मैं अपने 3 महीने के बच्चे को वजन बढ़ाने के लिए क्या दे सकती हूं?pregnancytips.in

Posted on Wed 19th Oct 2022 : 10:22

21 तरीकों से शिशु का वजन बढ़ाएं (बेहद आसन और घरेलु तरीके)
बहुत आसन घरेलु तरीकों से आप अपने शिशु का वजन बढ़ा सकती हैं। शिशु के पहले पांच साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये ऐसा समय है जब शिशु का शारीरिक और बौद्धिक विकास अपने चरम पे होता है। इस समय शिशु के विकास के रफ़्तार को ब्रेक लग जाये तो यह क्षति फिर जीवन मैं कभी पूरी नहीं हो पायेगी।

शिशु का वजन बढ़ाने का बेहद आसन और घरेलु तरीका

क्या आप इस बात से परेशान हैं की आप के बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है?

क्या आप को यह लगता है की आप के बच्चे का वजन growth chart (बच्चों का वजन चार्ट) के अनुसार नहीं बढ़ रहा है?

कहीं आप के बच्चे के डॉक्टर ने यह तो नहीं कहा की आप का बच्चा वजन में कम है या कुपोषित है?

अगर ऐसी बात है तो आप जरूर चाहेंगी उन आहारों के बारे में पता लगाना जो आप के बच्चे की सेहत सुधारे और उसका वजन बढ़ाये।

आहार जो बढ़ाये शिशु का वजन

कुछ ऐसे चमत्कारी आहार हैं जो बहुत कम समय में आप के बच्चे का वजन बढ़ा सकते हैं। ये आहार हैं उनमें से कुछ आहारों के नाम ये हैं - दूध, दही, देशी घी, शक्कर कंध, मास, मछली और अंडा। ये आहार बच्चों में वजन बढ़ाने वाले आहारों में गिने जाते हैं।

चलिए, हम इन सभी के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।
इस लेख मैं:

बच्चे का वजन जन्म के समय बढ़ता घटता है
आहारों के दुवारा बच्चों का वजन बढ़ाना
शिशु का वजन और उसका विकास दो बिलकुल अलग बातें हैं!
बच्चे का वजन माँ-बाप की चिंता का मुख्या विषय है
अपने आप से यह सवाल पूंछे
शिशु का वजन बढ़ाने वाले आहार
6 महीने के बच्चे का वजन बढ़ाने वाले आहार
छेह महीने से बड़े बच्चों का वजन बढ़ने वाले आहार
केला है उर्जा का अदभुत स्रोत
गाए का शुद्ध देशी घी
सेहत से भरपूर रागी
वजन बढ़ाये दही
ओट्स (Oats) रखे पाचन तंत्र को दरुस्त
आलू दे तंदरुस्ती
शक्करकंद (Sweet Potatoes)
दाल बनाये मास पेशियाँ (muscles)
अवोकाड़ो (Avocado) स्वस्थ वासा से युक्त
खिचड़ी तो बढ़ाये शिशु का वजन
अंडा है प्रोटीन से भरा
बटर - मक्खन
पूरा गेहूं - Whole Wheat
फलों का जूस
मछली पोषक तत्वों की रानी है
गाए का दूध दे शक्ति
पनीर है बढ़िया
जैतून का तेल (Virgin Olive oil)
सूखे मेवे (Dry Fruits)
चिकन और मटन
इन बातों का ख्याल रखें

बच्चे का वजन जन्म के समय बढ़ता घटता है

नवजात शिशु जन्म के कुछ दिनों के अंदर अपना कुछ वजन खोता है। यह साधारण बात है और यह सभी बच्चों के साथ होता है।

बच्चे का वजन जन्म के समय बढ़ता घटता है

लेकिन नवजात शिशु जन्म से 14 दिनों के अंदर अपने जन्म के समय (birth weight) के वजन को वापस पा लेता है।

अगले 3 से 4 महीने में शिशु अपने जन्म के वजन (birth weight) का दुगुना हो जाता है।

एक साल का होते होते शिशु अपने जन्म के वजन (birth weight) का तीनगुना हो जाता है।

अगर आप के शिशु का आहार ठीक-ठाक है और वो बाकि बच्चों की तरह क्रियाशील है लेकिन फिर भी उसका वजन ठीक तरह नहीं बढ़ रहा है तो आप इस लेख में जान सकेंगी की किस तरह आप को अपने बच्चे का वजन बढ़ाना चाहिए।
आहारों के दुवारा बच्चों का वजन बढ़ाना

