सी सेक्शन डिलीवरी के बाद मैं घरेलू काम कब शुरू कर सकती हूं?pregnancytips.in

Posted on Fri 11th Nov 2022 : 09:26

सिजेरियन ऑपरेशन से उबरना

सिजेरियन ऑपरेशन पेट का बड़ा ऑपरेशन होता है, जिससे उबरने के लिए आपको समय चाहिए होगा। डिलीवरी के बाद अस्पताल में चिकित्सकीय स्टाफ आपकी पूरी देखभाल करेगा।

जब आप घर पर आती हैं, तो आपको मॉं की नई जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ अपना पूरा ख्याल भी रखना होगा। यहां जानें कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद आपको कैसा महसूस होगा, ऑपरेशन से उबरने में आपको कितना समय लगेगा और जल्द ठीक होने के लिए आप क्या कर सकती हैं।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद मुझे कैसा महसूस होगा?
शिशु के जन्म के बाद आप शायद काफी प्रफुल्लित और आनंदित महसूस करेंगी और अपने नवजात शिशु की पहली झलक देखकर संभव है आप रुआंसी और भावुक हो जाएं।

ऑपरेशन के तुरंत बाद हो सकता है आप मदहोश सी हों और शायद आपको मिचली महसूस हो। यह मिचली 48 घंटों तक रह सकती है, मगर डॉक्टर आपको राहत के लिए दवा दे सकती हैं।

बहुत सी मांओं को पूरे शरीर पर खुजलाहट सी होती है। ऐसा एपिड्यूरल या स्पाइनल में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया की वजह से हो सकता है। यदि आपके साथ ऐसा हो, तो डॉक्टर को बताएं ताकि वे आपको खुजलाहट से राहत की दवा दे सकें।

एपिड्यूरल या स्पानल के अन्य साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:

सिरदर्द
पीठ दर्द
चुभन वाला दर्द
चक्कर आना

जन्म देने की प्रक्रिया में आपके शरीर से एड्रीनलीन हार्मोन जारी होता है, जिससे आपको डिलीवरी के बाद कंपकंपी हो सकती है।

ये सभी साइड इफेक्ट शरीर की सामान्य प्रतिक्रिया है और जन्म के बाद कम होने लगते हैं। डॉक्टर आपको इन लक्षणों से राहत के लिए दवा देंगी ताकि आप आराम महसूस करें। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप इन लक्षणों के बारे में डॉक्टर को बताएं।

डिलीवरी के बाद आपको सैनिटरी पैड भी इस्तेमाल करना होगा क्योंकि सी-सेक्शन के बाद भी आपको उसी तरह रक्तस्त्राव होगा, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद होता है। शिशु को गर्भ में पालने के लिए गर्भाशय में जो परत बनी थी, डिलीवरी के बाद वह झड़ने लगती है और लंबी माहवारी के रूप में बाहर आती है। इसे लोकिया कहा जाता है।

डिलीवरी के करीब तीसरे दिन के आसपास आपको कब्ज, गैस और फुलावट की शिकायत हो सकती है। ऐसा कुछ हद तक इसलिए होता है क्योंकि किसी भी तरह के ऑपरेशन से आपकी आंतों के काम करने के तरीके पर असर पड़ता है।

आपकी डॉक्टर शायद आपके मल को नरम करने के लिए हल्का रेचक (लैक्सेटिव) देंगी, ताकि मल आसानी से निकल सके। मलत्याग करने या गैस निकालने के लिए जोर लगाने से टांकों पर दबाव पड़ सकता है और इनमें दर्द हो सकता है।

डिलीवरी के बाद आप दो से पांच दिन तक अस्पताल में रहेंगी ताकि डॉक्टर यह देख सकें कि आपको कोई इनफेक्शन तो नहीं है और आपकी रिकवरी पर नजर रख सकें। दिन गुजरने के साथ-साथ आप बेहतर महसूस करने लगेंगी।
सी-सेक्शन ऑपरेशन से उबरने में मुझे कितना समय लगेगा?
ऑपरेशन के कुछ साइड इफेक्ट आपको अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही बेहतर होने लगेंगे, मगर पूरी तरह ठीक होने में छह से आठ हफ्तों का समय लग सकता है। जितना समय नॉर्मल डिलीवरी से उबरने में लगता है उतना ही समय सी-सेक्शन से उबरने में लगता है, मगर कुछ के लिए सिजेरियन रिकवरी में ज्यादा समय लग सकता है।

