Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
स्ट्रेच मार्क्स की समस्या मुख्य तौर पर जेनेटिक होती है। यानी अगर आपकी मां और दादी मां को स्ट्रेच मार्क्स हुए हैं तो ये आपके शरीर पर भी नजर आ सकते हैं। वैसे तो स्ट्रेच मार्क्स प्रेग्नेंसी में होना बेहद कॉमन है लेकिन ये बिना प्रेग्नेंसी के भी किसी को भी हो सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में स्ट्रेच मार्क्स होने से रोकने के लिए ये 7 नुस्खे आजमाएं
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव दिखते हैं। कुछ शरीर के होते हैं जिसे आप सिर्फ महसूस कर सकती हैं तो वहीं कुछ बदलाव बाहर से भी साफ तौर पर शरीर पर नजर आते हैं। इन्हीं में से एक है स्ट्रेच मार्क्स जो प्रेग्नेंसी के दौरान होना बेहद कॉमन सी बात है। अगर आपने समय रहते इन पर ध्यान नहीं दिया तो ये स्ट्रेच मार्क्स हमेशा के लिए आपके शरीर पर दिखते रहेंगे। अगर आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपने कई जगहों पर स्ट्रेच मार्क्स को हटाने के नुस्खों के बारे में जरूर पढ़ा होगा। लेकिन एक बार स्ट्रेच मार्क्स हो जाएं उसके बाद उसे हटाने से बेहतर है कि उसे होने से ही रोका जा सके।
इन वजहों से होते हैं स्ट्रेच मार्क्स
प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ने, ब्रेस्ट के साइज में बदलाव होने, गर्भाशय के बढ़ने की वजह से बेबी बंप दिखने की वजह से 10 में से 9 प्रेग्नेंट महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। तो आखिर क्या है स्ट्रेच मार्क्स? जब आपकी स्किन बेहद कम समय में बहुत ज्यादा खिंच जाती है और फिर सिकुड़ जाती है तो स्किन पर पिंक, रेड या सिल्वर कलर की लाइन्स या दाग जैसा नजर आने लगता है और इसे ही स्ट्रेच मार्क्स कहते हैं। जब स्किन में अचानक बहुत ज्यादा बदलाव होता है तो स्किन में मौजूद कोलाजन और इलास्टिन जो स्किन को टाइट रखते हैं वह स्ट्रेच होकर टूट जाते हैं।
जेनेटिक है स्ट्रेच मार्क्स की समस्या
आपके लिए इस बात को जानना बेहद जरूरी है कि स्ट्रेच मार्क्स की समस्या मुख्य तौर पर जेनेटिक होती है। यानी अगर आपकी मां और दादी मां को स्ट्रेच मार्क्स हुए हैं तो ये आपके शरीर पर भी नजर आ सकते हैं। वैसे तो स्ट्रेच मार्क्स प्रेग्नेंसी में होना बेहद कॉमन है लेकिन ये बिना प्रेग्नेंसी के भी किसी को भी हो सकते हैं। ऐसे में स्ट्रेच मार्क्स को होने से कैसे रोका जा सकता है, इस बारे में यहां जानें।
प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही लगाएं मॉइश्चराइजिंग क्रीम
आपकी प्रेग्नेंसी कंफर्म हो गई तो ऐसे में स्ट्रेच मार्क्स के आने का इंतजार करने से बेहतर है कि आप उन जगहों पर जहां मार्क्स के आने की संभावना सबसे ज्यादा है वहां मॉइश्चराइजिंग क्रीम लगाना शुरू कर दें ताकि स्किन की इलास्टिसिटी बनी रहे। पेट, ब्रेस्ट, जांघ और लोअर बैक- ये कुछ ऐसे हिस्से हैं जहां सबसे ज्यादा फैट जमा रहता है और इन जगहों पर स्ट्रेच मार्क्स सबसे ज्यादा उभरते हैं। लिहाजा आप विटमिन ई, कोको बटर और शिया बटर से युक्त क्रीम चुनें और उसे नियमित रूप से दिनभर में 2-3 बार स्किन पर लगाती रहें, खासकर सोने से पहले। ऐसा करने से स्ट्रेच मार्क्स को आने से रोका जा सकता है।
ओवरऑल हेल्दी वेट बनाए रखें
