बच्चों की ग्रोथ किस उम्र में होती है?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:30

हर माता-पिता के लिए अपने बच्चों को बढ़ते देखना सबसे अच्छा एहसास होता है। वहीं, उम्र के हिसाब से बच्चे की लंबाई और उसका वजन कितना होना चाहिए, यह कई माता-पिता को पता नहीं होता है। यह एक गंभीर विषय है, क्योंकि यह बच्चे के शारीरिक विकास से जुड़ा है। इसलिए, इस विषय से जुड़ी जानकारी हर माता-पिता को होनी चाहिए।

सबसे पहले लड़कियों के वजन और हाइट के विषय में जानकारी हासिल करते हैं।
लड़कियों का वजन और हाइट कितनी होनी चाहिए? | Baby Girl Growth Chart

जन्म से लेकर 24.5 महीने तक लड़कियों का वजन और उनकी लंबाई कितनी होनी चाहिए, यह हम तालिका के जरिए (75 परसेंटाइल) बता रहे हैं (1), (2) :
महीना वजन (किलोग्राम) हाइट (सेंटीमीटर)
जन्म के समय 3.7 किग्रा 51.0 सेमी
0.5 माह तक 4.1 किग्रा 53.3 सेमी
1.5 माह तक 4.9 किग्रा 56.9 सेमी
2.5 महीने तक 5.6 किग्रा 59.7 सेमी
3.5 महीने तक 6.3 किग्रा 62.1 सेमी
4.5 महीने तक 6.9 किग्रा 64.2 सेमी
5.5 महीने तक 7.5 किग्रा 66.1 सेमी
6.5 महीने तक 8.0 किग्रा 67.8 सेमी
7.5 महीने तक 8.5 किग्रा 69.4 सेमी
8.5 महीने तक 8.9 किग्रा 71.0 सेमी
9.5 महीने तक 9.3 किग्रा 72.4 सेमी
10.5 महीने तक 9.7 किग्रा 73.8 सेमी
11.5 महीने तक 10.0 किग्रा 75.1 सेमी
12.5 महीने तक 10.3 किग्रा 76.3 सेमी
13.5 महीने तक 10.6 किग्रा 77.5 सेमी
14.5 महीने तक 10.9 किग्रा 78.7 सेमी
15.5 महीने तक 11.2 किग्रा 79.8 सेमी
16.5 महीने तक 11.4 किग्रा 80.9 सेमी
17.5 महीने तक 11.6 किग्रा 81.9 सेमी
18.5 महीने तक 11.9 किग्रा 82.9 सेमी
19.5 महीने तक 12.1 किग्रा 83.9 सेमी
20.5 महीने तक 12.3 किग्रा 84.9 सेमी
21.5 महीने तक 12.5 किग्रा 85.8 सेमी
22.5 महीने तक 12.7 किग्रा 86.7 सेमी
23.5 महीने तक 12.8 किग्रा 87.6 सेमी
24.5 महीने तक 13.0 किग्रा 88.5 सेमी

इस लेख के अगले भाग में लड़कों का वजन और हाइट कितनी होनी चाहिए, इससे जुड़ी जानकारी दे रहे हैं।
लड़कों का वजन और हाइट कितनी होनी चाहिए | Baby Boy Growth Chart

जिस तरह ऊपर लड़कियों के वजन और हाइट को बताया है, उसी तरह लड़कों का वजन और हाइट (75 परसेंटाइल) कितनी होनी चाहिए, हम नीचे बता रहे हैं (1), (2) :
महीना वजन (किलोग्राम) हाइट (सेंटीमीटर)
जन्म के समय 3.8 किग्रा 51.7 सेमी
0.5 माह तक 4.3 किग्रा 54.4 सेमी
1.5 माह तक 5.3 किग्रा 58.3 सेमी
2.5 महीने तक 6.1 किग्रा 61.3 सेमी
3.5 महीने तक 6.9 किग्रा 63.8 सेमी
4.5 महीने तक 7.6 किग्रा 65.9 सेमी
5.5 महीने तक 8.2 किग्रा 67.9 सेमी
6.5 महीने तक 8.8 किग्रा 69.6 सेमी
7.5 महीने तक 9.3 किग्रा 71.3 सेमी
8.5 महीने तक 9.8 किग्रा 72.8 सेमी
9.5 महीने तक 10.2 किग्रा 74.2 सेमी
10.5 महीने तक 10.6 किग्रा 75.6 सेमी
11. 5 महीने तक 10.9 किग्रा 76.9 सेमी
12. 5 महीने तक 11.2 किग्रा 78.1 सेमी
13. 5 महीने तक 11.5 किग्रा 79.3 सेमी
14. 5 महीने तक 11.8 किग्रा 80.4 सेमी
15. 5 महीने तक 12.0 किग्रा 81.5 सेमी
16.5 महीने तक 12.2 किग्रा 82.6 सेमी
17.5 महीने तक 12.5 किग्रा 83.6 सेमी
18.5 महीने तक 12.7 किग्रा 84.6 सेमी
19. 5 महीने तक 12.8 किग्रा 85.5 सेमी
20.5 महीने तक 13.0 किग्रा 86.5 सेमी
21.5 महीने तक 13.2 किग्रा 87.4 सेमी
22.5 महीने तक 13.4 किग्रा 88.3 सेमी
23.5 महीने तक 13.5 किग्रा 89.1 सेमी
24.5 महीने तक 13.7 किग्रा 90.0 सेमी

आगे जानिए, बच्चों के वजन और हाइट को कब और कैसे माप सकते हैं।
बच्चों के वजन व हाइट को कब और कैसे मापें?