हर महिला अलग होती है और डिलीवरी से उबरने में अलग समय लग सकता है। ऐसी कुछ चीजें हैं जो आप ऑपरेशन से उबरने में मदद के लिए कर सकती हैं, मगर सबसे जरुरी यह है कि आप अपने शरीर के अनुसार चलें और जब भी जरुरत हो आराम करें। आपको यह एक साधारण सी सलाह लग रही होगी, मगर नवजात शिशु के साथ ऐसा करना भी मुश्किल हो सकता है।


सिजेरियन ऑपरेशन से उबरने के लिए मैं क्या कर सकती हूं?
जब भी हो सके आराम करने के अलावा कुछ चीजें और हैं जो शरीर को ऑपरेशन से उबरने में मदद करती हैं, जैसे कि:

अच्छा खाएं
जब भी आपको भूख या प्यास महसूस हो तो कुछ खाए-पीएं।

पौष्टिक भोजन लेने से आपके शिशु को जरुरी पोषक तत्व मिलेंगे, जो आपको ठीक होने और स्तनदूध बनाने में मदद करेंगे। अपने आहार को सीमित न करें या अपने गर्भावस्था के वजन को कम करने का अभी से न सोचें। यहां जाने कि डिलीवरी के बाद आहार कैसा होना चाहिए!

थोड़ा चलें-फिरें
शुरुआत में शायद आपको लगे कि आप कभी दोबारा चल नहीं पाएंगी! जब आपको अपने कमरे में शिफ्ट कर दिया जाएगा, तो आपको बिस्तर पर अपनी अवस्था बदलने के लिए कहा जाएगा। शुरुआत में ही हिलना-डुलना आपके लिए अच्छा है और डिलीवरी के 24 घंटे बाद आपको शायद बिस्तर से उठने और कमरे में ही चलने-फिरने के लिए कहा जाएगा।

चाहे यह आपको कितना भी मुश्किल लगे, मगर आप कोशिश करें। जितना जल्दी आप यह शुरु करेंगी, उतना ही आपके रक्त संचरण और सामान्य रिकवरी के लिए अच्छा है। टांगों में रक्त संचरण बेहतर करने और खून के थक्के जमने से रोकने के लिए आप बिस्तर पर ही टखनों की एक्सरसाइज कर सकती हैं।

किसी भी ऑपरेशन के बाद खून के थक्के जमने का खतरा रहता ही है, मगर थोड़ा-बहुत चलने-फिरने से आप यह जोखिम कम कर सकती हैं।

जब आप घर आ जाएं तो हर दिन थोड़ी चहल-कदमी करें, ताकि आप जल्दी ठीक हो सकें।

चीरे के घाव का ध्यान रखें
ऑपरेशन के बाद चीरा लगाए गए स्थान पर मरहम-पट्टी लगाई जाएगी। पांचवें दिन यह पट्टी हटा ली जाएगी। अगर डॉक्टर की इजाजत हो तो आपको दोबारा घाव पर पट्टी लगवाने की जरुरत नहीं है।

आपके टांके शायद अपने आप घुलने वाले होंगे, इसलिए शायद इन्हें हटवाने की जरुरत नहीं होगी। यदि टांके निकलवाने हों तो डॉक्टर इसके लिए आपको निश्चित समय बता देंगी।

अपने घाव पर नजर रखें और संक्रमण के संकेतों जैसे कि अत्याधिक दर्द, लाल होना या स्त्राव निकलने पर ध्यान दें। ऐसे कोई भी संकेत नजर आएं या लगे कि घाव खुल रहा है तो डॉक्टर को बताएं।

आप हर रोज नहाएं और टांकों को सूखा रखने की चिंता न करें। नहाने के बाद चीरे की जगह को थपथपाकर पौंछ दें। डॉक्टर आपको कुछ दिनों तक नहाने के बाद एंटिसेप्टिक पाउडर लगाने के लिए कहेंगी।

अपने घाव की सुरक्षा करें
चीरे के स्थान को साफ रखने और इसके ठीक होने के संकेतों पर ध्यान देने के साथ-साथ आपको कुछ और बातों पर ध्यान देना होगा। दर्द कम करने और टांकों के जल्दी ठीक होेने में मदद के लिए आप निम्नांकित बातों का ध्यान रखें:

