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गर्भावस्था के तीसरे महीने में बच्चे का विकास और आकार
आप अपने शरीर में होने वाले बदलावों को महसूस कर सकती हैं, लेकिन तीसरे महीने में बच्चे की हलचल को महसूस नहीं किया जा सकता। गर्भ में हलचल का न होना आपको उतावला या परेशान कर सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। यहां, हम बताएंगे कि तीसरे महीने तक गर्भ में बच्चे का विकास कितना होता है :
तीसरे महीने तक, गर्भ में भ्रूण का आकार बेर या फिर नींबू जितना होता है।
तीसरे महीने के अंत तक यानी 12वें सप्ताह तक आपका बच्चा लगभग 2.5 इंच लंबा होता है (8)। उसका वजन लगभग 28 ग्राम आसपास हो सकता है।
इस दौरान बच्चे का दिल काम करना शुरू कर देता है। किडनी, आंखों व जननांग का विकास इसी महीने होता है।
आइए, अब जानते हैं कि तीसरे महीने में खान-पान पर किस तरह ध्यान देना चाहिए।
गर्भावस्था के तीसरे महीने में आहार
गर्भावस्था से पहले आप सिर्फ अपने लिए खा रही थीं और अपनी पसंद का खा रही थीं, लेकिन अब आप सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि आने वाले नन्हे शिशु के लिए भी खा रही हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपने खान-पान का खास ख्याल रखें। आपको इस अवस्था में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसका खास ध्यान रखें :
गर्भावस्था के तीसरे महीने में क्या खाएं? | Pregnancy Ke Teesre Mahine Me Kya Khaye
विटामिन-6 से भरपूर खाद्य पदार्थ : इस महीने जी-मिचलाने की समस्या बहुत ज्यादा होती है। इसके लिए आप विटामिन-बी6 से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। अंडे, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि अपने खान-पान में शामिल करें।
ताजे फलों का रस : गर्भावस्था में ताजे फलों का जूस पीना फायदेमंद होता है। यह आपको सभी जरूरी विटामिन देता है।
कार्बोहाइड्रेट : गर्भावस्था में कार्बोहाइड्रेट लेना जरूरी है। इसके लिए साबुत अनाज के साथ-साथ गेहूं के आटे की ब्रेड, चावल व आलू अपने खान-पान में शामिल करें।
मीट : अगर आप मांसाहारी हैं, तो गर्भावस्था के दौरान मीट का सेवन करें। बस ध्यान दें कि यह मीट अच्छी तरह से पका हुआ हो।
आयरन और फोलेट : गर्भ में बच्चे के विकास के लिए आयरन और फोलेट बहुत जरूरी हैं। इसकी कमी से शिशु में कई तरह के शारीरिक विकार होने का खतरा रहता है। इसलिए, अपने खान-पान में आयरन और फोलेट को जरूर शामिल करें। इसके लिए चुकंदर, चीकू, ओटमील, बींस, संतरा, आलू, ब्रोकली, अंडा और हरी सब्जियां जरूर शामिल करें।
डेयरी उत्पाद : चूंकि कैल्शियम की जरूरत आपको और आपके शिशु दोनों को ही है, तो इसके लिए अपने खान-पान में डेयरी उत्पाद शामिल करें। इसके लिए दूध, दही, पनीर व घी आदि का सेवन करें।
गर्भावस्था के तीसरे महीने में क्या नहीं खाना चाहिए?
जंक फूड और शराब : गर्भावस्था के तीसरे महीने में जंक फूड, शराब व तंबाकू आदि से परहेज करें। इसके अलावा, चाय, कॉफी व चॉकलेट आदि का सेवन कम करें (9)।
सी फूड : बेहतर यही होगा कि इस दौरान सी फूड से परहेज करें, क्योंकि इनमें उच्च मरकरी हो सकती है, जो भ्रूण के लिए हानिकारक होती है।
डिब्बाबंद खाना : गर्भावस्था के दौरान डिब्बाबंद चीजें न खाएं। फिर चाहे वो अचार हो या जूस। दरअसल, इन्हें लंबे समय तक चलाने के लिए कुछ केमिकल मिलाए जाते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
कच्चा मांस और कच्चे अंडे : गर्भावस्था के इस दौरान कच्चा मांस और कच्चे अंडे न खाएं। इसमें साल्मोनेला व लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया होता है, जो भ्रूण पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
लेख के इस हिस्से में आप जानिए कि इस दौरान किस-किस तरह के व्यायाम करने चाहिए।
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