शिशु का आहार जो बढ़ाये बच्चे का वजन। जी हाँ - आहार शिशु का वजन बढ़ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन सभी आहार शिशु का वजन बढ़ाने में एक सामान योगदान नहीं देते हैं। कुछ आहार ज्यादा फायदेमंद हैं और कुछ कम।

आहारों के दुवारा बच्चों का वजन बढ़ाना

जब मेरा शिशु दो साल का हुआ तो मुझे भी उसके वजन को लेकर चिंता हुई। पहले साल उसके वजन को लेकर कोई समस्या नहीं थी। पहले साल मेरे बच्चे का वजन growth chart (बच्चों का वजन चार्ट) के अनुसार ठीक ठाक बढ़ा। मुझे ख़ुशी थी की मै अपने बच्चे का ख्याल ठीक तरह से रख रही हूँ।

लेकिन,

दुसरे साल से मेरे बच्चे का वजन कम होने लगा। बहुत मेहनत के बाद भी उसका वजन नहीं बढ़ रहा था। यह बात मुझे अंदर से परेशान करने लगी। में बहुत दुखी रहने लगी। जो भी रिश्तेदार घर आते, बच्चे की सेहत के बारे में पूछते।

लोग पूछते की बच्चे को क्या हो गया है? क्योँ वो इतना कमजोर दिख रहा है?

अब में उन्हें क्या बताती?

सभ कुछ तो कर रही थी।

यह बहुत ही परेशान करने वाली बात थी? मैं अंदर से परेशान थी और लोग पूछ पूछ कर और परेशान कर रहे थे।

मुझे अंदर से लगता था की जैसे लोग मेरी परवरिश पे ऊँगली उठा रहे हैं। मेरा आत्मविश्वाश कम हो रहा था और मै अपने बच्चे को लेकर बहुत चिंतित थी।

इसी दौरान मेरी मुलाकात एक शिशु विशेषज्ञ से हुई। ये डॉक्टर हमारे शहर के प्रसिद्ध अस्पतक से कुछ ही दिनों पहले रिटायर हुए थे।

जब मैंने उन्हें अपनी चिंता का विषय बताया तो उन्होंने बहुत ही शांति से जवाब दिया।

उन्होंने कहा की इसमें चिंता करने की बात नहीं है। बस - बच्चे की रोग प्रतिरोधत छमता को कैसे दरुस्त करें, इस पे ध्यान देने की आवश्यकता है। शिशु को अगर स्वस्थ वर्धक आहार दिया जाये और उसमे स्वस्थ गुणों का विकास किया जाये तो वो भी तंदरुस्त हो सकता है।

उन्होंने एक बात और कहा की बच्चे की वजन को लेकर बहुत परेशान होने की जरुरत नहीं है क्योँकि बच्चे का वजन बहुत बातों पे निर्भर करता है। उदहारण के लिए अनुवांशिकी पे जिसपे आप का कोई नियंत्रण नहीं है।
शिशु का वजन और उसका विकास दो बिलकुल अलग बातें हैं!

डाक्टर जी के अनुसार हमे बच्चों के वजन के आधार पे उसके विकास को नहीं मापना चाहिए।

ऐसा इस लिए क्यूंकि बच्चे का वजन बहुत सी बातों पे आधारित होता है जिस पे आप का कोई नियंत्रण नहीं है - जैसा की बच्चे की अनुवंशकी पे।

शिशु का वजन और उसका विकास दो बिलकुल अलग बातें हैं

अगर बच्चे के माँ-बाप की लम्बाई कम है, तो जाहिर है की बच्चे का वजन और लम्बाई भी कम होगी।

बच्चे के विकास को सही तरह से केवल growth chart यानी की विकास चार्ट के दुवारा ही नापा जा सकता है।
बच्चे का वजन माँ-बाप की चिंता का मुख्या विषय है।