अपने नवजात शिशु के वजन से ज्यादा भारी चीज न उठाएं। यदि आपका एक बड़ा बच्चा और है तो उसे बैठे या लेटे हुए ही प्यार-दुलार करें। कपड़े धोने या किराने का सामान लाने के लिए किसी और की मदद लें, ताकि आप वजन न उठाएं। कोई भी भारी चीज उठाने से आपके चीरे पर जोर पड़ सकता है।
जब भी आप हंसे, खांसे या छींके तो हर बार अपने चीरे पर हाथ या तकिया लगा लें। हंसने, खांसने या छींकने से टांकों पर जोर पड़ सकता है और दर्द हो सकता है। चीरे को आधार देने से दबाव कम पड़ेगा।
ढीले-ढाले कपड़े पहनें जिन्हें अपनी कमर पर बांधना न पड़े, इससे ज्यादा से ज्यादा रक्त संचरण हो सकेगा। अपने सामान्स साइज से बड़े साइज की अंडरवियर पहनने से आपको शायद आराम मिलेगा।
यदि आप डिलीवरी के बाद मालिश करवा रही हैं, तो मालिशवाली को बता दें कि वे आपके चीरे के घाव और पेट पर मालिश न करे। इस जगह पर कोई भी दबाव पड़ने से समस्या हो सकती है और घाव भरने में देरी हो सकती है।
ऑपरेशन के बाद पांच या छह हफ्ते तक कार न चलाएं। स्टीयरिंग व्हील घुमाने में आपको दर्द हो सकता है और यदि आपको अचानक से रुकना पड़े तो दर्द बढ़ सकता है। यदि आपको लगे कि आप जल्दी कार चलाना शुरु कर सकती हैं, तो पहले डॉक्टर से पूछ लें कि ये सही रहेगा या नहीं।

मदद लें
डिलीवरी से पहले ही आप तय कर लें कि शिशु के जन्म के बाद आपकी मदद के लिए कौन रहेगा। यदि कोई व्यक्ति आपके घर की जिम्मेदारी संभाल लें तो आपको अपनी और शिशु की देखभाल का समय मिल सकेगा। आप अपनी मॉं या सास को कुछ समय के लिए आपके साथ रहने के लिए कह सकती हैं। आप कामवाली, आया या जापा बाई भी रख सकती हैं जो आपकी मदद करेंगी। यदि आपके पति पितृत्व अवकाश पर हों तो आप उनकी भी मदद ले सकती हैं। जो भी आपकी और परिवार की जरुरत के हिसाब से उचित हो, वह विकल्प चुनें।

जब भी जरुरत हो आप मदद लेने से हिचने नहीं। जल्द ही आप ऑपरेशन से उबर जाएंगी और अपना रोजमर्रा का काम करने के साथ-साथ मॉं की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा पाएंगी। तब तक खुद को पूरा आराम दें और जब भी जरुरत हो मदद के लिए कहें।
सिजेरियन के बाद फिर से सेक्स कब शुरु कर सकते हैं?
अधिकांश डॉक्टर सिजेरियन के बाद छह से आठ हफ्ते बाद सेक्स शुरु करने की सलाह देते हैं। डॉक्टर आपको कम से कम योनि से रक्तस्त्राव (लोकिया) बंद होने तक का इंतजार करने के लिए कहेंगी। ऐसा गर्भाशय में संक्रमण होने से रोकने के लिए कहा जाता है। लोकिया आमतौर पर चार से छह हफ्ते रहता है, मगर कुछ मांओं के लिए यह केवल दो हफ्तों तक ही चलता है।

दोबारा संभोग शुरु करने के लिए अपनी डॉक्टर से अनुमति ले लें, खासतौर पर यदि आपका लोकिया चार हफ्तों से पहले ही बंद हो गया हो तो। आपकी डॉक्टर शायद सुनिश्चित करना चाहेंगी कि आपका घाव ठीक हो गया है, ताकि सेक्स करते समय दर्द न हों।

दोबारा सेक्स शुरु करने से पहले डॉक्टर से गर्भनिरोधक उपायों के बारे में भी बात कर लें, ताकि आप अपने लिए उचित विकल्प चुन सकें। आप डिलीवरी के बाद पहली माहवारी आने के दो हफ्ते पहले से ही जननक्षम होंगी।

कुछ महिलाएं सेक्स के लिए शारीरिक तौर पर दूसरों की तुलना में जल्दी तैयार हो जाती हैं। कुछ के लिए रक्त्स्त्राव रुकने के बाद भी सेक्स करना असहज होता है और उन्हें दर्द होता है। यदि आपकी डिलीवरी मुश्किल रही थी, तो हो सकता है शरीर के तैयार होने पर भी आप भावनात्मक तौर पर इसके लिए तैयार महसूस न करें।

