महिला नसबंदी के बाद सावधानी?pregnancytips.in

Posted on Tue 2nd Nov 2021 : 10:15

अब आप नहीं चाहतीं बच्‍चा, तो जान लें गर्भ निरोधक का परमानेंट तरीका

प्रेगनेंसी को रोकने का परमानेंट तरीका है ट्यूबेक्टोमी है। भारत जैसे देशों में गर्भ निरोधक का ये तरीका बहुत प्रचलित है।
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अब आप नहीं चाहतीं बच्‍चा, तो जान लें गर्भ निरोधक का परमानेंट तरीका
अब परिवार नियोजन के बारे में लोग ज्‍यादा जागरूक होने लगे हैं। अब सिर्फ एक या दो ही बच्‍चे पैदा करने का चलन है। परिवार नियोजन के लिए महिला नसबंदी को सबसे कारगर तरीका माना जाता है और इस आर्टिकल में हम आपको महिला नसबंदी यानी ट्यूबल लिगेशन के बारे में बता रहे हैं।
​महिला नसबंदी क्‍या है

प्रेगनेंसी को रोकने की यह एक परमानेंट प्रक्रिया है। इसमें फैलोपियन ट्यूब को ब्‍लॉक कर दिया जाता है जिससे महिला कंसीव नहीं करती है। 40 से 44 साल की महिलाएं नसबंदी अधिक करवाती हैं। इसमें दो तरह से नसबंदी की जाती है सर्जिकल और नॉन सर्जिकल।
​कब करवाएं महिला नसबंदी

यदि आप प्रेगनेंट नहीं होना चाहती हैं और गर्भ‍ निरोधक का कोई परमानेंट तरीका ढूंढ रही हैं या मां बनने के बाद अब बच्‍चा नहीं चाहती हैं तो आप नसबंदी करवा सकती हैं।

इसके अलावा पैंतीस से अधिक उम्र की महिलाएं जिनमें हाई रिस्‍क प्रेगनेंसी का खतरा हो या जो हाई ब्‍लड प्रेशर जैसी किसी स्‍वास्‍थ्‍य स्थिति से ग्रस्‍त हों, तो इस स्थिति में महिला को नसबंदी करवानी होती है।
​महिला नसबंदी कैसे की जाती है
नसबंदी करने से पहले डॉक्‍टर पेट और पेल्विक हिस्‍से की जांच करते हैं कि कहीं महिला को पीसीओडी जैसी कोई समस्‍या तो नहीं है। इसका इलाज होने तक सर्जरी को रोका जा सकता है।

ट्यूबेक्टोमी में नाभि के आसपास एक छोटा कट लगाया जाता है और फिर एक पतली सी स्टिक पर लगे कैमरे को एक कट से अंदर डाला जाता है। इस उपकरण को लैप्रोस्‍कोप कहते हैं।

इस स्टिक पर लगे कैमरे से डॉक्‍टर को फैलोपियन ट्यूबदेखने में मदद मिलती है। डॉक्‍टर फैलोपियन ट्यूबको आधा काटकर उसे दोनों सिरों से एकसाथ बांध सकते हैं। क्‍लिप के जरिए भी फैलोपियन ट्यूबको एक साथ बांधकर ब्‍लॉक किया जा सकता है। कुछ स्थितियों में हो सकता है कि डॉक्‍टर पूरी फैलोपियन ट्यूब को ही निकाल दें।
​महिला नसबंदी के लाभ और जोखिम कारक

गर्भ निरोधक गोलियों के साइड इफेक्‍ट होते हैं और अन्‍य गर्भ निरोधक के तरीकों की भी कोई गारंटी नहीं होती है। ऐसे में ट्यूबल लिगेशन सबसे कारगर तरीका है। इसका महिलाओं की सेक्‍स ड्राइव और हार्मोंस पर कोई असर नहीं पड़ता है। जो महिलाएं प्रेगनेंसी नहीं चाहती हैं, वो नसबंदी करवा सकती हैं और इसके बाद आपको गर्भ निरोधक गोली लेने या कंडोम का इस्‍तेमाल करने की भी जरूरत नहीं है।

इस प्रक्रिया का कोई जोखिम कारक नहीं है लेकिन फिर भी सर्जरी की वजह से कुछ समस्‍याएं आ सकती हैं, जैसे कि पेट में बहुत तेज दर्द होना, टांके वाली जगह से खून आना, योनि से डिस्‍चार्ज होना, बुखार, सांस लेने में दिक्‍कत आदि।
​महिला नसबंदी के नुकसान

हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसी तरह महिला नसबंदी के भी कुछ नुकसान हो सकते हैं। चूंकि, ये प्रेगनेंसी को रोकने की परमानेंट प्रक्रिया है, इसलिए महिलाएं इस ऑपरेशन के बाद मां नहीं बन सकती हैं। ऐसा न हो कि नसबंदी के बाद आपको पछतावा हो।

अगर नसबंदी के बाद भी महिला प्रेगनेंट हो जाती है, तो उनमें एक्‍टोपिक प्रेगनेंसी का खतरा बहुत ज्‍यादा रहता है।

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