अगर आप के बच्चे को पर्याप्त मात्र में दूध मिल रहा है और वो दिन में कम से कम 6 से 8 बार अपना डायपर गिला का रहा है तथा उसे दिन मैं कई बार पॉटी (potty) तो यह इस बात को दर्शाता है की बच्चे का विकास ठीक तरह से हो रहा है।

बच्चे का वजन माँ-बाप की चिंता का मुख्या विषय है

जैसे जैसे बच्चा बड़ा होगा उसे पॉटी (potty) कम होगा। हो सकता है की कुछ दिनों के बाद उसे पॉटी तीन दिनों में एक बार हो। यह बिलकुल normal सी बात है।
अपने आप से यह सवाल पूंछे

अगर आप का शिशु छेह महीने से छोटा है तो आप इन सवालों के सहारे यह सुनिश्चित कर सकती हैं की आप के बच्चे का विकास ठीक तरह से हो रहा है या की नहीं। यह सवाल ज्यादा महत्वपूर्ण है अगर आप का बच्चा पूरी तरह स्तनपान पे निर्भर है। नोट: छेह महीने से कहते बच्चों को केवल माँ का दूध ही देना चाहिए।

क्या आप को यह लगता है की स्तनपान के जरिये मिलने वाला आप का दूध आप के शिशु के लिए पर्याप्त है।
आप कितनी देर तक अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं और कितनी बार?
क्या आप का शिशु active दीखता है और क्या वो दूध पिने के बाद संतुष्ट दीखता है?

अपने आप से यह सवाल पूंछे

अगर आप का शिशु छेह महीने से बड़ा है तो आप को अपने शिशु को दिन में तीन बार देना चाहिए। इसके साथ साथ दिन में कम से कम दो बार स्तनपान भी करना चाहिए। जब तक की आप का शिशु एक साल का ना हो जाये आप उसे ठोस आहारों के साथ-साथ स्तनपान भी कराती रहें।
शिशु का वजन बढ़ाने वाले आहार

चलिए अब बात करते हैं उन साधारण से दिखने वाले चमत्कारी आहारों के बारे में जो अश्च्यार्जनक रूप से आप के बच्चे का वजन बढ़ने की छमता रखते हैं।

इन्हें दो वर्गों में बंटा गया है:

6 महीने के बच्चे का वजन बढ़ाने वाले आहार
छेह महीने से बड़े बच्चों का वजन बढ़ने वाले आहार

शिशु का वजन बढ़ाने वाले आहार
बड़े बच्चों का वजन बढ़ाने वाले आहार

जैसे की हम पहले ही बात कर चुके हैं की छेह महीने से छोटे बच्चों को स्तनपान के आलावा कुछ भी नहीं दिया जाना चाहिए। अगर आप के बच्चे को स्तनपान के जरिये मिलने वाला दूध उसके लिए पर्याप्त नहीं है तो आप तुरंत शिशु विशेषज्ञ से संपर्क करें। अगर शिशु को स्तनपान से पर्याप्त मात्र में दूध नहीं मिल पा रहा है तो बच्चों के डोक्टर सही उपये बताएँगे।

छेह महीने से छोटे बच्चे के लिए स्तनपान ही एक मात्र जरिये जिससे की उसके वजन को बढाया जाये। बच्चे को पर्याप्त मात्र में दूध पिलायें। माँ का दूध बच्चे के लिए बहुत ही पोषक आहार है। यह बच्चे को वो सारे पोषक तत्त्व उस अनुपात में प्रदान करता है जो शिशु के सम्पूर्ण विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। माँ का दूध बच्चे को आसानी से पच भी जाता है।

बड़े बच्चों का वजन बढ़ाने वाले आहार

अगर छेह महीने से छोटे बच्चे को पर्याप्त मात्र में दूध मिल रहा है तो उसका वजन सही अनुपात में बढेगा। माँ का दूध बच्चे के लिए सर्वोतम आहार है।

जब आप का बच्चे छेह महीने से बड़ा हो जाये तो आप बच्चे में ठोस आहार की शुरुआत कर सकती हैं। बच्चे में ठोस आहार की शुरुआत करते वक्त तीन दिवसीय नियम का पालन अवश्य करें।

अब बात करते हैं ऐसे आहारों की जो स्वस्थ तरीके से आप के बच्चों का वजन बढ़ने में आप की सहायता करेंगे।

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