अपने पति को बताएं कि आप कैसा महसूस कर रही हैं। इस समय एक-दूसरे की भावनाओं को समझना आप दोनों के लिए जरुरी है। हो सकता है आपके पति भी इस बात को लेकर चिंतित हों कि कहीं आपको दर्द न हो जाएं।

यदि थकान की वजह से आप एक-दूसरे के साथ प्यार भरा समय नहीं बिता पा रहे हैं, तो अपनी दिनचर्या को इस तरह व्यवस्थित करें कि जब आप बेहतर महसूस कर रही हों, तो अपने पति के साथ अच्छा समय बिता सकें। । इसके लिए आप दिन में या शाम को थोड़ी झपकी ले सकती हैं, खाना बनाने में या अन्य थका देने वाले काम में मदद ले सकती हैं। इससे शायद हर दिन फायदा न मिले, मगर इस तरह जब भी समय निकाल पाएं तो आप एक-दूसरे के साथ का आनंद लें।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद कौन से दर्द निवारक दिए जाएंगे?
किसी भी अन्य ऑपरेशन की तरह सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद भी आपको दर्द रहेगा। ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद तक भी शायद जरुरत पड़ने पर आपको ड्रिप के जरिये दर्द निवारक दवाएं दी जाती रहेंगी।

यदि आप दर्द व असहजता महसूस कर रही हों तो दवा के लिए भी पूछ सकती हैं। आपको चुपचाप दर्द सहने की जरुरत नहीं है। अच्छी दर्द निवारक दवा से आप चल-फिर सकेंगी और अपने शिशु को दूध पिलाने के साथ-साथ प्यार-दुलार कर सकेंगी।

जब ड्रिप हटा दी जाएगी तो आपको दर्द निवारक गोलियां दी जाएंगी। शुरुआत में शायद आपको खांसने या हंसने पर भी दर्द होगा। अधिकांश महिलाएं घर आने के कुछ दिनों बाद दर्द निवारक दवाएं लेना बंद कर देती हैं।
क्या सिजेरियन ऑपरेशन के बाद सिरदर्द होना सामान्य है?
सिजेरियन के बाद सिरदर्द होना आम है। यह आमतौर पर एनेस्थीसिया की वजह से होता है।

आपको प्रसव पीड़ा महसूस न हो इसके लिए एनेस्थीसिया का इंजेक्शन आपकी पीठ के निचले हिस्से में लगाया जाता है। यदि सुईं रीढ़ के चारों तरफ मौजूद तरल में घुस जाएं और कुछ तरल रिस जाए तो इससे ऑपरेशन के बाद सिरदर्द हो सकता है।

आपको शायद सिद में दर्द होने का पता तुरंत न चले। यह धीरे-धीरे शुरु होता है और काफी ज्यादा बढ़ सकता है। जब आप बैठें या खड़ी हों तो यह और ज्यादा हो सकता है, जिससे शिशु को स्तनपान करवाना मुश्किल हो सकता है। आपको दर्द बहुत तेज महसूस हो सकता है।

कुछ महिलाओं को पीठ में नीचे की तरफ जहां एपिड्यूरल या स्पाइनल दिया जाता है वहां दर्द हो सकता है। उन्हें गर्दन में भी दर्द महसूस हो सकता है। आपको कहीं भी दर्द हो तो डॉक्टर को बताएं। वे दवाओं की खुराक में बदलाव करके आपको थोड़ा आराम देने की कोशिश करेंगी।

रीढ़ के आसपास जहां सुई लगाई जाती है, जब वह जगह ठीक जाती है, तो सिरदर्द आमतौर पर अपने आप बेहतर होने लगता है। मगर, यदि आपको सिरदर्द जारी रहे या यह ठीक न हो रहा हो, तो डॉक्टर को बताएं।

सिरदर्द कम करने के लिए आम कुछ उपाय आजमा सकती हैं:

जब आप लेटें तो सुनिश्चित करें कि तकिया बहुत उंचा न हो, जिससे आपकी गर्दन मुड़ रही हो। ऐसा तकिया लें जिससे आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
जलनियोजित रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
ऑपरेशन के बाद जब तक डॉक्टर उठने के लिए न कहें, आप न उठें।