शिशु के जन्म के बाद ही अस्पताल में उनके वजन और हाइट का मापा जाता है। इसके बाद शिशु को 2 साल तक हर महीने अस्पताल में टीकाकरण और चेकअप के लिए ले जाया जाता है। इसी दौरान शिशु का वजन और हाइट को मापा जाता है। इसलिए, शिशु का हर महीना जांच कराना जरूरी होता है, जिससे कि शिशु के विकास को मापा जा सके। वजन और हाइट को मापने का तरीका कुछ इस प्रकार हो सकता है :

वजन : अस्पताल में शिशु का वजन मापने के लिए वेइंग मशीन (वजन नापने वाली) का उपयोग किया जाता है। इससे शिशु का सही वजन नंबर के जरिए पता चल जाता है।

हाइट : अस्पताल में शिशु की लम्बाई मापने के लिए उन्हें सीधा लिटा कर मेजरमेंट टेप की मदद से तलवे से लेकर सिर तक मापा जाता है। मापते समय शिशु हिल डुल सकता है, इसलिए, बेहतर होगा कि शिशु को पकड़ने में मां मदद करें।

सिर का आकार : शिशु के सिर का आकार मापने के लिए भी मेजरमेंट टेप का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि सिर का सही आकार पता चल सके।

आइये, अब जान लेते हैं कि बच्चों के ग्रोथ चार्ट को किस तरह पढ़ना है।
बच्चों के ग्रोथ चार्ट को कैसे पढ़ें?

बच्चों के ग्रोथ चार्ट को पढ़ने में हेल्थकेयर प्रोवाइडर मदद कर सकता है। इसके लिए अलग-अलग चार्ट का उपयोग किया जा सकता है। इन चार्ट्स के बारे में नीचे बता रहे हैं :

सिर का आकार :

लड़कियों के लिए : लड़कियों के जन्म के समय सिर की परिधि (circumference) मापने के लिए चार्ट का उपयोग कर सकते हैं। इस चार्ट में शिशु के जन्म से लेकर दो साल तक का समय दिया होता है, जिसमें शिशु के महीने दर महीने विकास को एरो बनाकर मार्क कर सकते हैं। इससे शिशु के सिर की सही परिधि का पता लगाया जा सकता है।

उदाहरण के लिए एक साल की बच्ची के सिर की परिधि (circumference) 44.9 सेंमी तक हो सकती है। वहीं, बच्ची अगर बच्ची 50th परसेंटाइल में है, तो इसका मतलब यह होगा कि 50 प्रतिशत बच्चियों का सिर आकार में बड़ा है और बाकी 50 प्रतिशत बच्चियों के सिर का आकार छोटा है।

लड़कों के लिए : इसी तरह लड़कों के सिर की परिधि को भी जाना जा सकता है। इसके लिए ऊपर बताए गए तरीके का इस्तेमाल किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए एक साल के शिशु के सिर का आकार 46 सेंमी है और वह 50th परसेंटाइल में है, तो इसका मतलब यह होगा कि एक साल के 50 प्रतिशत शिशुओं के सिर का आकार बढ़ा और बाकी बचे 50 प्रतिशत शिशु के सिर का आकार छोटा है।

बच्चे की लम्बाई :

लड़कियों के लिए : लड़कियों की सही लम्बाई का पता लगाने के लिए चार्ट का उपयोग का सकते हैं। इस चार्ट में शिशु के जन्म के बाद ही हर महीने के विकास को मार्क करके दर्शा सकते हैं। इससे लड़की की लम्बाई को लेकर हुए वृद्धि का पता लगाया जा सकता है। जैसे कि इस चार्ट में हमने 1 साल के लड़की की लम्बाई 74 सेंमी मापी है। यहां लड़की 50 परसेंटाइल में है यानी लड़की की उम्र की आधी लड़कियां लंबाई में बड़ी हैं और आधी छोटी।

लड़कों के लिए : इसी तरह लड़कों की हाइट के सही विकास को भी मापा जा सकता है। जैसे यहां 1 साल के लड़के की लम्बाई 76 से सेंमी है। वहीं, यह लड़का 50वें परसेंटाइल में है यानी उसकी उम्र के आधे लड़के लंबे और आधे छोटे हैं।


बच्चे का वजन :

