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मासिक धर्म या पीरियड्स हर माह होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन कभी कभी ये सामान्य प्रक्रिया असामान्य हो जाती है। ये असामान्यता कई प्रकार की होती है, जैसे पीरियड्स का सही समय से पहले या बाद में होना, पीरियड्स के समय अत्यधिक दर्द होना या फिर अत्यधिक रक्तस्राव होना।
वर्तमान समय में हैवी पीरियड्स या अत्यधिक रक्तस्राव होना एक प्रमुख समस्या बनकर सामने आ रहा है। इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जिनमें से प्रमुख है पीरियड्स के समय कपड़े का प्रयोग करना। अक्सर महिलाएं पीरियड्स के समय सैनिटरी नैपकिन की जगह कपड़े का प्रयोग करती हैं, जिससे उन्हें इंफेक्शन की समस्या जैसी कई गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि पीरियड्स के समय पर अच्छी गुणवत्ता के सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें।
इसके साथ ही महिलाओं की जीवनशैली भी पीरियड्स को प्रभावित करती हैं। सही आहार व शरीर में पानी की मात्रा भी पीरियड्स में अत्यधिक रक्तस्राव का कारण हो सकती है। महिलाएं अपने जीवनशैली में थोड़े परिवर्तन करके हैवी पीरियड्स संबंधित समस्याओं से निजात पा सकती हैं।
हैवी पीरियड्स से बचने के लिए अपने शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा कभी कम न होने दें। खूब पानी पिएं व शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं। साथ ही हैवी पीरियड्स से बचने के लिए तले भुने खानों से परहेज करना चाहिए। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां व फलों को शामिल जरूर करें। तले भुने खानों के साथ साथ चीनी या अत्यधिक सुगर वाले पदार्थों का भी सेवन कम करना चाहिए व आयरन युक्त सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
हैवी पीरियड्स का एक महत्वपूर्ण कारण नींद भी है। आज की जीवनशैली में महिलाएं भरपूर नींद नहीं ले पाती हैं। पीरियड्स को सामान्य रखने के लिए कम से कम 8-10 घंटे की नींद लेनी चाहिए व खुद को तनाव से दूर रखना चाहिए। तनाव से दूर रहना हैवी पीरियड्स के साथ साथ असामान्य पीरियड्स की समस्या को भी सही रखने में काफी सहायक होता है।
मैग्नीशियम व ओमेगा-3 से युक्त भोजन हैवी पीरियड्स से बचाव के लिए सबसे सहायक होते हैं। मछली के तेल में ओमेगा-3 प्रचुर मात्रा में होता है तो वहीं कद्दू मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत होता है। मैग्नीशियम की कमी ही अक्सर हैवी पीरियड्स का प्रमुख कारण होता है।
इन सब घरेलू उपायों से व अपनी जीवनशैली में थोड़े परिवर्तन से आप हैवी पीरियड्स की समस्या से निजात पा सकते हैं। लेकिन फिर भी यदि आपको हैवी पीरियड्स की समस्या होती है तो बिना किसी देरी के डॉक्टर का परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक होता है। इसे मामूली समस्या मानकर चिकित्सीय सलाह में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
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