सिजेरियन जन्म के बाद क्या मैं शिशु को स्तनपान करवा सकूंगी?
हां, सिजेरियन डिलीवरी वाली बहुत सी महिलाएं अपने शिशु को स्तनपान करवाती हैं। सी-सेक्शन से आपके दूध की आपूर्ति पर असर नहीं पड़ेगा और स्तनपान के दौरान अधिकांश दर्दनिवारक दवाओं का सेवन सुरक्षित है।

शुरुआती दिनों में चीरे के घाव की वजह से स्तनपान करवाना चुनौती भरा लग सकता है। मगर यदि आप अलग-अलग अवस्थाएं आजमाकर प्रयास जारी रखेंगी, तो आपको कोई आरामदेह अवस्था मिल सकती है।

स्तनपान करवाने के लिए शिशु को ऊपर उठाने की बजाय खुद नीचे झुकने से आपको पीठ में दर्द हो सकता है। शिशु को स्तन के पास लाने के लिए आप फीडिंग कुशन का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर लेटी हुई अवस्था में उसे दूध पिला सकती हैं। आप आरामदेह अवस्था पाने के लिए जितने चाहे उतने कुशन लगा सकती हैं। स्तनपान की अवस्थाओं के बारे में यहां और अधिक जानें।

जब आप नवजात शिशु को स्तनपान करवाना शुरु करती हैं तो निप्पलों में दर्द होना काफी आम है। यदि आपके साथ ऐसा हो, तो डॉक्टर को बताएं। निप्पल की त्वचा में राहत पहुंचाने के लिए वे ऑइंटमेंट बता सकती हैं। अक्सर निप्पलों में दर्द तब होता है जब शिशु स्तनों को सही ढंग से मुंह में नहीं लेता। ऐसे में आप नर्स या स्तनपान विशेषज्ञ (लैक्टेशन कंसल्टेंट) की मदद ले सकती हैं। अगर शिशु स्तनों को सही ढंग से मुंह में नहीं लेगा तो इससे न सिर्फ आपको दर्द होगा बल्कि शिशु को भी दूध पीते हुए थकान होने लगेगी।

बेहतर है कि जब आप स्तनपान करवाएं तो परिवार के कोई सदस्य या नर्स आपके पास हो। इस तरह आप पहले अपनी आरामदेह अवस्था में आ जाएं, फिर वे आपको शिशु थमा सकते हैं।
सिजेरियन ऑपरेशन के चीरे का घाव कैसा दिखेगा?
आजकल अधिकांश सिजेरियन आपॅरेशन 'लोअर सेगमेंट सिजेरियन सेक्शन' (एलएससीएस) होते हैं। इसका मतलब यह है कि चीरा गर्भाशय के निचले हिस्से में लगाया जाता है।

यह आमतौर पर छोटा सा आड़ा या अनुप्रस्थ चीरा होता है, जो कि पुरोनितंबास्थि (प्यूबिक बोन) के करीब दो उंगली ऊपर होता है। इस तरह के चीरे को बिकिनी कट कहा जाता है और यह निशान आपके अंडरवियर में छिप जाता है।

कुछ दुर्लभ मामलों में डॉक्टर लंबवत या क्लासिकल चीरा भी लगा सकते हैं। यह आपकी नाभि के ठीक नीचे से पुरोनितंबास्थि से दो उंगली ऊपर तक लगाया जाता है।

आपको इस तरह का चीरा तब लग सकता है जब आपकी डिलीवरी समय से पहले हो रही हो (प्रीमैच्योर) और गर्भाशय का निचला हिस्सा अभी इतना पतला नहीं हुआ है कि उसमें चीरा लगाया जा सके। यदि आपको लंबवत चीरा लगा है, तो अगली गर्भावस्था में आपकी नॉर्मल डिलीवरी होना मुश्किल है, क्योंकि इससे चीरे के खुलने का खतरा रहता है।

डॉक्टर आड़ा बिकिनी कट चीरा लगाना निम्नांकित कारणों की वजह से चुनते हैं:

ये लंबवत चीरे की तुलना में जल्दी और बेहतर ढंग से ठीक हो पाते हैं
बाद में इनके खुलने की संभावना काफी कम होती है
ठीक होने के बाद ये इतने स्पष्ट दिखाई नहीं देते