लड़की के लिए : लड़की की वजन के बारे में भी चार्ट की मदद से आसानी से समझा जा सकता है। साथ ही महीने के आधार पर उनके वजन के विकास को भी अच्छी तरह समझा जा सकता है। इसके लिए चार्ट में शिशु के महीने वाली रेखा पर मार्क लगाएं और जाने की शिशु के वजन में कितना प्रतिशत विकास हुआ है। उदाहरण के लिए अगर एक साल की बच्ची का वजन 8.9 किलोग्राम है और वो 50वें परसेंटाइल में है, तो इसका मतलब यह होगा कि उसकी उम्र के आधी बच्चियों का वजन कम और आधी बच्चियों का वजन ज्यादा है।


लड़के के लिए : इसी तरह ही लड़कों के वजन का प्रतिशत निकाल सकते हैं। उदाहरण के लिए एक साल के शिशु का वजन 9.3 किलोग्राम है और वो 50वें परसेंटाइल में है, तो इसका मतलब यह होगा कि उसकी उम्र के 50 परसेंटाइल बच्चों का वजन कम और 50 प्रतिशत बच्चों का वजन ज्यादा है।

अब हम बताने जा रहे हैं कि ग्रोथ चार्ट के परिणामों को किस तरह समझा जा सकता है।
ग्रोथ चार्ट के परिणामों को कैसे समझें?

शिशु के विकास के परिणामों को समझने के लिए डॉक्टर की मदद ली जा सकती है। डॉक्टर लड़का और लड़की दोनों के विकास के पैटर्न को चार्ट के माध्यम से आसानी से समझा सकता है। इसके लिए डॉक्टर ग्रोथ चार्ट में शिशु के हर हफ्ते का वजन और लम्बाई का आंकड़ा दर्शा सकते हैं, जिससे बच्चे की शारीरिक विकास दर को अच्छे से समझा जा सकता है। साथ ही यहां खुद से होने वाली गड़बड़ी से भी बचा जा सकता है।

चलिए जानते हैं कि बच्चों के विकास चार्ट में परिवर्तन होने पर क्या होगा।
अगर बच्चे के ग्रोथ चार्ट में बदलाव आता है, तो क्या होगा?

बच्चे का माप अगर ग्राफ में असामान्य रूप से दिखाई देता है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। जैसे कि शिशु के 6 महीने में 75वें परसेंटाइल में रहा, लेकिन फिर 9वें महीने में वो 25वें परसेंटाइल में आ गया और 12वें महीने में वो और नीचे आ गया। यह पैटर्न चिंता का विषय हो सकता है (3)। ऐसे में डॉक्टर से बात की जा सकती है और बच्चे में विकास से जुड़ी कमी का पता लगाया जा सकता है, ताकि बच्चे के विकास को सही मार्ग पर लाया जा सके।

शिशुओं का ग्रोथ चार्ट औसत से ऊपर या नीचे होने पर क्या करना है, नीचे जानिए।
क्या होगा अगर बच्चे का ग्रोथ चार्ट औसत से ऊपर या नीचे है?

बच्चे का ग्रोथ चार्ट औसत से ऊपर या नीचे होता है, तो इस बारे में डॉक्टर से चर्चा करें। कई बार कुछ महीनों में बच्चे का अधिक वजन, कम वजन, बहुत तेजी से बढ़ना या बहुत धीरे-धीरे बढ़ना देखा जा सकता है। ऐसे में चिंता करने के बजाय शिशु के लिए डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। साथ ही नियमित रूप से बच्चे की जांच करवाते रहें। इस विषय में बेहतर जानकारी के लिए शिशु विशेषज्ञ से बात की जा सकती है।


कुछ मामलों में बच्चों की हाइट का विकास अनुवांशिक हो सकता है। यह माता-पिता की हाइट पर भी निर्भर करता है। वहीं, कुछ मामलों में माता पिता की कम हाइट होने पर भी बच्चों की हाइट बढ़ सकती है (4)।
क्या बच्चे का बर्थ वेट उसके विकास में कोई भूमिका निभाता है?

जन्म के समय बच्चों का वजन उनके शारीरिक विकास को प्रभावित कर सकता है। विषय से जुड़े एक शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि जन्म के समय बच्चे का कम वजन उनके शारीरिक विकास को बाधित कर सकता है (5)। हालांकि, सही देखभाल और सही मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ इस कमी को पूरा करने में मदद मिल सकती है। फिलहाल, इस विषय में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

दोस्तों, बच्चों का सही देखभाल करने पर बेहतर तरीके से वजन और हाइट के विकास में मदद मिल सकती है। इसके लिए उन्हें पोषक तत्वों से समृद्ध खाद्य पदार्थ देना भी जरूरी है। दरअसल, खाद्य पदार्थ में मौजूद पोषक ही बच्चों के वजन और हाइट को बढ़ाने का काम करते हैं। इसके साथ ही शिशु को थोड़ी शारीरिक गतिविधि भी कराना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में दी गई जानकारी पाठक के लिए सहायक साबित होगी।

solved 5
wordpress 1 year ago 5 Answer
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