का निर्माण है हमारे शरीर के हड्डियों में होता है जो स्पंजी सा सेल्स है यही खून का निर्माण और खून बनता है| जब हमारा शरीर पोषक तत्वों को व जो हम खाते हैं उसे एब्जोर्व करता है तो ये अस्थि मज्जा (Bone marrow ) जो-जो जरूरत पड़ती है खून को जैसे - आयरन और जितने भी पोषक तत्व है जो खून को जरूरत पडती है उसे लेके खून का निर्माण होता है और ऐसा ही खून यहाँ बनता है|
● खून किन-किन चीजों से मिलके बनता है?
हमारा खून 4 अवयव ( Component ) से मिलकर बना है-
1. प्लाज्मा – जो हमारे पूरे खून का 60% होता है, जो एक तरल (द्रव) के रूप में होता है | जो पीले रंग का दिखाई देता है बाकी जो तीनो हैं वो लगभग 40% होता है|
2. लाल रक्त कोशिकाएं - इसे रेड ब्लड सेल्स (RBC) भी कहा जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम Erythrocytes है इनकी संख्या लगभग 50 लाख होती है | और इनका जीवन काल 120 दिन का होता है| ये जो लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं, ये हीमोग्लोबिन के माध्यम से ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न अंगो तक पंहुचाती है|यदि ये ना हो तो हमारे शरीर के जितने भी अंग हैं काम करना बंद कर देंगे|
3. स्वेत रक्त कोशिकाएं - जिसे हम व्वाहिट ब्लड सेल्स या (WBC) भी बोलते हैं| जिसका वैज्ञानिक नाम Leucocytes है |ये हमारे शरीर के खून में लगभग 10 हजार होते हैं और इनका जीवन काल सिर्फ 4 दिन का होता है ये चार दिन में ये अपना काम पूरा करके मर जाते हैं और फिर दूसरा बनता है फिर 4 दिन वह जीता और उसके बाद वह मर जाता है | ये शरीर के जो रोगाणु / वाइरस होते हैं|उनसे लड़ने में सहायता करती है |
4. प्लेटलेट – इसका वैज्ञानिक नाम Thrombocytes है | इसकी संख्या लगभग 2 लाख होती है | और इसका जीवनकाल 7 दिन का होता है |जो खून का थक्का लगता है वह इसी के कारण लगता है | जब चोट लगती है तो खून का थक्का / खून जम जाता है वह प्लेटलेट ही होता है जो खून को जमा देता है |
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