आपको चाहे किसी भी तरह का चीरा लगा हो, शुरुआत में यह घाव काफी लाल और पीड़ादायक रहेगा। जैसे-जैसे हफ्ते और महीने बीतते जाएंगी, यह भी धीरे-धीरे हल्का पड़ जाएगा। ऑपरेशन के एक या दो साल बाद घाव का यह निशान केवल एक हल्की रेखा जैसा हो जाएगा। हालांकि, यह हमेशा आपकी बाकि त्वचा के रंग से थोड़ा अलग रंग का होगा, मगर अंतत: यह करीब-करीब गायब ही हो जाएगा।

घाव में या इसके आसपास किसी भी तरह की सुन्नता, आमतौर पर ऑपरेशन के कुछ महीनों बाद ठीक होने लगती है। हालांकि यह लंबे समय तक भी रह सकती है। अगर, आपको घाव में ज्यादा दर्द हो, यह लाल हो जाए या सूजन आ जाए, तो इसका मतलब हो सकता है कि आपको संक्रमण हो गया है। अगर, ऐसा हो तो इस बारे में अपनी डॉक्टर को बताएं।

कुछ महिलाओं में कीलॉइड निशान भी हो जाते हैं। इसमें घाव के आसपास का स्थान थोड़ा उभरा हुआ और चमकदार हो जाता है। यह थोड़ा सख्त और ढेलेदार लग सकता है। ऐसा होने का कोई स्पष्ट कारण नहीं है, मगर इस तरह के निशान अनुवांशिक होते हैं।
सीज़र डिलीवरी के बाद मैं एक्सरसाइज करना कब शुरु कर सकती हूं?
शुरुआती कुछ हफ्तों तक आपको शायद सीढ़ियां न चढ़ने और कोई भी भारी सामान न उठाने के लिए कहा जाएगा। आपकी डॉक्टर यह सलाह भी दे सकती हैं कि आप अपने बड़े बच्चे को गोद में न उठाएं।

ऑपरेशन के दूसरे दिन आपको थोड़ा-बहुत हिलने-डुलने के लिए कहा जाएगा। इस तरह आपका रक्त संचरण बढ़ेगा और शारीरिक तौर पर रिकवरी में तेजी आएगी। फिजियोथेरेपिस्ट आपको बता सकते हैं कि आपको क्या करना है या फिर डॉक्टर इस बारे में सलाह दे सकते हैं।

जब आप घर आ जाएं, तो आपको रोजाना थोड़ा-बहुत चलना फिरना चाहिए। शरीर पर ज्यादा जोर न डालें और जब भी आपको लगे आप आराम करें। यदि आप एकांतवास की अवधि में घर पर ही रह रही हैं, तो आप घर पर ही चहलकदमी कर सकती हैं।

आप ऑपरेशन के छह से आठ हफ्ते बाद प्रसवोत्तर व्यायाम शुरु कर सकती हैं।
कैसे पता चलेगा कि मैं सी-सेक्शन ऑपरेशन से ठीक तरह से उबर रही हूं?
अगर, ऑपरेशन के एक हफ्ते या इसके बाद तक अस्वस्थ महसूस करें, तो यह संक्रमण होने का संकेत हो सकता है। ऑपरेशन के दौरान एंटिबायोटिक्स लेने के बावजूद इनफेक्शन होना संभव है। यदि आपको इनफेक्शन है, तो आपको डॉक्टर को दिखाना होगा।

निम्नांकित स्थितियों में अपनी डॉक्टर से संपर्क करें:

आपके चीरे का घाव लाल है, इसमें से स्त्राव निकल रहा है, दर्द बढ़ता जा रहा है या फिर घाव खुल रहा है।
आपको बहुत ज्यादा या अनियमित रक्तस्त्राव या दुर्गंध वाला स्त्राव हो रहा है।
पेशाब करते समय आपको दर्द या जलन हो रही है। यह मूत्रमार्ग संक्रमण (यूटीआई) होने का संकेत हो सकता है।
आपको बुखार है।
आपको इनमें से कोई अन्य प्रसवोत्तर लक्षण है, जिनमें चिकित्सकीय मदद की जरुरत है।

क्या सिजेरियन ऑपरेशन के बाद एब्डोमिनल बेल्ट बांधना सुरक्षित है?
बेहतर है कि इस बारे में आप डॉक्टर से पूछें, ताकि वे आपकी व्यक्तिगत जरुरत को देखते हुए सलाह दे सकें। कुछ डॉक्टर एब्डोमिनल बेल्ट की सलाह देते हैं। हालांकि, बेल्ट खरीदने से पहले आप डॉक्टर से इसके सही साइज और लगाने के तरीके के बारे में पूछ लें।

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