प्रेग्नेंसी के दौरान अचानक बहुत ज्यादा वेट गेन की वजह से ही स्ट्रेच मार्क्स नजर आने लगते हैं और प्रेग्नेंसी में वजन बढ़ना भी जरूरी है। तो जाहिर सी बात है कि जब आपका बेबी बंप बढ़ेगा तो स्ट्रेच मार्क्स आपके टमी (पेट) पर तो दिखेगा ही। लेकिन अगर आप अपना ओवरऑल हेल्दी वजन बनाए रखें तो शरीर के बाकी हिस्से जैसे- बाजू, जांघ, लोअर बैक इन जगहों पर स्ट्रेच मार्क्स को आने से कुछ हद तक रोका जा सकता है। हेल्दी डायट का सेवन करना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
पानी पिएं ताकि स्किन की नमी बनी रहे
स्किन की इलास्टिसिटी यानी लचीलापन बना रहे इसके लिए बेहद जरूरी है कि आपकी स्किन हाइड्रेटेड रहे यानी उसकी नमी बनी रहे। स्किन की नमी बनाए रखने के लिए मॉइश्चराइजिंग क्रीम लगाने के साथ-साथ खूब सारा पानी और लिक्विड चीजों का सेवन करना भी जरूरी है। ऐसा इसलिए ताकि आपका शरीर और स्किन दोनो अंदर से हाइड्रेट रहें। हालांकि आपको कितना पानी पीना चाहिए यह आपकी शरीर की जरूरत पर निर्भर करता है लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं को औसतन हर दिन 2 लीटर पानी पीना चाहिए और प्रेग्नेंसी का आखिर ट्राइमेस्टर आते-आते पानी की मात्रा बढ़ानी चाहिए।
विटमिन सी से भरपूर चीजें खाएं
स्किन में मौजूद कोलाजन ही स्किन को स्ट्रॉन्ग और लचीला बनाए रखता है। कोलाजन का लेवल अगर सही बना रहे तो स्किन में झुर्रियां और स्ट्रेच मार्क्स नहीं आते। ऐसे में कोलाजन को बनाए रखने और उसे बढ़ाने के लिए विटमिन सी बेहद जरूरी है। संतरा, किन्नू, नींबू, जैसे कई खट्टे फलों में विटमिन सी भरपूर मात्रा में होता है। लिहाजा इनका सेवन करने से स्किन में कोलाजन बना रहेगा और स्ट्रेच मार्क्स को आने से रोकने में मदद मिलेगी।
जिंक को डायट में करें शामिल
स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए जिंक भी एक बेहद अहम न्यूट्रिएंट है। जिंक, इन्फ्लेमेशन यानी सूजन और जलन की समस्या को दूर करता है और घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। ऐसे में अगर आप जिंक से भरपूर चीजों को डायट में शामिल करें तब भी स्ट्रेच मार्क्स को आने से रोक सकती हैं। अंडा, होल ग्रेन, मीट, फिश, नट्स, सीड्स आदि में जिंक भरपूर मात्रा में होता है और इनका सेवन करने से आपकी स्किन हेल्दी रहेगी।
रेग्युलर एक्सर्साइज करें
प्रेग्नेंसी के दौरान भी थोड़ी बहुत एक्सर्साइज करना और फिजिकली ऐक्टिव रहना बेहद जरूरी है। हालांकि किस तरह की एक्सर्साइज करनी है और कौन सी नहीं, इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लेकिन यह बात भी सही है कि जब भी हेल्दी डायट के साथ ही सही तरीके से एक्सर्साइज की जाती है तो आपका वजन कंट्रोल में रहता है जिससे स्ट्रेच मार्क्स आने की आशंका कम हो जाती है। साथ ही एक्सर्साइज करने से स्किन में ब्लड का फ्लो बढ़ता है, स्किन में मौजूद सेल्स को पोषण मिलता है। इन सबसे स्ट्रेच मार्क्स भी नहीं आते और चेहरे पर प्रेग्नेंसी का ग्लो भी दिखता है।
विटमिन डी के लिए धूप है फायदेमंद
एक स्टडी में यह बात साबित हो चुकी है कि शरीर में विटमिन डी की कमी और स्ट्रेच मार्क्स होने के बीच कनेक्शन है। लिहाजा शरीर में अगर विटमिन डी की कमी है तो उसे दूर करके आप स्ट्रेच मार्क्स को आने से रोक सकती हैं। लिहाजा प्रेग्नेंसी के दौरान सुबह की हल्की धूप में टहलना और धूप की रोशनी लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि धूप, विटमिन डी का बेस्ट सोर्स है। इसके अलावा खाने-पीने की भी कई चीजें हैं जैसे- ब्रेड, सीरियल, डेयरी प्रॉडक्ट्स आदि जिन्हें डायट में शामिल कर आप अपने विटमिन डी के लेवल को बढ़ा सकती हैं।
--------------------------- | --------------------------- |